LIFE INSURANCE AND THEIR IMPORTANCE AND BENEFITS

जीवन बीमा :

जीवन बीमा एक ऐसा अनुबंध है जिसके अंतर्गत बीमित व्यक्ति और बीमा कंपनी के मध्य हुए अनुबंध के आधार पर बीमित व्यक्ति बीमा कंपनी को प्रीमियम भुगतान पूर्व निर्धारित समय पर करता रहता है तथा बीमा कंपनी उसी अनुबंध के आधार पर बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने पर या बीमा अवधि समाप्त होने पर उसे या उसके द्वारा चुने गये उत्तराधिकारी को बीमा की एक निश्चित रकम को देने के उत्तरदायित्व को ग्रहण करता है । इस प्रकार यदि देखा जाय तो जीवन बीमा में सुरक्षा तथा विनियोग दोनों ही तत्वों का समावेश है जो की विनियोग के उपलब्ध अन्य संसाधनों में नहीं है । यही मुख्य अंतर है जो जीवन बीमा और विनियोग के उपलब्ध अन्य साधनों को भी एक दूसरे से अलग करता है ।

जीवन बीमा की उपयोगिता एवं लाभ :

यह शाश्वत सत्य है कि जो भी इस दुनिया में आया है, उसे जाना भी है, अर्थात मृत्यु निश्चित है पर मृत्यु का समय अनिश्चित है आज के इस आधुनिकतम युग में जिस तरह से मानव ने तरक्की कि है ठीक उसी अनुपात में जोखिम का भी विस्तार हुआ है । अक्सर देखने को मिलता है कि अमुक व्यक्ति कि मृत्यु युवा अवस्था में हो गयी जिसकी उम्र महज ३० वर्ष कि थी और उस व्यक्ति कि मृत्यु के पश्चात उसके पत्नी, बच्चो को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता है खास कर वित्तीय समस्याओ का ऐसे स्थिति में उसके बच्चो और पत्नी कि दुर्दशा होने लगती है, यदि दूसरे पहलु को देखा जाय तो युवा अवस्था में मृत्यु न भी हो तो वृद्धा अवस्था में जब व्यक्ति के कमाने कि शक्ति क्षीण हो जाती है और उसके दायित्व बढ़ जाते तब उसे बहोत सारी समस्याओ का सामना करना पड़ता है आज के इस युग में जहाँ जोखिम हर कदम पर विद्यमान है वहां बीमे के आवश्यकता पहले से कई गुना अधिक है मनुष्य इतना एकांकी होता चला जा रहा है कि संकट के समय कोई किसी के परिवार कि मदद नहीं करता यहाँ तक यह भी देखने को मिलता है कि अपने ही परिवार के अन्य सदस्यों कि देखभाल बड़ी मुश्किल से कुछ लोग करते है यदि जमीनी स्तर पर सोचा जाये तो यह भी एक सच्चाई है कि इस महंगाई के युग में कोई मदद कि भावना रखे भी तो कम आमदनी के कारण मदद करना संभव नहीं है । कुछ समय के लिये तो कोई सहारा दे सकता है किन्तु लंबे समय तक कोई मदद नहीं कर पाता सभी लोग किनारा काटने लगते है । यद्यपि जीवन बीमा द्वारा व्यक्ति को पुनः जीवित तो नहीं किया जा सकता, पर बीमा के माध्यम से उसके आश्रितों को आर्थिक समस्याओ का निदान कुछ हद तक अवश्य ही किया जा सकता है ।

जीवन बीमा का महत्व :

जीवन बीमा के महत्व को सही रूप में समझने के लिये हम चार वर्गों में विभाजित कर सकते है तथा जीवन बीमा से विभिन्न वर्गों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होता है ।

{क} व्यक्तिगत एवं पारिवारिक दृष्टि से लाभ :

१. मृत्यु पश्चात बीमित के आश्रितों को आर्थिक सुरक्षा

२. बच्चों के शिक्षा एवं विवाह कि व्यवस्था

३. मितव्ययिता को प्रोत्साहन

४. उच्च रहन सहन का स्तर संभव  

५. वृद्ध अवस्था में भी भविष्य कि सुरक्षा

६. चिंता से मुक्ति एवं कार्य क्षमता में वृद्धि

७. सुरक्षा एवं विनियोग तत्वों का समन्वय

८. आय कर में छूट

९. ऋण लेने कि सुविधा एवं साख में वृद्धि

१०. न्यायलय की जब्ती से मुक्ति

११. सम्पदा कर की व्यवस्था

{ख} औधोगिक दृष्टि से लाभ :

१. उधोगो कि आर्थिक सहायता

२. कंपनियों को आर्थिक सहायता बी

३. औधोगिक विकास

४. पर्याप्त पूंजी कि व्यवस्था

५. अल्प बचतो का सदुपयोग

६. सुगम ऋण प्राप्ति

{ग} व्यावसायिक दृष्टि से लाभ :

१. ऋण प्राप्त करने में सुविधा

२. वित्तीय सुदृड़ता

३. प्रदत्त ऋण कि सुरक्षा

४. सामूहिक बीमा

५. धन के गबन से सुरक्षा

६. व्यापारिक साख में वृद्धि

{घ} सामाजिक दृष्टि से लाभ :

१. संकट काल में सहायक

२. सामाजिक उत्तरदायित्व में कमी

३. आधुनिक सभ्यता का प्रतीक

४. सामाजिक जीवअन स्तर में वृद्धि

५. आत्म निर्भरतासामाजिक बचतो का सदुपयोग

६. पूंजी निर्माण को प्रोत्साहन

{च} सरकार की दृष्टि से लाभ :

१. सरकार को पर्याप्त धन की प्राप्ति

२. आयकर की प्राप्ति

३. उत्तरदायित्व का कम हो जाना

४. देश का विकास


उपरोक्त विवरण से स्पष्ट है की जीवन बीमा एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं उपयोगी व्यवस्था है । मृत्यु वृद्धावस्था या असमर्थता द्वारा उत्पन्न आर्थिक कठिनाइयों आदि से यह सुरक्षा प्रदान करता है । इसी महत्व के कारण संसार के लगभग प्रत्येक देश में जीवन बीमा का प्रचार होता जा रहा है । और भारत जैसे विकासशील देश में इसकी अपर सम्भावनाये है।

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