मथुरा।श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का केस लड़ रहे पक्षकार दिनेश शर्मा फलाहारी ने दी मुख्यमंत्री आवास आत्मदाह की चेतावनी
श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले केस के पक्षकार दिनेश शर्मा ने आज दुखी होकर एक बहुत बड़ा ऐलान किया है, उन्होंने कहा कि मुझ पर फर्जी मुकदमे लगाकर यदि मेरी छवि को खराब किया गया तो वह मुख्यमंत्री आवास लखनऊ जाकर आत्मदाह कर लेंगे, आपको बता दें कि यह वही दिनेश शर्मा है जिन्होंने भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से मस्जिद के हटने तक अन्न छोड़ दिया है और अपने पैरों में जूता चप्पल भी नहीं पहनते हैं ,यह केबल दूध और फल लेते हैं, इन्होंने 6 दिसंबर को ऐलान किया था श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के मूल गर्भ ग्रह को गंगाजल से धोकर शुद्ध करके वहां पर लड्डू गोपाल जी की स्थापना करेंगे और हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे, इनके द्वारा मोहम्मद पैगंबर पर विवादित बयान देने के कारण इन पर दंगा भड़काने का मुक़दमा लगाया गया और उनको जेल भेजा गया, कुछ दिनों बाद मथुरा पुलिस द्वारा उन पर गुंडा एक्ट की कार्यवाही की गई, दिनेश शर्मा ने कहा कि जब विधर्मी लोग हमारे सनातन धर्म पर घात प्रतिघात करेंगे तो वह जवाब क्यों नहीं देंगे, उन्होंने कहा कि कट्टर पंथी लोग लोग संसद में जय फिलिस्तीनी बोलते हैं ,कोई रामायण जैसे पवित्र ग्रंथ को फाड़ता है ,कोई हमारे हिंदू बहन भाइयों का धर्म परिवर्तन कराता है तो उन पर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती है उन पर गुंडा एक्ट क्यों नहीं लगाया जाता है, उन्होंने कहा कि मैं सनातन धर्म की लड़ाई लड़ रहा हूं तो मुझ पर फर्जी मुक़दमा लगाए जा रहे हैं, हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि यदि उनको गोली मार दी जाए तो कोई गम नहीं होगा,वह शहीद हो जाना पसंद करेंगे लेकिन फर्जी मुकदमे लगाकर उनकी छवि को धूमिल किया गया तो वह मुख्यमंत्री आवास लखनऊ पर आत्मदाह कर लेंगे, यह वही दिनेश शर्मा है जिन्होंने ओवेशी द्वारा जय फिलिस्तीनी बोलने पर इसकी जीभ काटने पर 21 लाख का इनाम रखी थी और मौलाना तौकीर रजा को हिंदुओ का धर्म परिवर्तन कराने पर धमकी दी थी, दिनेश शर्मा सनातन हिंदुओं के बहुत ही लोकप्रिय नेता हैं और अपने धर्म के लिए मर मिटने को तैयार रहते हैं। दिनेश शर्मा श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से मस्जिद को हटाने वाले सूट नंबर 12 में और श्री कृष्ण जन्म मंदिर से मीना मस्जिद को हटाने वाले सूट नंबर आठ में पक्षकार हैं और कांग्रेस सरकार द्वारा बनाया गया पूजा उपासना अधिनियम 1991 को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मूल रूप से गोवर्धन गिरिराज जी के रहने वाले हैं।
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