केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम में 45 वें स्थापना दिवस का मनाया गया उत्सव
केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम में दिनांक 12.07.2024 को संस्थान के 45 वें स्थापना दिवस का उत्सव मनाया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्षता मुख्य अतिथि पदम भूषण से सम्मानित डॉ0 आर.एस. परोदा, पूर्व सचिव डेयर एवं महानिदेशक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली एवं संस्थापक अध्यक्ष, ट्रस्ट फॉर एडवांसमेंट ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज के द्वारा की गयी एवं कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ0 ए.के गौर, सहायक महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, एवं डॉ0 पी.के. रॉय, निदेशक, सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर राजस्थान की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान निदेशक डॉ0 मनीष कुमार चेटली एवं मुख्य व विशिष्ट अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण करके की गयी जिसके उपरांत जल भरो कार्यक्रम के माध्यम से जल ही जीवन है का संदेश कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को दिया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं संस्थान निदेशक द्वारा संस्थान के वार्षिक प्रतिवेदन (एनुअल रिपोर्ट), पॉलिसी डॉक्यूमेंट, अजामुख, आदि का विमोचन एवं डी.पी.आर मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर को रिलीज किया गया । इसी के साथ ही संस्थान के समस्त वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने संस्थान की शोध एवं अनुसंधान गतिविधियों में विकास कर बकरी पालन को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने की शपथ ली ।
संस्थान निदेशक डॉ0 मनीष कुमार चेटली द्वारा मंच पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों सहित सभी गणमान्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर एवं पटका पहनाकर स्वागत किया गया । संस्थान निदेशक ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि विगत एक वर्ष में संस्थान द्वारा 09 राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न कराए गये है इसके अलावा संस्थान में वर्तमान में 43 से अधिक प्रोजेक्ट चल रहे है, 12 तकनीकी पेटेंट की जा चुकी है । इसके अतिरिक्त निदेशक द्वारा संस्थान में चल रही विभिन्न शोध एवं अनुसंधान परियोजनाओं जैसे वैक्सीन किट, हर्बल प्रोडक्ट, तकनीकी स्थानांतरण, जीन एडिटिंग एवं कासा के उपयोग पर विस्तृत चर्चा की और किसान एवं बकरी पालकों के लिए उनके उपयोग के बारे में बताया ।
संस्थान निदेशक डॉ0 मनीष कुमार चेटली द्वारा संस्थान के समस्त वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों, पूर्व निदेशकों एवं अधिकरियों व कर्मचारियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि संस्थान की 45 वर्ष की सफल एवं गौरवशाली यात्रा में आप सभी का योगदान सराहनीय है । संस्थान द्वारा किसानों की आय को बढ़ाने के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं जनजाति के किसानों एवं महिला किसानों के विकास एवं सशक्तिकरण के लिए परियोजना एवं कार्यक्रम चलाए गये है । केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान ने पिछले 45 वर्षों में बकरी पालन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है । संस्थान ने बकरी की नई नस्लों के विकास, रोग प्रबंधन, आहार सुधार और प्रजनन तकनीकों में उल्लेखनीय प्रगति की है ।
मुख्य अतिथि पदम भूषण डॉ0 आर.एस. परौदा, संस्थापक अध्यक्ष, ट्रस्ट फोर एडवांसमैंट ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा इस कार्यक्रम एवं संस्थान की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा गया कि वे
संस्थान के स्थापना दिवस कार्यक्रम में सहभागिता कर गौरव की अनुभूति महसूस कर रहे है एवं कहा कि वे संस्थान द्वारा किये जा रहे शोध कार्यों एवं किसानों एवं बकरी पालकों के विकास में संस्थान की भूमिका की प्रशंसा करते है ।
इस कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान द्वारा किसानों एवं बकरी पालकों को बकरी पालन के क्षेत्र में संस्थान द्वारा किए गए शोध, नवाचार और उपलब्धियों को प्रस्तुत किया गया और कृषि समुदाय को नवीनतम तकनीकों और अनुसंधान के बारे में जागरूक किया गया ।
इस कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण थे वैज्ञानिक सत्र जिसमें बकरी पालन के क्षेत्र में नवीनतम शोध प्रस्तुत किए गये, प्रदर्शनियां जिनके माध्यम से विभिन्न बकरी नस्लों, उत्पादों और तकनीकों का प्रदर्शन किया गया, सम्मान समारोह जिनके माध्यम से उत्कृष्ट योगदान देने वाले वैज्ञानिकों, कर्मचारियों और पशुपालकों को सम्मानित किया गया, तकनीकी कार्यशालाएँ जिनके माध्यम से बकरी पालन की उन्नत तकनीकों पर व्यावहारिक जानकारी और प्रशिक्षण आदि रहे ।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं संस्थान निदेशक डॉ0 मनीष कुमार चेटली द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अपने द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिये गये एवं इसके अतिरिक्त ऑल इंडिया रेडियो के माध्यम से प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया ।
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