डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला पोषण/कन्वर्जेन्स समिति की बैठक
बहराइच / ब्यूरो । वृहस्पतिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण/कन्वर्जेन्स समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि सक्षम आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिका की स्थापना, आर.ओ. प्लान्ट की क्रियाशीलता, रेन वाटर हार्वेस्टिंग कार्य, रंगाई पुताई, बाला पेन्टिंग इत्यादि कार्यों का जिला स्तरीय अधिकारियों के माध्यम से रैण्डमली सत्यापन करा लिया जाय। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया गया कि अतिकुपोषित बच्चों को एन.आर.सी. सेन्टर में भर्ती करने हेतु प्रेरित कर उन्हें स्वस्थ होने तक एन.आर.सी. सेन्टर पर रोका भी जाय।
सम्भव अभियान के अन्तर्गत ई-कवच पोर्टल पर सैम बच्चे कम चिन्हित व स्क्रीनिग कम फीड करने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया गया कि ए.एन.एम के माध्यम से ई-कवच पोटर्ल पर फीड समस्त बिन्दुओ की प्रतिदिन गहन समीक्षा करायी जाय। डीएम ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया कि गृह भ्रमण, पोषाहार, हाटकुक्ड मील वितरण ,आधार सीडिंग, सी.बी.ई./वी.एच.एस.एन.डी. गतिविधि, आर.बी.एस.के. टीम भ्रमण व बच्चो के स्वास्थ्य परीक्षण, जिला पोषण पुर्नवास केन्द्र मे भर्ती/स्क्रीनिंग बच्चों की स्थिति इत्यादि बिन्दुओं में 85 प्रतिशत से कम फीडिंग नहीं होनी चाहिए। डीएम ने निर्देष दिया कि आई.जी.आर.एस शिकायतो के निस्तारण मे लापरवाही करने वाले अधिकारी/कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाय।
बैठक का संचालन जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा, जिला विकास अधिकारी राज कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेन्द्र द्विवेदी, उपायुक्त मनरेगा सतीश पाण्डेय व एनआरएलएम के दीपक सिंह, ई.ओ. प्रमिता सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डॉ. अर्चना सिंह सहित नोडल अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं आईसीडीएस/स्वास्थ्य पीरामल, यूनिसेफ, राकेट लर्निग संस्था, यूपीटीएसयू सहयोगी पार्टनर्स आदि बैठक मे उपस्थित रहे।
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