मोदी सरकार 2.0 – कितना प्रभावशाली 

किसी भी सत्ताधारी पार्टी के सभी कार्य सराहनीय नहीं हो सकते पर यदि अधिकांश कार्यों से जनता खुश हो तो इसे सरकार की उपलब्धि समझना चाहिये | मई 2019 मे मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की अवधि प्रारम्भ हुई थी और अब इस कार्यकाल के एक वर्ष पूरे हो गए है | इस एक वर्ष की अवधि मे मोदी सरकार ने इतिहास की सभी सरकारों की तुलना मे सबसे अधिक चुनौतियों का सामना किया है जिस सिद्दत और ईमानदारी से मोदी सरकार ने लोगों के लिए कार्य किया है उसे देश ही नहीं बल्कि दुनियाँ तारीफ कर रही है | यदि आप विपक्ष के नवीनतम बयान को सुनेगे तो हो सकता है आप के मन मे भ्रम की स्थिति घर कर जाए | पर परिस्थिति वस जिस तरह से साहसिक निर्णय मोदी सरकार ने लिया है वह किसी भी देश की सरकार के लिए आसान नहीं होता | विपक्ष का मुख्य कार्य ही सरकार के सभी कार्यों की आलोचना करना है फिर चाहे वह किसी के हित मे हो या अहित मे | वैसे भी सरकार के निर्णय मे बड़ा वर्ग लाभान्वित होता है और कुछ लोगों का अहित हो सकता है |

मोदी सरकार ने अपने पाँच साल के कार्यकाल मे (2014-2019) जीतने निर्णय और कार्य किए उससे कई गुना अधिक और निर्भीक निर्णय और कार्य दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष की अवधि मे किए है | देश के पड़ोसी देशों चीन, पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका से जिस तरह सफल संबंधों को स्थापित किया है वह किसी भी पूर्व की सरकारों के लिए आसान नहीं था | अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिस तरह से दुनिया के सभी देश मोदी सरकार को सहयोग कर रहे है वह कुशल राजनीति और वैश्विक कूटनीति का ही नतीजा है जिसके पीछे एक दिन नहीं वर्षों की कठिन मेहनत छिपी हुई है |

आजादी के पश्चात से जम्मू एण्ड काश्मीर की समस्या का समाधान करने के बारे मे आजतक पूर्व की किसी सरकार ने सोचा भी नहीं था बल्कि अलगाववादी नेतृत्व को वहा पर बढ़ावा दिया जा रहा था | मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 को खत्म कर जम्मू एण्ड काश्मीर की समस्या का अंत किया है बल्कि pok पाकिस्तान आक्यपाइड काश्मीर पर अपना जोरदार दावा ठोक कर पाकिस्तान को हैरत मे डाल दिया है | आज पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सुनने वाला कोई नहीं है | मोदी सरकार के इस निर्णय के लिए विपक्ष और पेड मीडिया ने जिस तरह आलोचना की, उससे देश का हर एक नागरिक यह जान गया की पड़ोसी देश से ज्यादे दुश्मन भारत मे रहते है | जो घटना दर घटना किसी विशेष वर्ग के हित  और सुरक्षा की बात करते है |

राम-मंदिर जिसके सपनों को पूरा होने को लेकर न जाने कितने लोगों ने अपने जीवन की बलि चढ़ा दिया और कितने लोग इस आस मे इस दुनियाँ से चले गए की राम-मंदिर कब बनेगा | इस ज्वलंत और नाजुक मुद्दे को सरकार ने जिस तरह से सुलझाया वह वास्तव मे स्वागत करने योग्य है | सरकार ने तानाशाही रूख न अपनाते हुए दोनों धर्मों का मान रखा है | आज राम मंदिर का कार्य प्रारंभ हो चुका है जो कभी असंभव लगता था |

सर्जिकल स्ट्राइक करके देश के दुश्मनों को इस सरकार ने यह बता दिया है की देश की सुरक्षा को किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जा सकता है | अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्था को मना करके सरकार ने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति और कार्य प्रणाली को प्रदर्शित किया है और सभी को यह मैसेज दिया है की हम अपनी समस्याओं का समाधान करने मे स्वयं सक्षम है | आतंक और आतंकवाद कही से भी क्षम्य नहीं है |

देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने अनेकों टैक्स रिफॉर्म किए है जो दशकों से प्रतीक्षित थे | जरूरत के समय लोगों को केंद्र बिन्दु मे रखकर निर्णय लेना इस सरकार की खास बात रही है | सरकार ने आर्थिक मजबूती के लिए न केवल अनेकों बोल्ड निर्णय लिए बल्कि यह भी सुनिश्चित किया की सरकारी घाटा न बढ़ने पाए | 6 दशकों से अधिक की आजादी और घाटे की अर्थ-व्यवस्था की कमान मोदी सरकार को उपहार स्वरूप पूर्व की सरकार ने दिया था | सरकारी बैंकों का आपस मे विलय देश के विकास की नीव का निर्माण करना जैसे है | सरकार ने इस पर निर्णय लेकर लोगों को बैंकों तक और बैंकों की आर्थिक मजबूती की राह को प्रशस्त किया है जो सीधे तौर पर देश हित मे है |

त्रिपल तलाक बिल, सिटीजेन अमेंडमेंट ऐक्ट (caa), नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (nrc), जैसे मुद्दों पर कठोर निर्णय लेकर यह दुनियाँ को जता दिया की भारत देश यहा के नागरिकों के लिए है फिर वह चाहे किसी भी धर्म, जाति, समुदाय या मजहब का क्यों न हो | इसमे भी सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास कुछ लोगों द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत किया गया पर कुछ समय के पश्चात वास्तविकता से दुनियाँ का सामना हो गया |

देश के अन्नदाता को सम्मान जितना मोदी सरकार ने किया है वह सभी के लिए अनुकरणीय है पीएम किसान योजना के जरिए देश के एक एक किसान को सरकार सीधे सहयोग प्रदान कर रही है नतीजन कृषि और उत्पादन मे वृद्धि हुई है | अंतर्राष्ट्रीय निर्भरता कम हुई है |

कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी मे भारत ने अनेकों निर्णय ऐसे लिए है जिससे विश्व के सबसे शक्तिशाली देश भी अनुसरण कर रहे है | अपनी दक्षता और क्षमता के अनुसार सरकार ने रणनीति बनाकर देश को इस महामारी से लड़ने की न केवल हिम्मत दी  बल्कि लॉक-डाउन अवधि मे अपनी तैयारियों को और मजबूत किया है नतीजन आज इस महामारी के टेस्ट और इलाज मे प्रयोग होने वाले उपकरणों का उत्पादन भारत मे होने लगा है | कई बार कठोर निर्णयों की वजह से लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है मजदूरों की समस्या उनमे से एक है पर इस तरह के निर्णय तब अधिक जरूरी होते है जब सभी के जीवन पर खतरा मडरा रहा हो | आप अनेकों कमियाँ मोदी सरकार की निकाल सकते है पर आप दिल से मोदी सरकार के साथ जरूर होंगे क्योंकि इस 1 वर्ष की अवधि मे इन्होंने दशकों पुरानी कई ला-इलाज बिमारी का इलाज किया है | लोगों के हित को सर्वोपरि मानते हुए मोदी सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की जो इतिहास का सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज है | आप इस पैकेज की तुलना अन्य देशों से करके अनेकों कमियाँ निकाल सकते है पर देश की आधारभूत संरचना और जरूरत के हिसाब से इसे अप अत्यंत उचित पायेगे | कोरोना वायरस की इस महामारी की लड़ाई का नेतृत्व और प्रबंध सरकार द्वारा सराहनीय है |

सरकार द्वारा एक वर्ष का कार्य बेमिसाल रहा है और ऐसे मे लोगों की अपेक्षा सरकार से बढ़ना स्वाभाविक ही है | आप अपने घर मे ही ले लीजिए जो बच्चा अच्छा कर रहा होता है उससे आपकी अपेक्षा अधिक होती है जबकि जो औसत दर्जे का हो उसे आप उतनी अपेक्षा नहीं करते | मोदी सरकार के बोल्ड निर्णयों के साथ-साथ मोदी सरकार ने अपने लिए अनेकों कठिनाइयों को भी आमंत्रित किया है जो शायद कोई और सरकार होती तो ऐसे निर्णयों लेने से बचती रहती | अभी भी मोदी सरकार के सामने अनेकों चुनौतियाँ है जिनमे शामिल है कोरोना वायरस, आर्थिक गतिविधि, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था आंतरिक और वाह्य सुरक्षा और मजदूरों की समस्याए इससे सरकार आने वाले दिनों मे किस तरह बाहर आ पाती है यह सरकार के साथ-साथ देश का भी भविष्य सुनिश्चित करेगा |


डॉ. अजय कुमार मिश्रा (लखनऊ)
drajaykrmishra@gmail.com

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