53 वर्ष के इरफान खान का निधन मुम्बई के कोकिला बेन अस्पताल मे आज ब्रेन कैंसर की वजह से हो गया | अपने करिअर मे बेहतरीन अभिनय और शानदार फिल्म करके इन्होंने न केवल लोगों का दिल जीत लिया, बल्कि इतिहास लिख दिया | इरफान खान एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने बॉलीवुड मे ऐक्टिंग की परिभाषा ही बदल कर रख दी | उनके अभिनय के दुनियाँ के बड़ी हस्तियाँ भी दीवानी है | पिकू, ब्लैक मेल, हिन्दी मीडियम, अंग्रेजी मीडियम, गुंडे, लाइफ ऑफ पाइ, बिल्लू बार्बर, स्लम डॉग ऑफ मिलिनायर, क्रेजी फोर, लाइफ इन मेट्रो, आन-मेन एट वर्क और कारवां समेत अनेकों फिल्म मे अभिनय किया हुआ था | आज इरफान खान की मौत कैंसर की वजह से मुम्बई मे हो गयी है | 7 जनवरी 1967 को राजस्थान के जयपुर मे जन्म हुआ था | इनका पूरा नाम शहबजादे इरफान आली खान है | इनकी पत्नी का नाम सुतापा देवेन्द्र सिकदार है | इनके दो बच्चे है बबली और अयान |

अपने बेहतरीन अभिनय की वजह से इने कई अवॉर्ड मिले है | वर्ष 2011 मे इन्हे पद्मश्री से सम्मानित किया गया था | इनके डाइअलॉग अपने आप मे दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ते थे | इनमे से एक है “ये शहर हमें जितना देता है, बदले में कहीं ज्‍यादा हम से ले लेता है” | मात्र 53 वर्ष की आयु मे इनका निधन हो गया है | इन्होंने अभिनय नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अभिनय सीखा था |

बॉलीवुड मे काम करने से पहले कई टीवी धारावाहिक मे काम कर चूके इरफान खान का पूरा करिअर अपने आप मे दमदार रहा है | चाणक्य, भारत एक खोज, बनेगी अपनी बात, चंद्रकांता जैसे प्रमुख धारावाहिक मे काम कर चूके है | इनकी रहस्यमय हंसी दर्शकों मे काफी पसंद है |

राजस्थान सरकार ने 2015 मे इन्हे ब्रांड एम्बेसडर “Resurgent Rajasthan” के लिए बनाया था | वर्ष 2018 से इरफान खान ब्रेन कैंसर से पीड़ित थे और अपना इलाज लंदन मे भी करा रहे थे | उनका एक डाइअलॉग सबसे ज्यादे फेमस है वह है “ ईश्वर इंसान बनाता है दर्जी इंसान को जेन्टल मैन” | ईश्वर इस अभिनेता की आत्मा को शांति प्रदान करें |

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