उतरौला बलरामपुर तहसील क्षेत्र में बिजली कटौती से आम जनमानस बेहाल है। रोस्टर से बिजली आपूर्ति का बहाना करके दस से बारह घण्टे की कटौती की जाती है। बाढ़ व गर्मी के भीषण उमस से बिजली उपभोक्ता बिजली के कटौती से बहुत ही ज्यादा परेशान हैं। ओम प्रकाश श्रीवास्तव एडवोकेट बताते हैं, कि क्षेत्र में बिजली की कटौती दिन व रात में बराबर होती रहती है। रात में कटौती बिजली की कटौती किए जाने से उपभोक्ता सो नहीं पाते हैं। मौजूद ओ पी सिंह एडवोकेट,अशोक कुमार दूबे,शकील अहमद शाह एडवोकेट, धर्मराज यादव एडवोकेट, खलील अहमद खां एडवोकेट,लिपिक देवेश पाण्डेय आदि लोगों ने बताया, कि दिन में कई घण्टे बिजली कटौती की जाती है। सरकार के रोस्टर का पालन नहीं किया जा रहा है। सबसे अधिक दुर्दशा ग्रामीण क्षेत्रों की रहती है, जहां बिजली की कटौती दिन व रात में कर दी जाती है। विकास खण्ड श्रीदत्तगंज के ग्राम जिगना के पावर हाउस में चार खम्भे टूट जाने से ग्राम गुमड़ी व अगया बुजुर्ग में कई दिनों से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है वहीं उतरौला पावर हाउस से बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र ग्राम डाली चौरा,किठूरा व मस्ती जोत में पोल के टूट जाने से आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। बिजली विभाग के अधिकारियों के प्रयास से अलग अलग रास्ते से बिजली लाइन लगाकर बिजली आपूर्ति किसी तरह से की जा रही है। ग्राम जिगना पावर हाउस के अवर अभियंता अमित चौधरी ने बताया कि क्षेत्र में रोस्टिंग के अनुसार बिजली आपूर्ति अट्ठारह घण्टे की जाती है। क्षेत्र में केवल छः घण्टे बिजली कटौती की जाती है। अवर अभियंता पावर हाउस उतरौला रविन्द्र कुमार ने बताया कि बाढ़ व पेड़ के गिरने से कई घटनाओं के चलते कुछ गांव की पोल टूट गई है। उस पर बिजली आपूर्ति के लिए अलग से तार लगाकर आपूर्ति कराई जा रही है। क्षेत्र में किसी तरह रोस्टिंग के अनुसार बिजली आपूर्ति की जाती है। बाढ़ हटने के बाद टूटे खम्भे को हटाकर दूसरा खम्भा लगाकर पूर्णवता बिजली बहाल हो जाएगी।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला बलरामपुर।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know