कोरोनावायरस की वजह से विश्वभर मे कई समस्याएं उत्पन्न हुई है | भारत मे इस महामारी से निजात दिलाने और लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से सरकार ने लॉक-डाउन फेज – 2 की घोषणा की | जिसकी समयावधि 3 मई 2020 तक चलेगी | लोगों को घर तक सीमित हो जाने से कई तरह की जिम्मेदारियों की पूर्ति के लिए अनलाइन भुगतान करना पड़ रहा है | अनलाइन भुगतान के लिए या भुगतान पाने के लिए इंटरनेट बैंकिंग, पेटीएम, फ्रीचार्ज, भीम, यूपीआई, गूगल पे जैसे अनेकों विकल्प उपलब्ध है | पूरा बैंक आपकी मुट्ठी मे एंड्रॉयड फोन के जरिए सीमित हो चुका है | ऐसे मे थोड़ी सी असावधानी हो जाने पर आपके बैंक अकाउंट से लाखों रुपये पलक झपकते ही गायब हो जातें है | और आपकी मेहनत की कमाई का मालिक कोई दूसरा बन जाता है | हम सब लोग न्यूज पेपर, समाचार पत्र, और वव्हाट्सप्प पर ढेरों ऐसी घटनाओं को पड़ते, सुनते और देखते है फिर भी लोग रोज इसका शिकार हो रहे है | पैसे वापस पाने के लिए कई पक्रियाओं से गुजरना पड़ता है फिर भी जरूरी नहीं की आपके पैसे आसानी से आपको मिल ही जाये | ऐसे मे आपकी अपनी सावधानी ही आपका बचाव हो सकती है | आइए जानते है कैसे हैकर्स लोगों की मेहनत की कमाई लूट रहें है |

पेटीएम केवाईसी : हैकर्स लोगों को एसएमएस/ईमेल/व्हाट्सप्प के जरिए मैसेज भेजते है की “आपके पेटीएम एप की केवाईसी न होने से आपकी सेवायें रोकी जा रही है | यदि आप अपनी सेवायें जारी रखना चाहते है तो दिए गये नंबर पर काल करिए या दिए गये लिंक पर क्लिक करके केवाईसी पूरा करिए” जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करते है आपके मोबाईल का रीमोट एक्सेस हैकर्स को मिल जाता है और वो आपके खाते से पैसा गायब कर देते है | जब आप एसएमएस/ईमेल/व्हाट्सप्प के जरिए मिले नंबर पर केवाईसी पूरा करने के लिए कल करते है तो हैकर्स आपको एप डाउनलोड करने को कहते है जिसके जरिए आपके मोबाईल का रीमोट एक्सेस हैकर्स को मिल जाता है और वो आपके खाते से पैसा गायब कर देते है | ऐसे प्राप्त किसी एसएमएस/ईमेल/व्हाट्सप्प मैसेज को तुरंत डिलीट कर देना चाहिये और संबंधित बैंक या सेवा प्रदाता को इसके बारें मे तुरंत सूचित करना चाहिये |

पीएम केयर्स फंड :- प्रधानमंत्री जी ने कोरोनावायरस की महामारी के लिए पीएम केयर्स फंड की स्थापना की है जिसमे लोग स्वैच्छिक दान कर रहें है | ऐसे मे हैकर्स पीएम केयर्स फंड के दिए गये बैंक अकाउंट/यूपीआई संख्या से मिलते जुलते को अपनाकर लोगों को देश सेवा और कोरोनावायरस से लड़ने के लिए दान देने की बात करते है | जैसे ही आप उसमे दान देते हो वो पैसा उनके पास पहुच जाता है | ऐसे मे यह आती आवश्यक है की आप पीएम केयर्स फंड के सही बैंक अकाउंट/यूपीआई संख्या मे ही पैसा भेजे |

आयकर कटौती :- इस समय कई लोगों के सामने नियमित आय न होने और बेरजोगरी होने से | हैकर्स  इस का लाभ उठाने के उद्देश्य से लोगों को फोन करके यह बताया जा रहा है की आपके आयकर का रिफन्ड आया है | उसका पैसा लेने के लिए वो आपसे दिए गये लिंक पर क्लिक करवाकर आपके बैंक अकाउंट मे पैसे को निकाल लेते है | ऐसे किसी भी तरह के काल से बचना चाहिये क्योंकि आयकर विभाग इस तरह से कोई रिफन्ड नहीं देता है बल्कि आयकर भरते समय दिए गये बैंक खाते मे यदि कोई रिफन्ड बनता है तो अपने आप रिफन्ड आ जाता है |

बैंक लोन की ईएमआई : - हैकर्स लोगों को बैंक प्रतिनिधि बनकर, उन्हे लालच दे करके, की आपके बैंक लोन की ईएमआई बैंक द्वारा वापस की जा रही है | आपसे आपका सारा विवरण प्राप्त कर लेते है और आपके मोबाईल पर ओटीपी प्राप्त कर आपके खाते से पैसे उड़ा लेते है | हम सब को यह जरूर समझना चाहिये की बैंक किसी भी ग्राहक से उनके व्यक्तिगत जानकारी पिन ओटीपी की मांग कभी नहीं करता है | यदि काही संदेह हो तो तुरंत बैंक को सूचित करना चाहिये |

चीजों को मूल्य से सस्ता दिखाकर ठगी :- हैकर्स किसी वस्तु का वास्तविक मूल्य से कही अधिक कम कीमत बता करके आपसे ठगी कर रहे है | उदाहरण के तौर पर 5 लाख की कार की कीमत 1 लाख बता कर आपको लालच देकर अड्वान्स के नाम पर 20 हजार रुपये अनलाइन अपने खाते मे जमा कराकर गायब हो जायेगे |

अनलाइन फ़्राड, हैकर्स, साइबर क्राइम आपके साथ न हो इन सब से बचने के लिए यह बेहद जरूरी है की आप अपना व्यक्तिगत डीटेल किसी से शेयर न करें और न ही किसी लिंक/एसएमएस पर बताए गये काम को करें | जहां आपको संदेह हो अपने बैंक से सीधे संपर्क करें | अधिकांश अनलाइन फ़्राड इसलिए होते है की लोग लालच मे आ जातें है | किसी तरह के लालच से बचना चाहिये और यह हमेशा याद रखना चाहिये की इस संसार मे कुछ भी फ्री नहीं है सबकी अपनी एक लागत होती है जिसकी भरपाई करनी ही पड़ती है | लॉक-डाउन के होने से हैकर्स पहले से कही अधिक सक्रिय हो गये है और ऐसे मे आप की सतर्कता ही आपके मेहनत से कमाये गये धन को सुरक्षित रख सकता है |

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