सड़क, सुरक्षा और बीमा :
व्यक्ति के जीवन चक्र में तरह - तरह के जोखिम
विद्यमान है और समस्त जोखिमो में से एक महत्वपूर्ण जोखिम है सड़क दुर्घटना, जो की हम
सब से सम्बंधित है | सड़क दुर्घटना से सुरक्षा जोखिम को कम करने के दो ही उपाय है
पहला सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नियम और कानूनों का शत-प्रतिशत पालन किया जाय साथ ही
अपनें आस – पास लोगो में जागरूकता फैलाई जाय | समस्त लोगों के जागरूक हो जाने के
पश्चात् भी सड़क दुर्घटना को शत-प्रतिशत समाप्त नहीं किया जा सकता यानी की सड़क
दुर्घटनाओं में मात्र कमी लायी जा सकती है | दूसरा उपाय है कि सड़क पर चलने वाले
वाहनों का अनिवार्य रूप से बीमा कराया जाय, परन्तु अनिवार्य रूप से बीमा हो जाने
पर भी शत-प्रतिशत सड़क दुर्घटना को रोका नहीं जा सकता | यानी की सड़क दुर्घटना को
नियंत्रित करने के लिये दोनों पहलुओं को व्यवहार में लाना होगा और उसका शत-प्रतिशत
आम जनता से पालन करवाना होगा | मोटर बीमा की देश में अनिवार्यता होने पर भी कभी –
कभी प्रमुख खबरे ऐसी आती है जो सड़क दुर्घटना के बारे में नये सिरे से सोचने पर
मजबूर कर देती है | इकोनोमिक्स टाइम्स के 23 मई 2015 के प्रकाशन में यह प्रमुखता से प्रकाशित किया गया
था की भारत में 75 प्रतिशत दो पहिया वाहनों का बीमा नहीं है | यह इस लिये भी
आश्चर्य चकित कर देने वाली सूचना है की सड़क पर चलने वाले वाहनों का बीमा होना देश
में कानूनन अनिवार्य है | यदि दूसरे पहलु को देखा जाय तो, क्या आप जानते है लगभग 4
लाख लोग प्रत्येक माह सड़क दुर्घटना के शिकार होते है ? विश्व स्वास्थ्य संगठन के
एक सर्वेक्षण के अनुसार “वर्ष 2012 में भारत में सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों की
संख्या विश्व में सबसे ज्यादा दर्ज की गयी थी | ये आकड़े आपने आप में यह बयां करते
है की यातायात के नियमों के पालन के साथ-साथ भारत में मोटर बीमा अत्यंत ही
महत्वपूर्ण है | नीचे दिए गए ग्राफ से स्पष्ट रूप से बीमा की आवश्यकता को समझा जा
सकता है |
मोटर बीमा : मोटर बीमा, एक कवरेज है जो सड़कों पर चलती, कारों, ट्रकों और अन्य वाहनों के लिए खरीदा जाता है । इसका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से शारीरिक क्षति
या हानि के खिलाफ पूरी सुरक्षा देना होता है | भारत में मोटर बीमा सड़क पर चलने
वाले वाहनों के लिये करवाना कानूनन अनिवार्य है | मोटर बीमा में प्रीमियम का
निर्धारण, व्यक्ति की उम्र, ड्राइविंग इतिहास, वाहन के निर्माण का वर्ष, व्यक्ति
के पेशे, भौगोलिक स्थान के आधार पर होता है साथ ही मोटर बीमा में, दंगा और हड़ताल,
आग और चोरी, आतंकवाद, भूकंप, लैंड स्लाइड, बाढ़, तूफान, और चक्रवात को कवर किया जाता है | मोटर बीमा के
अंतर्गत आते है :
कार बीमा
दुपहिया वाहन बीमा
वाणिज्यिक वाहन बीमा
सड़क दुर्घटना से
सुरक्षा को कैसे अत्यधिक मजबूत बनाया जाय : सड़क सुरक्षा के
लिये सरकारे तो समय – समय पर नियम और कानूनों को लाती रहती है, और आम लोगों में
जागरूकता बढ़ाती रहती है | सड़क दुर्घटना से सुरक्षा के लिये देश के प्रत्येक नागरिक
को अब जागरूक होना पड़ेगा, जिससे न केवल दुर्घटना में कमी आएगी बल्कि लोग दूसरो की
मदद को आगे आयेगे | व्यक्ति का ज्ञान और सावधानी ही सड़क दुर्घटना से सुरक्षा की
कुंजी हो सकते है | निम्न लिखित कुछ महत्वपूर्ण सुझाव और चित्र है जिसे अमल में
लाकर सड़क दुर्घटना में कमी लायी जा सकती है | सड़क दुर्घटना से बचाव के लिये
जागरूकता अत्यधिक आवश्यक है एक व्यक्ति के इस विषय पर जागरूक होने से न केवल
दुर्घटना को कम किया जा सकता है बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य वाहनों और लोगों को
सुरक्षित किया जा सकता है | आज की भागम भाग की जिंदगी में यह अत्यंत आवश्यक भी है
