राजकुमार गुप्ता 
 मथुरा। शिशु मातृ मृत्युदर कम करने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए सरकार जननी सुरक्षा योजना के तहत अस्पताल में ही प्रसूताओं को भोजन व नाश्ता मुहैया कराती है। महिला अस्पताल में मिलने वाली भोजन की थाली भ्रष्टाचार के चूल्हे पर पक रही है। मेन्यू के आधार पर नाश्ता और भोजन नही दिया जा रहा है। सीडीओ मनीष मीणा के आदेश दिए जाने के बाद भी जिला महिला अस्पताल में सरकारी योजनाओं की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रसूताओं को पोष्टिक आहार दिया जाता है लेकिन महिला अस्पताल में रविवार की सुबह चाय और छोटा पार्ले का बिस्किट देकर नाश्ता कराया जा रहा है। वहीं दोपहर और रात के भोजन में दाल और आलू की सब्जी दी जा रही है। सोमवार की सुबह दलिया में दूध मिलाकर दिया गया। जबकि मेन्यू के अनुसार नाश्ता में प्रतिदिन एक गिलास दूध, अंडा, 4 ब्रेड, पोहा, 10 ग्राम मक्खन दलिया दिया जाने का प्रावधान है, लेकिन कभी चाय बिस्किट या दलिया देकर योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा है। शनिवार को भर्ती हुई बाजना निवासी प्रसूता गिरजा ने बताया कि सुबह चाय बिस्किट आता है या दलिया में दूध मिलाकर दिया जाता है। दोपहर में दाल आलू की सब्जी और चार रोटी दी जाती है। उसके अलावा और कोई सामग्री नहीं दी जाती है। भर्ती प्रसूताओं  ने बताया की अगर अतिरिक्त रोटी मांगने पर भी नही दी जाती है। नोडल अधिकारी  डा. सचिन गुप्ता का कहना है की बदल बदल कर प्रसूताओं को नाश्ता और भोजन दिया जाता है फल और सलाद भी दिया जाता है।

वर्जन
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में डीएम के समक्ष यह मामला रखा गया था, अगर अभी भी सुधार नहीं हुआ है तो सीएमएस से आग्रह किया जायेगा की प्रसूताओं को मेन्यू के आधार पर पौष्टिक आहार दिया जाये।
-डॉ अजय कुमार वर्मा, सीएमओ।

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