जीवन बीमा के क्षेत्र में ढेरों लोग अपना कैरियर बीमा अभिकर्ता के रूप में बनाने के लिये आते है और उनमे से एक बड़ा समूह विभिन्न तरह की परेशानियों का हवाला देकर इस व्यवसाय से बाहर हो जाते है, कुछ लोग ऐसे भी है जो पूरे वर्ष ४ से ६ पालिसियाँ ही विक्रय कर पाते है और इस व्यवसाय से बाहर हो जाते है. इस व्यवसाय में बने रहने के लिये मजबूत इच्छा शक्ति का होना अत्यंत ही आवश्यक है जो लोग मजबूत इच्छा शक्ति से इस व्यवसाय में डटे रहते है वही न केवल सफल हो पाते है बल्कि औरों के लिये उदहारण बन जाते है. अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर यहाँ हम १५ मूल मंत्र बीमा अभिकर्ताओ के लिये बताने जा रहे है आशा है यह मूल मंत्र आपको अत्यंत ही लाभप्रद होंगे.
सर्वोच्च बनने की सोच को स्वयं में जागृत करें :- किसी ने सच ही कहाँ है जहाँ चाह वहाँ राह और राह पाने के लिये सोच को जन्म देना अत्यंत ही अनिवार्य है. यदि आप इस उद्योग में सर्वोच्च बनने कि सोच अपने दिमाग में स्थापित कर लेंगे तो निसंदेह वह सोच ही आपको अपने पथ पर अग्रसर होने के लिये हर पल प्रेरित करेगी और आपके सामने आनेवाली समस्याएं भी स्वतः समाप्त हो जाएँगी. हाँ पर याद रखिये सोच इतनी मजबूत हो कि किसी भी परिस्थिति में परिवर्तीत न कि जाय.
सकारत्मक विचारधारा हमेशा बनाये रखें:- कई बार देखा गया है कि जब बीमा अभिकर्ताओं को पालिसियाँ नही मिलती तो वो नकारात्मक प्रभाव से पीड़ित हो जाते है और वह नकारात्मक प्रभाव उन्हें इतने मजबूती से जकड़ लेती है कि उन्हें उस व्यवसाय में बुराइयां ही बुराइयां दिखाई पड़ती है. अतः नकारात्मक बातों पर ध्यान न दे और हमेशा सकारात्मक बनें रहें.
बड़े सपने देखें साथ ही उसे पाने के लिये हर संभव प्रयास करें:- सपने हमेशा बड़े देखे क्योकि सपना जितना बड़ा होगा उसके लिये आप स्वय प्रेरित होगे उसे पाने के लिये. बड़े सपनो से छोटे सपने आसानी से पूरे हो जाते है. सपने सिर्फ देखें नही बल्कि उन्हें पाने के लिये एक भूखे शेर की तरह अपने पूरे जोश के साथ पाने के लिये प्रयास भी करें.
अपने प्रत्येक पालिसीधारक को धनवान बनाने का संकल्प ले, जिससे आप स्वयं ही धनवान बन जायेगे:- जब आपके पालिसीधारक धनवान होंगे तो आप स्वतः ही धनवान बन जायेंगे. अधिक से अधिक पॉलिसी बेचे साथ ही साथ आवश्यकता आधारित विक्रय की अवधारणा को भी याद रखें. किसी भी तरह से गलत बयानबाजी न करें सही तरह से पॉलिसी का विवरण ग्राहक के सम्मुख प्रस्तुत करें .
अपने कार्य को सही समय पर सम्पादित करें:- बीमा में समय का अत्यंत ही महत्वपूर्ण स्थान है प्रत्येक कार्य समय पर ही सम्पादित करें जिससे आप लोगों का विशवास भी जीत पायेंगे. सही समय पर प्रीमियम जमा करे, रसीद ग्राहक को दे, यूलिप पालिसियों में अगर जरुरी हो तो फंड परिवर्तीत कराने कि सलाह कस्टमर को दे. समय के महत्व को पहचाने तथा उसका सदुपयोग करें
हमेशा बेहतर से बेहतर होने के लिये प्रयासरत रहें:- कोई भी इंसान एक दिन में सफल नही होता और कभी भी वह पूर्ण सफल नही बन सकता अतः हमेशा अपने को बेहतर से बेहतर बनाने के लिये प्रयासरत रहें. अपनी भाषा को मीठी बनाये रखें, सहनशीलता बनाये रखे इसकी बहुत जरुरत होती है इस व्यवसाय में. अपनी सफलता का आकलन पॉलिसी बिक्री से न करें बल्कि संतुष्ट ग्राहकों से ही करें
पालिसी धारक को सर्वोच्च प्राथिमिकता दे क्योंकि वो है तो आप है:- प्रत्येक व्यक्ति अपने आप में खास होता है और यदि उसे खास व्यवहार प्राप्त होता है तो वह जीवन पर्यंत उस इंसान को नही भूल सकता जिससे खास व्यवहार प्राप्त होता है और वैसे भी इस व्यवसाय में लोगों को महतवपूर्ण माना जाता है और पालिसीधारको को अति महत्वपूर्ण.