क्योकि प्रत्येक व्यक्ति का प्रतिदिन का कुछ क्षण तो सड़क पर व्यतीत होता ही है |
जानकारी होने से सड़क पर व्यतीत होने वाले क्षण को दुर्घटना रहित बनाया जा सकता है
|
यात्री और चालक
दोनों को चाहिए की यातायात के नियमो का पालन करें |
यदि व्यक्ति कार चला रहा है तो सीट बेल्ट का जरुर उपयोग करें |
यह सुनिश्चित करें की उसकी कार में एयरबैग हो |
अनावश्यक प्रकाश और प्रतिक्षेपक से बचना चाहिए |
ड्राइवर के असिस्टेंस के रूप में इलेक्ट्रोनिक स्थिरता नियंत्रण की
व्यवस्था का होना |
यदि आप गाड़ी
चला रहें है और टायर फट जाता है तो वाहन को नियंत्रित करने का लगातार प्रयास करना
चाहियें |
अपनी गाड़ी की साइड प्रकाश को अँधेरे या कम प्रकाश में चालू रखें |
यदि आपको सड़क लेन परिवर्तित करना हो तो स्पष्ट रूप से सिग्नल के साथ धीरे
धीरे सावधानी पूर्वक लेन परिवर्तित करें |
आप के आसपास यातायात पर नजर रखें |
किसी अप्रिय घटना होने पर यातायात पुलिस या 100 पर पुलिस नियंत्रण कक्ष के
वाहन को सूचित करें |
नजदीकी पुलिस थाने से जरुरत पर मदद ली जा सकती है |
अपनी सुरक्षा और दूसरों की सुरक्षा आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए |
सही उपकरण होने पर ही टायर परिवर्तित करें |
दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग अवश्य करें | याद रखे सबसे ज्यादे
सड़क दुर्घटना दुपहिया वाहन से होती है |
हाईवे पर गाड़ी चलाते समय अत्यधिक सतर्क रहें |
किसी तरह की दुर्घटना होने पर ट्रैफिक पुलिस या नजदीकी पुलिस थाने को सूचित
करें एवं आस पास लोगो की मदद करें |
सड़क दुर्घटना से
सुरक्षा और मोटर बीमा : सड़क दुर्घटना से सुरक्षा और मोटर बीमा एक ही
सिक्के के दो पहलू है और सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिये दोनों तरह के उपायों
का पूर्ण उपयोग करना होगा | पहला सड़क सुरक्षा सम्बन्धी समस्त नियमों का न केवल
पालन करना होगा बल्कि ड्राइविंग के समय विशेष सतर्कता बरतनी होगी | साथ ही सड़क
दुर्घटना होने पर, दुर्घटना से होने वाले नुकसान से बचने के लिये बीमा का होना
अत्यंत ही आवश्यक है | इसके लिये यह नितांत आवश्यक है की शत-प्रतिशत गाड़ियों का
बीमा हो | इकोनामिक्स टाइम्स की रिपोर्ट से यह प्रदर्शित होता है की देश में नियम
कानून सिर्फ किताबो तक ही सीमित है, इसे न केवल व्यवहार में लाना होगा बल्कि
कठोरता से इसका पालन भी आम जनता से करवाना होगा जो न केवल देश हित के लिये आवश्यक
है बल्कि उनके व्यक्तिगत हित के लिये भी अत्यंत आवश्यक है | राज्य सरकारें और
केंद्र सरकार मिलजुल कर इस विषय पर जागरूकता अभियान चलाये और लोगों को जागरूक करें
| आज भी देश के सड़को का बुरा हाल है और उन बदहाल सड़को को दुरुस्त कराया जाएँ | देश
में सड़क दुर्घटना की संख्या इस लिये भी ज्यादे है कि देश में सड़कों की स्थिति
अत्यंत ही दयनीय है | कार्यरत ठेकेदार सरकार से तो पूरा पैसा वसूलते है परन्तु कार्य
दूसरे दर्जे का करते है जिसके परिणाम स्वरुप सड़को के स्थिति कुछ समय पश्चात् जस की
तस हो जाती है और आम जनता को अपनी जान देकर उसकी पूर्ति करनी पड़ती है | अतः यह
स्पष्ट है की जागरूकता और बीमा दोनों के संयुक्त प्रयास से सड़क दुर्घटना में कमी
लायी जा सकती है साथ ही मोटर बीमा सम्बन्धी कानूनों को अनिवार्य रूप से व्यवहार
में लाने के लिये सरकार को भी इस क्षेत्र में विशेष ध्यान देना होगा | जिंदगी
अमूल्य है और दुर्घटना से सुरक्षा बीमा तो नहीं दे सकता पर कुछ हद तक उत्पन्न
वित्तीय संकट से निकलने में सहयोग करता है, शायद इसीलिए बीमा बेमिशाल है |
Mujhey sadak durghatna key niyam chaye topic mey
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know