यदि भारत से अलग हुआ देश पाकिस्तान और बांग्लादेश
मुस्लिम देश हो सकता है तो हिंदुस्तान हिन्दू देश क्यों नहीं यह प्रश्न आजादी के
पश्चात् से प्रत्येक हिन्दू के मन में चल रहा है और इस प्रश्न का उत्तर देने के
बजाय हम हिन्दुओं में से ही कई हिन्दुओं ने निजी स्वार्थ के लिये इस प्रश्न को
मिटाने का प्रयास किया है | आजादी के कई दशक पश्चात् हिन्दू विचारधारा और दशको से
शांत पड़े प्रश्न ने पुनः अपनी आवाज श्री आदित्य नाथ योगी जी के रूप में जन्म लिया
| हिंदुत्व विचारधारा को जन - जन तक पंहुचा कर ही आज उत्तर प्रदेश में हिंदुत्व की
सरकार पूर्ण बहुमत से बन रही है जिसके मुखिया है श्री योगी आदित्य नाथ जी जी चुने
गये है | कई बुद्धजीवी मेरी इस बात से सहमत नहीं होगे और अपने इस विचार को
दोहराएंगे की हमें सबको साथ लेकर चलना चाहिए और सबकी भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए
| सबका विकास करना किसी अन्य तथ्यों से बड़ा कार्य है | कुछ लोगो की विचारधारा का
ही परिणाम है की दुनियाँ में सबसे ज्यादा किसी देश के टुकड़े हुये है तो वह
हिंदुस्तान है | मेरे विचार और यहाँ लिखित लेख किसी समुदाय या जाति विशेष का विरोध
करना नहीं है बल्कि हम हिन्दुओं के हितो की रक्षा करना है | कश्मीर और देश के कई
राज्यों में हिन्दुओं की दयनीय स्थिति देखकर आज प्रत्येक सच्चे हिन्दू को दर्द हो
रहा है | यह उस दर्द का ही परिणाम है की उत्तर प्रदेश की जनता ने सिर्फ और सिर्फ
हिंदुत्व के जरिये विकास को सुनिश्चित करने के लिए वोट देकर अपने संस्कारो धर्मो
और सामाजिक एकता को मजबूत करने के लिए बड़ा कार्य किया है | किसी एक समुदाय का डरना
या डरा हुआ प्रदर्शित करना ठीक वैसे ही है जैसे की चेहरे पे समय के साथ अलग मास्क
लगा कर दिखाना | इतिहास गवाह रहा है हम हिन्दुओं ने कभी किसी पर अत्याचार नहीं
किया बल्कि अपना वजूद बचाने के लिए सार्थक प्रयास ही किया है | उत्तर प्रदेश में
सत्ता परिवर्तन कर प्रदेश के हिन्दुओं ने कड़ा मैसेज जाति और जाति विशेष के नाम पर
राजनीति करने वाले पार्टी और लोगो को दे दिया है | उत्तर प्रदेश चुनाव मात्र एक शुरुआत
है हिन्दुओं के संगठित होने का | लोक सभा चुनाव 2019 में
देश के अन्य राज्यों में हिन्दुओ का एकत्रित होना अपने आप में हिन्दुओ के जागरूक
होने और हिन्दू देश के निर्माण हेतु मुहर लगा देगा | यह विचार मात्र वास्तविकता को
प्रदर्शित करना है न की किसी की भावना को ठेस पहुचना | श्री योगी आदित्य नाथ जी की
अगले कुछ माहों की कार्य प्रणाली न केवल विकास को प्रदर्शित करेगी बल्कि अपने
प्रदेश में दयनीय स्थिति में रहने वाले हिन्दुओं को कुछ राहत अवश्य प्रदान करेगी |
निसंदेह यह कहा जा सकता है की प्रदेश का विकास अब हिन्दूवाद के जरिये होने की नीव
आज पड़ चूकी है |
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