मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ
आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की प्रगति और संचालन
के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की, स्थलीय निरीक्षण किया
आगामी 30 नवम्बर तक गुणवत्तापूर्ण तरीके से निर्माण कार्य हर हाल में पूर्ण किए
जाने तथा ग्रीन कैम्पस के रूप में विकसित करने और लैण्ड स्केपिंग करने के निर्देश
जाने तथा ग्रीन कैम्पस के रूप में विकसित करने और लैण्ड स्केपिंग करने के निर्देश
विश्वविद्यालय के पूर्ण संचालन के लिए जितने पदों के सृजन की आवश्यकता
है, उसकी प्रक्रिया अगले दस दिन में जरूर पूरी कर ली जाए : मुख्यमंत्री
उ0प्र0 के पहले आयुष विश्वविद्यालय में परम्परागत
के साथ ही, यूनिक पाठ्यक्रम भी शुरू होने चाहिए
मुख्यमंत्री ने भटहट-बांसस्थान फोरलेन का निर्माण
31 मार्च, 2025 तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए
लखनऊ : 25 अक्टूबर, 2024
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समय सीमा में कोई लापरवाही हुई, तो निर्माण कराने वाली एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन निर्माण की भौतिक प्रगति की जानकारी ली। कुलपति ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि प्रशासनिक भवन में हॉस्पिटल भी अवस्थित है। इसमें लिफ्ट लगने और कुछ फाइनल फिनिशिंग का काम शेष है। मुख्यमंत्री जी ने प्रशासनिक भवन के हॉल और कमरों का अवलोकन करने के उपरान्त, परिसर के निरीक्षण के दौरान खाली हिस्सों में पौधरोपण कर ग्रीन कैम्पस के रूप में विकसित करने और लैण्ड स्केपिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी से ऐसी व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करें, जिससे भविष्य में कभी भी परिसर में वॉटर लॉगिंग न हो।
निरीक्षण के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने आयुष विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की प्रगति और संचालन के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। बैठक में भी उन्होंने लोक निर्माण विभाग और कार्यदायी एजेंसी को निर्देशित किया कि 30 नवम्बर की समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण तरीके से निर्माण कार्य हर हाल में पूर्ण किया जाये। कार्य पूर्ण न होने की दशा में कड़ी कार्रवाई की जायेगी। आयुष विश्वविद्यालय के संचालन को लेकर मुख्यमंत्री जी ने कुलपति और आयुष विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की तथा निर्देश दिए कि विश्वविद्यालय के पूर्ण संचालन के लिए जितने पदों के सृजन की आवश्यकता है, उसकी प्रक्रिया अगले दस दिन में जरूर पूरी कर ली जाए। इसके साथ ही परिनियमावली बनाने का काम भी शीघ्र पूरा कर लिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने आयुष विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह दक्षिण भारत के प्रमुख आयुष संस्थानों के पाठ्यक्रम मॉडल के बारे में जानकारी प्राप्त करें। उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय में परम्परागत के साथ ही, यूनिक पाठ्यक्रम भी शुरू होने चाहिए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विश्वविद्यालय की आगामी योजना में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग और नेचुरोपैथी के 12 पाठ्यक्रमों को शामिल किया गया है।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी ने भटहट-बांसस्थान फोरलेन निर्माण कार्य की भी जानकारी ली और निर्देश दिए कि फोरलेन का निर्माण 31 मार्च, 2025 तक हर हाल में पूरा किया जाये। अधिकारियों ने अवगत कराया कि निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है।
निरीक्षण एवं समीक्षा बैठक में विधायक श्री महेन्द्र पाल सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 ए0के0 सिंह तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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