मथुरा।बलदेव,बलदेव के खडैरा गांव स्थित यमुना नदी जो कि सारे जगत की यमुना मैया है, लेकिन अपनी बदहाल अवस्था में लाखों आंसू बहा रही है, जिससे यमुना भक्तों की भावनाएं आहत हो रहीं हैं। जब जिम्मेदार ही आंखों पर पट्टी बांध कर मूकदर्शक बने हुए हैं। जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
इसमें पानी के नाम पर गंदा पानी कीचड़युक्त पानी है जो कि गढ्ढे के रुप में रह गया। आए दिन यहां सैकड़ों लोग स्नान करने आते हैं लेकिन पानी न होने से निराश व हताश हो रहें हैं। यमुना भक्तों की भावनाएं आहत हो रहीं हैं। यमुना भक्तों में आक्रोश व्याप्त है। बलदेव से खडैरा घाट यमुना जी तीन किलोमीटर दूर है। यमुना नदी किनारे खडैरा घाट समीप में ही राम दुलारे तुम रखवाले प्रसिद्ध आश्रम है। ब्रज के प्रसिद्ध व प्रख्यात संत स्वर्गीय बाबा हरिदास महाराज का महत्वपूर्ण स्थान है। यमुना नदी वर्तमान में बदहाल अवस्था हाल बेहाल अवस्था में है, यमुना नदी मात्र एक छोटा सा गंदा नाला कीचड़ युक्त बन कर रह गई है, गंदगी व कीचड़ से लथपथ हो गई है, गढढानुमा यमुना नदी बन गई है। यमुना में पानी नहीं होने से यमुना शो-पीस बनकर रह गई है। लोगों ने स्नान तो दूर-दूर की बात है आचमन करने से कतराते हैं। चारों ओर केवल और केवल थोड़ा सा गंदा पानी गढ्ढे के रुप में रह गया है।
खडैरा घाट पर देख-रेख के अभाव में घाटों की साफ-सफाई तक नहीं हुई है, चारों ओर गंदगी का आलम है। घाटों पर मिट्टी के ढेर व पेड़ पौधे झाड़ आदि लगे हैं। रात्रि में प्रकाश की व्यवस्था समुचित व्यवस्था नहीं है।
स्थानीय लोगों ने घाटों की विशेष साफ-सफाई, पीने के पानी की व्यवस्था, रात्रि में समुचित प्रकाश व्यवस्था की मांग की है।
यमुना की साफ सफाई हो,यमुना में जल छोड़ा जाए- सुजीत
स्थानीय सुजीत वर्मा ने बताया कि यमुना नदी की बदहाल अवस्था से स्थानीय लोगों को बड़ी दिक्कत हो रही है, भक्तों की भावनाएं आहत हो रहीं हैं, जिम्मेदार ही इससे मुंह मोड़ रहे हैं, घाटों की साफ सफाई नहीं हो रहीं हैं, गंदगी का आलम चारों ओर दिखाई दे रहा है।
यमुना नदी की हालत देखकर ऐसा नहीं लगता यह वही पतित पावनी यमुना मैया है, बल्कि वर्तमान में यमुना गड्ढे के रूप में गंदगी व कीचड़ युक्त बनकर रह गई है, इसमें लोग स्नान तो दूर आचमन करना भी उचित नहीं समझते, इसकी साफ सफाई की जाये।
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