महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2024 को जनपद की पांच ग्राम पंचायतों (भिटौड़ी, बनगावा, गायडीह, फरेंदा तथा बलुवाबलुई ) में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया। इस आयोजन में 60 वरिष्ठ नागरिकों को विशेष आमंत्रण देकर उनका सम्मान किया गया।
‘सक्षम पंचायत, विकसित भारत’ की थीम पर केंद्रित इस ग्राम सभा का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण विकास में वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों और महिलाओं, पुरषों युवाओं के विचारों को महत्व देना था। कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में 75 पौधों का वृक्षारोपण किया गया। यह पहल गांव की हरियाली और समृद्धि को बढ़ावा देने का संदेश देती है। अतिथियों ने इस अवसर पर कहा, "जहां हर पंचायत में पेड़ होंगे, वहीं गांव समृद्ध होंगे।"
ग्राम सभा में पिरामल फाउंडेशन (एस्पिरेशनल भारत कोलैबोरेटिव) की टीम भी शामिल हुई, जो विकासात्मक गतिविधियों के लिए ग्राम प्रधानों के साथ काम कर रही है। इस दौरान, वरिष्ठ नागरिकों ने अपने जीवन के अनुभवों और गांव में पिछले कुछ वर्षों में हुए परिवर्तनों पर चर्चा की। ‘पंचायत की कहानी, बुजुर्गों की जुबानी’ कार्यक्रम के तहत उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “पहले हमारे गांव में सड़कें नहीं थीं, लेकिन अब हर घर तक पक्की सड़क पहुंच गई है। बिजली कभी एक सपना हुआ करती थी, लेकिन आज हर घर में रोशनी है। यह बदलाव पंचायत की मेहनत का नतीजा है, लेकिन अभी भी सुधार की गुंजाइश है। युवा पीढ़ी को आगे आकर इस विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहिए।”
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बुजुर्गों के अनुभवों से युवा पीढ़ी को प्रेरित करना और ग्राम पंचायत विकास योजना को और सशक्त बनाना था। साथ ही, बुजुर्गों से मिले सुझावों के आधार पर ग्राम पंचायत विकास योजना को और प्रभावी बनाने की बात कही गई।
ग्राम सभा का मुख्य उद्देश्य पंचायत को सक्षम बनाकर गांव के विकास को एक नई दिशा देना था। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में सभी ग्रामवासियों को योगदान देने के लिए आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान कई बुजुर्गों ने अपने अनुभव साझा किए और ग्राम पंचायत की ओर से सम्मानित किए गए। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में उनका गांव और भी विकसित होगा।
कार्यक्रम के अगले चरण में पिरामल फाउंडेशन की टीम ने 5 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत विकास योजना के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह योजना कैसे तैयार होती है और इसके लिए किसका सहयोग लिया जाता है। इसके साथ ही, पंचायत विकास सूचकांक और स्थानीय सतत विकास लक्ष्यों पर विचार-विमर्श हुआ। ग्रामवासियों की सहभागिता से चार मुख्य थीम चुनी गईं: बाल हितैषी पंचायत, स्वस्थ पंचायत, स्वच्छ और हरित पंचायत, तथा जलयुक्त पंचायत।
इस अवसर पर सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जिसमें नशा मुक्ति, फिट इंडिया, और स्वच्छ गांव जैसी पहलों पर शपथ ली गई। ग्राम प्रधान ने पंचायत के हित और विकास के लिए संकल्प लिया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस आयोजन में विधायक पल्टूराम, जिले नामित नोडल अधिकारीगण,श्रेया उपाध्याय जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, कृषि विभाग के अधिकारी, विकास खंड अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, डीपीएम संदीप, पंचायत सचिव और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी ने उपस्थित होकर समुदाय के लोगों की ज़रूरतों को सुना तथा उन्हें भारत सरकार की योजनाओं से अवगत कराया।
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
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