राहुल गांधी की भी सुनिये
जैसे ही राहुल गांधी का नाम आता है वैसे ही
अनेकों लोगों के विचार मे कई बातें स्वतः आ जाती है | पिछले कुछ वर्षों से
सोची-समझी रणनीति के तहत जिस तरह से राहुल गांधी के खिलाफ अनेकों बातें फैलाई गयी
है शायद ही दुनिया का कोई ऐसा नेता होगा जिसके बारे मे, या उनके भाषणों के बारे मे
लोगों मे ऐसी भ्रांतियाँ हो | कॉंग्रेस ने देश मे अनेकों वर्ष तक शासन किया जिसमे
अच्छाईया और बुराइयाँ दोनों शामिल है | क्योंकि कोई भी संगठन लोगों का समूह होता
है न कि किसी एक व्यक्ति के विचार का | कोरोना वायरस की इस महामारी मे सरकार ने
अनेकों कदम उठायें है जिनमे लोगों को सहूलियतें देने से लेकर, उनकी सुरक्षा और
इलाज तक शामिल है | पर सारे निर्णय कितने प्रभावी होंगे इसके बारे मे अभी फिलहाल
कुछ नहीं कहा जा सकता है | 20 लाख करोड़ के हिस्से की कई घोषणाएं की जा चुकी है कुछ
प्रक्रियाँ मे है | श्रमिकों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है | राज्य सरकारे
केंद्र सरकार पर और केंद्र सरकार राज्य सरकारों पर पलटवार कर रही है | ऐसे मे लोगों
मे अनेकों भ्रामक स्थितियाँ पैदा हो गयी है | आपदा प्रबंधन नियम मे सारी शक्तियां
कहा निहित होती है, जो लोग सच्चाई को अच्छी तरह समझ सकतें है वह परिस्थिति को भी
समझ रहे है |
राहुल गांधी ने कोरोना वायरस को लेकर सरकार को
चेताया था और समय – समय पर अपने विचार रखते रहते है पर उनकी बातें या तो मीडिया मे
आती नहीं और आती है तो तोड़-मरोड़ कर | ऐसा शायद किसी उद्देश्य के तहत ही किया जाता
होगा | किसी के ज्ञान और प्रशासनिक क्षमता का आकलन किसी के कहने से नहीं लगाया जा
सकता | वह निर्भर करता है जब वह पद पर आए तो किस तरह कार्य करता है | वैसे भी
अधिकांश निर्णय किसी एक व्यक्ति का नहीं होता वह संगठन और दक्ष लोगों के सुझाव और
डेटा आधारित होता है | ऐसे मे यह अति आवश्यक है की किसी की तब तक आलोचना न की जाए
जब तक उसे जिम्मेदारी प्राप्त करके निर्वहन करने का मौका न दिया जाए | कॉंग्रेस के
अतिरिक्त राहुल गांधी का अपना अलग वजूद है जैसे हम सभी का होता है और भारतीय
नागरिक होने के नाते उन्हे पूरा हक है देश की सरकार को अपने विचारों से अवगत कराने
का |
हम सभी को इस बात को भी समझना चाहिये की देश के
लिए पक्ष के अलावा विपक्ष भी अत्यंत महत्वपूर्ण है | विगत कई दिनों से राहुल गांधी
प्रेस वार्ता कर अपने विचारों से सरकार को अवगत करा रहे है | काँग्रेस अध्यक्ष
सोनिया गांधी ने लिखित कई बातों को सरकार से निवेदन किया है | पर सरकार ने अभी तक
उन पर अमल नहीं किया है | आज की महामारी की परिस्थिति को समझते हुए पक्ष को इस बात
को भी समझना चाहिये की जिस पार्टी ने 6 दशकों से अधिक समय तक शासन किया है कही न
कही वह आम लोगों के लिए बेहतर सलाह जरूर दे सकती है | इस पर अमल तभी हो सकता है जब
की आप आम जनता के बारें गहराई से सोचे |
आज राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता करके जब यह बोल
की “आर्थिक तूफान अभी आया नहीं है, आने वाला है। बहुत जबर्दस्त
नुकसान होने वाला है । हम चाहते हैं कि सरकार हमारी सुने ।” तो इस बात से कोई भी दो
राय नहीं रख सकता की आर्थिक तूफान नहीं आने वाला | देश की अर्थव्यवस्था पटरी से
उतर चुकी है अंतर्राष्ट्रीय हालत बुरे है ऐसे मे आर्थिक तूफान का भयानक परिणाम
लोगों को आने वाले दिनों मे दिख सकता है | न बाजार मे मांग है न पूर्ति जिसके पास
पैसा है वह खर्च नहीं करना चाह रहा है | विगत 50 दिनों से अधिक समय से सारे
कारोबारी घर मे बैठे है ऐसे मे लोगों के सामने खाने तक की दिक्कत हो सकती है |
उत्पादन का बुरा हाल है | सरकार के द्वारा की जा रही घोषणाओ को आप ध्यान से समझने
का प्रयास करिए तो अधिकांश बजट मे की गयी घोषणए ही है | जबकि परिस्थिति के अनुसार
विशेष योजनाओ की जरूरत है | सरकार को चाहिये की राहुल गांधी की भी सुने |
राहुल गांधी ने दूसरी बात यह कही की केंद्र
सरकार स्टिमुलस पैकेज को रिकंसीडर करें और लोगों को डायरेक्ट पैसा उनके बैंक
अकाउंट मे दे | कई लोग सोच रहें होंगे की सरकार इतनी घोषणा कर रही है फिर इसकी
क्या आवश्यकता है तो सभी को “स्टिमुलस पैकेज” का कम से कम मतलब समझना चाहिये जिसके
अनुसार सीधे धनराशि से बैंक खाते मे सहयोग होता है | जब पैसा व्यवसायी, उधयोग,
कर्मचारी, मजदूरों, के खाते मे आएगा तो न केवल मांग का जन्म होगा बल्कि पूर्ति के
लिए भी कार्य होगा | दुनियाँ के कई देश इस महामारी मे सीधे लोगों के बैंक अकाउंट
मे पैसे हस्तांतरित किए है | कई देशों ने अपनी अर्थव्यवस्था का 20 प्रतिशत से अधिक
भी धन लोगों को दिया है |
इसके पूर्व कोरोना वायरस पर राहुल गांधी ने
सरकार को आगाह किया था | आज की परिस्थति अत्यंत नाजुक है जिसमे जीवन की रक्षा और
अर्थव्यवस्था दोनों पर कार्य करना है | कोरोना वायरस की श्रेणी मे हम वूहन चीन को
भी पीछे छोड़ चूके है जबकि चीन ने इतनी संख्या के पूर्व ही इस पर नियंत्रण कर लिया
था | दुनिया मे संक्रमण के क्रम मे आज हम 11 क्रम पर है और जिस गति से रोज नये केस
आ रहें है जल्द ही हम कई ऊपर पायदान पर होंगे | ऐसे मे देश की जरूरत को समझने और
उचित कार्य करने के लिए यह जरूरी है की “राहुल गांधी” की भी सुने | जिससे बेहतर
कार्य किया जा सकें |
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