भारतीय संस्कृति में बुजुर्गों को अनुभवों की खान माना जाता है, लेकिन आज के आधुनिक युग में बड़ी चिंता जनक स्थिति बनी हुई है, कि बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार और उपेक्षा लगातार निरंतर बढ़ रही हैं, हालांक बुजुर्गों की उपेक्षा के मामले भारत तक सीमित नहीं हैं,बल्कि विदेशों में ज्यादा हैं, भारत में अब यह स्थिति इसलिए और ज्यादा चिंताजनक बनी हुई है ,क्योंकि भारत में संयुक्त परिवार को अहमियत दी जाती है, यहां बुजुर्गों का सम्मान सर्वोपरि रहा है ,हमारे यहां दादा-दादी माता-पिता ताऊ ताई चाचा चाची तथा कई बच्चों के साथ भरा पूरा परिवार रहता है ,परिवार में बड़ों को सम्मान और छोटों को प्यार दिया जाता है ,लेकिन आज के बदलते दौर में छोटे परिवारों का होना बड़ा ही चिंता जनक बना हुआ है।
वही आज दिनांक 15 जून 2024 को विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर हेल्पेज इंडिया द्वारा छाता के ग्राम अलवाई में एक जागरूकता कार्यक्रम एवं हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया, जिसमें एक बड़ी संख्या में ग्रामवासियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान बृज गोपाल , विशिष्ट अतिथि श्याम डॉ, क्षेत्रपाल व दिनेश जादौन उपस्थित रहे। ग्राम प्रधान बृज गोपाल ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा हमें अपने बच्चों को शिक्षा देनी चाहिए ,कि वे अपने बुजुर्गों का सम्मान करें । कार्यक्रम के प्रारंभ में सामाजिक सुरक्षा अधिकारी आभा उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के विषय में बताया वही विगत 5 दिनों से चल रहे हस्ताक्षर अभियान के विषय में भी जानकारी भी दी। यह हस्ताक्षर अभियान दिनांक 10 जून से 20 जून तक मथुरा जिले के विभिन्न स्थानों पर करना निश्चित किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है कि हम बुजुर्गों के साथ न दुर्व्यवहार करेंगे और न होने देंगे। कार्यक्रम में श्याम सिंह , दिनेश कुमार एवं डॉक्टर जयप्रकाश गोयल जी ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में पूर्व में जिनका नेत्र परीक्षण किया गया था, उन सभी 148 लोगों को चश्मा भी निशुल्क प्रदान किए गए। कार्यक्रम को सफल बनाने में विनोद शर्मा,हरेंद्र सिंह, दुर्गा पटेल एवं तूलिका घोष , शिवम ध्रुव ने अपना सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
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