भारत का सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश है |
वर्तमान जनसंख्या लगभग 23 करोड़ से अधिक है | राज्य सरकार ने आम जनता तक राशन कार्ड
को पहुंचाया है | कोरोनावायरस की महामारी को देखते हुए सरकार ने सभी कार्ड धारकों
को अतिरिक्त सहूलियत देते हुए पहले से अधिक राशन देने की बात कही है | सरकार
द्वारा अंत्योदय अन्न योजना और प्राथमिकता हाउस होल्ड योजना के अंतर्गत राशन वितरण
गाँव मे अधिकृत कोटेदारों के माध्यम से किया जाता है | उत्तर प्रदेश मे अंत्योदय
अन्न योजना मे कुल कार्ड धारकों की संख्या 40.95 लाख है और इसके जरिये कुल 1.63
करोड़ गरीबों तक राशन पहुँच रहा है | प्राथमिकता हाउस होल्ड योजना मे कुल कार्ड
धारकों की संख्या 3 करोड़ है और इसके जरिए 13.37 करोड़ लोगों तक राशन पहुँच रहा है |
लाभार्थियों की वास्तविकता की पहचान के लिए आधार को जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है
| साथ ही प्रदेश भर मे राशन कार्ड पोर्टिबिलिटी लागू की गयी है और राशन कार्ड
धारकों सुविधा और शिकायत हेतु कल सेंटर नंबर 18001800150 / 1967 जारी किया गया है
|
कोरोनावायरस के समय मे राशन हेतु अतिरिक्त सुविधा होने से कुछ
कोटेदारों ने अपनी कमाई बढ़ाने मे लग गये है | कोटेदारों के अपने लालच और कई उचे
अधिकारियों की मिलीभगत होने से व्यापक पैमाने पर धांधली भी सामने आती रही है |
अशिक्षा, सही जानकारी न होने की वजह से लोगों की समस्याएं दम तोड़ देती है |
कोटेदारों को राशन वितरण के लिए समय प्रतिदिन है पर कुछ कोटेदार महीने मे दो चार
दिन ही राशन का वितरण करते है | कई कोटेदार कम राशन की तौल करते है | कई सभी चीजों
का वितरण नहीं करते, कुछ कालाबाजारी कर देते है जबकि निर्धारित माहो से कम वितरण
देते है | कई लोग लालच मे आकर फर्जी राशन कार्ड बनाने से गुजेर नहीं करते यही | ऐसी
अनेकों समस्याएं है जिससे जिले के आम आदमी को दो चार होना पड़ता है | कई लोग ऐसे है
जिनका राशन कार्ड न होने से उन्हे महंगे दाम मे राशन खरीदना पड़ रहा है | उत्तर
प्रदेश के भदोही जिले मे राशन कार्ड की समस्याएं कुछ अधिक है |
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