मथुरा: छोटे बड़े सभी 685 गांवों में करीब तीन हजार करोड़ रुपए की लागत से हर घर नल जल योजना में गंगा जल परियोजना में अनियमितताओं की लंबी फेहरिस्त है । परियोजना की शर्तों पर कार्य नहीं कराया जा रहा है । अब तक कार्यी की गुणवत्ता और शर्तों के उल्लंघन के संबंध में जो भी शिकायत जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में दर्ज कराई गई है । उन पर भी कोई एक्शन न लिए जाने से साफ प्रतीत होता है कि करीब चार लाख परिवारों को गंगा जल पिलाने में भी भ्रष्टाचार की र्दुगंध आ रही है । शुक्रवार संपूर्ण योजना में की जा रही मनमानी की शिकायत भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने सांसद हेमा मालिनी से मुलाकात कर की । एक शिकायती पत्र भी दिया । इस पर सांसद ने एक कमेटी का गठन कर जांच के आदेश जारी कर दिए । जांच रिपोर्ट आने पर गंगा जल परियोजना से जुड़े एक एक अफसरों की करतूत सबके सामने उजागर हो जाएगी ।
मथुरा जिले के करीब 60 प्रतिशत भूभाग का भूमिगत जल पीने के योग्य नहीं है । चौमुहां विकास खंड समेत कई हिस्सों में भूमिगत जल के प्रभाव से बीजों का अंकुरण तक नहीं हो सकता है । इस समस्या के हल के लिए जिले में एक दशक पहले लागू की गई टैंक टाइप स्टैंड पोस्ट (टीटीएसपी ) योजना के हश्र साक्ष्य बतौर नमूना गांवों में आज भी मौजूद है भविष्य में इसी और बढ़ती गंगा जल परियोजना के कराए जा रहे कार्यी से मिल रहे संकेत की शिकायत ग्रामीणों ने भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के मंडल अध्यक्ष राजकुमार तोमर से की । उनकी टीम को अलग अलग गांवों से मिले परियोजना के खराब इनपुट को लेकर आज वह सांसद हेमा मालिनी से मिले । पाइप लाइन बिछाने के लिए गली गलियारे और सड़कों का जिस तरह से विनाश किया जा रहा है । इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने सांसद से - कहा कि वर्तमान मे जिस ढंग से काम हो रहा है , वह ग्रामीणों की नाक में दम करने वाला साबित होता जा रहा है । ऐसी ही कई अहम जानकारियां देने के साथ ही भाकियू नेता ने यह भी साफ कर दिया कि इस स्थिति में भविष्य में लंबे समय तक पानी मिलने की उम्मीद करना ही बेमानी है । कुछ दिन बाद ही यह योजना भी दम तोड़ देगी । साथ ही ग्रामीणों को फिर से टूटे उखड़े हुए रास्ते ही नसीब होंगे जो कई वर्षों के बाद सुधरे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर परियोजना की शर्तों का उल्लघंन करके कार्य जारी रहा तो एक दिन हर सड़क पर आंदोलनकारी ग्रामीण खड़ा नजर आएगा । इस पर सांसद ने अब तक हुए कार्यों की जांच कराने के आदेश भी कर दिए । भाकियू नेता ने बताया कि सांसद हेमा मालिनी ने उनको आश्वासन दिया है कि पाइप लाइन से संबंधित सभी कार्य कायदे कानून से ही कराए जाएंगे । गड़बड़ी मिलने पर संबंधति अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई होगी । भाकियू नेता राजकुमार तोमर ने सांसद को यह भी याद दिलाया कि टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर शुरू किए जाने के भी सार्थक और सुखद परिणाम अभी तक सामने नहीं आया है । इस दौरान अन्य मुद्दो पर भी विचार किया गया ।
जिला अध्यक्ष सोनवीर चौधरी जिला संयोजक उदयवीर सरपंच मंडल उपाध्यक्ष मुकेश सिंह रावत छोटू चौधरी जिला सचिव मोनू पंडित जी अवधेश रावत जी यशपाल सिंह धनगर हरपाल सिंह सोबरन सिंह लाल सिंह तोमर आदि रहे|
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