वृन्दावन।गोपीनाथ बाज़ार स्थित श्रीकृष्ण काली पीठ में शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष्य में चल रहे दस दिवसीय शतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति श्रीकृष्ण काली पीठाधीश्वर डॉ. केशवाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य सम्पन्न हुई।जिसमें सैकड़ों वैदज्ञ विप्रों एवं भक्तों व श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य अत्यंत विधि विधान से अपनी आहुतियां दीं।साथ ही सैकड़ों कन्याओं-लांगुराओं का पूजन-अर्चन करके उन्हें भोजन प्रसाद ग्रहण करा कर उपहार वितरित किए गए।
श्रीकृष्ण काली पीठाधीश्वर डॉ. केशवाचार्य महाराज ने कहा कि श्रीकृष्ण काली पीठ वृन्दावन का अत्यंत प्राचीन धार्मिक स्थल है।यहां प्रतिवर्ष दोनों नवरात्रों में विश्वकल्याणार्थ शतचंडी महायज्ञ आयोजित किया जाता है।जिसमें दूर-दराज के असंख्य भक्त श्रद्धालु अत्यंत श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ भाग लेते हैं।
प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं प्रमुख समाजसेवी पण्डित राधाकृष्ण पाठक ने कहा कि श्रीधाम वृन्दावन में कृष्णोपासना के अलावा मां दुर्गा की उपासना भी अत्यंत श्रद्धा के साथ की जाती है।इसका प्रमाण यहां आने भक्तों व श्रद्धालुओं की असंख्य संख्या स्वयं प्रगट करती है।
उत्तर प्रदेश व्यापार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग एवं मथुरा-वृंदावन से विधायक श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि श्रीकृष्ण काली पीठ श्रीधाम वृन्दावन का गौरव है।यह स्थान ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व का है।इस स्थान से तमाम प्रख्यात संत, धर्माचार्य व राजनेता जुड़े हैं।जिनकी इस स्थान के प्रति अपार आस्था है।
महोत्सव में यूपी रत्न गोविन्द चित्रकार, प्रमुख समाजसेवी शैलेन्द्र अग्रवाल, प्रमुख भाजपा नेता पण्डित योगेश द्विवेदी, आदित्य आचार्य, संगीताचार्य राधाकांत शर्मा, पूर्व प्राचार्य डॉ. विनोद बनर्जी, वरिष्ठ पत्रकार सी.पी. सिंह सिकरवार, डॉ. अनुभव शुक्ला, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, युवराज वेदांताचार्य, बिहारीलाल अग्रवाल, लूडोजी (आरके स्टूडियो), प्रेमेंद्र मोहन गोस्वाई, पार्षद वैभव अग्रवाल, पार्षद पंकज अरोड़ा, भीमसेन अग्रवाल, आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति विशेष रही।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know