बीमा से सम्बंधित नवीनतम जानकारियों से अपडेट होते रहें:- जीवन बीमा व्यवसाय में आज २३ कम्पनियाँ कार्यरत है इन सभी के बारे में जानकारी अवश्य रखें साथ ही नवीनतम जानकारियों से न्यूज पेपर समाचार चैनल से अपने को अपडेट करते रहें. यह न केवल आपको अपने प्रतियोगियों से अलग बनाएगा बल्कि आपकी सफलता सुनिश्चित कर देगा.
लक्ष्य पाने से कभी भी विचलित न हो और न ही अपना लक्ष्य परिवर्तीत करें:- लक्ष्य एक बार निर्धारित करने के बाद उसे पाने के लिये भरसक प्रयास करें तथा विषम परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य को परिवर्तित और उसका त्याग न करें. आरंभ में छोटे लक्ष्य बनाए फिर धीरे धीरे बड़े लक्ष्य कि तरफ़ अग्रसर हो.
सोचे और जमकर सोचे कि कैसे बीमा को और अधिक बढाया जाय:- सोचने से प्रत्येक समस्या का समाधान हो सकता है अतः सोचे और जम कर सोचे दिमाग का जितना प्रयोग करेंगे उतनी ही सफलता को भी प्राप्त करेंगे. साथ ही साथ विद्वान लोगों से कुछ सिखने का प्रयास जरुर करें. उद्योग के दिग्गज लोगों से प्रेरणा ले.
विभिन्न उपलब्ध तकनीकी का सहारा ले:- आज के समय में ढेरों तकनीकी उपलब्ध है जैसे फोन, मेल, इन्टरनेट, कांफ्रेंसिंग, चैटिंग, शोसल वेबसाइट्स आदी का जमकर प्रयोग करें अपने व्यवसाय को बढाने के लिये.
हमेशा स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा करें:- हमेशा स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा अपने प्रतियोगितो से करें अस्वस्थ्य प्रतियोगिता से किसी को लाभ नही होता. अपने प्रतियोगी कि भी अच्छी बातों को सिखने का प्रयास करें. हमेशा प्रतियोगिता में बनें रहें.
किसी कि निंदा न करें:- जो व्यक्ति किसी कि निंदा करता है वह स्वयं के लिये भी सही नही हो सकता है किसी भी परिस्थिति में किसी कि निंदा न करें. आपके निंदा करने से उस व्यक्ति कि ख्याति ही बढेगी.
अपने स्वस्थ्य का ध्यान रखें:- जीवन बीमा व्यवसाय में सुबह से शाम तक भागम भाग से रहती है अतः अपने स्वस्थ्य का ध्यान रखें जिससे भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्या से बचा जा सके. याद रखे आप है तो सब कुछ है.
पॉलिसी लैप्स न होनें दे:- जीवन बीमा व्यवसाय में आकर्षक आय रिनीवल प्रीमियम से प्राप्त होती है अतः किसी भी दशा में पूरा प्रयास करें कि आपके द्वारा कि गयी पालिसिया लैप्स न हो. पॉलिसी लैप्स होने से बीमा कंपनी, आपको और पालिसीधारक तीनो को नुकशान होता है जबकि पॉलिसी चलती रहती है तो आप तीनो को लाभ.
आशा ही नही बल्कि पूर्ण विश्वास है कि उपरोक्त १५ सूत्र आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होंगे. आपको जीवन बीमा सम्बंधित यदि किसी भी मुद्दे पर कोई भी जानकारी कि आवश्यकता हो तो आप मुझे मेल कर सकते है मेरी मेल आई. डी. है drajaykrmishra@gmail.com आप सब के विचारों और सुझावों का भी दिल से स्वागत है.
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know