जिले में बगैर लाइसेंस धारी लोगों को ब्याज से पैसा देकर उनका शोषण करने वालों की खैर नहीं है। सूदखोरों के द्वारा 20 से 30 फीसदी मासिक ब्याज वसूलने की पुलिस तक रोजाना शिकायतें आ रही हैं। पुलिस ने अब ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है।जिनमें सूदखोरों ने पैसा देकर ब्याज के लिए इससे कई लोग कर्जदार हो गए। कुछ की संपत्ति गिरवी रखने की नौबत आ गई। ऐसी शिकायतों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस अब विशेष अभियान चलाएगी। उतरौला नगर में अपने आपको समाज सेवी बताते समय लम्बे समय से पैसा बांटते आ रहे हैं। वे 10 से 30 प्रतिशत तक ब्याज वसूलते रहते हैं। बैंक मे सैलरी जमा होने से अब यह स्थिति नहीं रही है। लेकिन उतरौला नगर व अन्य क्षेत्रों में कई ऐसे चर्चित लोग हैं, जिन्होंने ब्याज से पैसा बांटकर काफी संपत्ति अर्जित कर ली है। इनमें कई लोग ऐसे भी हैं, जिनके ब्याज से चलने वाले पैसों की वसूली करने वाले लोग अलग-अलग हैं। उन्हें वसूली के एवज मे कमिशन की तय राशि दी जाती है। लेकिन ब्याज से पैसा देने का किसी के भी पास लाइसेंस नहीं है। मूल राशि से ज्यादा ब्याज मांगने पर मारपीट पर लोग उतारू हो जाते है
पुलिस अधीक्षकविकास कुमार ने बताया की ऐसे लोगो पर कार्रवाई की जाएगी। शहर में बिना लाइसेंस के ब्याज से पैसा बांटने वालों की बढ़ती गुंडागर्दी की लगातार शिकायतें आ रही हैं। इनसे कई परिवार भी बर्बाद हो चुके हैं। ऐसे सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए भी अभियान चलाएं जायेगे। किसी को भी ऐसी शिकायत हो तो मुझसे बेहिचक संपर्क करें।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला बलरामपुर।
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