वृंदावन सीवर हादसे में जान गवांने वाला मजदूर श्याम गरीब परिवार से था। नौहझील के सल्ला गांव में उसका परिवार रहता है। वह अपनी पत्नी नीलम और तीन बच्चों के साथ बिरला मंदिर के पास मोहल्ले में किराए के मकान में रहता था। महज 400 रुपये की दिहाड़ी की खातिर श्याम मौत के सीवर में उतरकर अपनी जान गंवा बैठा। मृतक श्याम के भाई नीरज ने बताया कि उन्हें शाम चार बजे करीब अपने भाई की मौत की सूचना ग्राम प्रधान के माध्यम से मिली। प्रधान को पुलिस द्वारा सूचना दी गई थी। इधर, हादसे की सूचना मिलते ही श्याम की पत्नी नीलम बदहवास हो गई। 15 साल की बेटी पूनम की तबीयत बिगड़ गई।
अमित और प्रिंस तो वृंदावन में ही काम कर रहे थे, लेकिन शनिवार से कार्य करने के लिए श्याम आया था। उसे क्या पता आज ही कार्य की शुरुआत होगी और आज ही उसकी जिंदगी का आखिरी दिन होगा।
प्रेम मंदिर के सामने स्थित जमीन आश्रम के नाम दर्ज बताई जा रही है, जिसका व्यावसायिक में इस्तेमाल किया जा रहा है। मनोज शर्मा ने करीब 12 दिन पहले ही रेस्तरां का उद्घाटन किया था। इसके बाजवदू एमवीडीए और नगर निगम ने कोई कदम नहीं उठाया।
साथ ही मथुरा जनपद मै तमाम जगह निर्माण कार्य चल रहे हैं जिसमे ठेकेदार विना किसी सुरक्षा उपकरण के मजदूरों से काम करा रहे हैं जिससे घटना घटित हो रही है अभी बीते दिनों मथुरा मै भी मसानी चौराहे के समीप एक रसूख दार व्यक्ति के यहां निर्माण कार्य में ठेकेदार की लापरवाही के कारण भी एक मजदूर ने दम तोड दिया सूत्रों की मानें तो मामले को ले दे कर रफा दफा कर दिया गया। प्रशासन को तत्काल प्रभाव से जनपद में चल रहे निर्माण कार्य पर टीम को भेज कर सुरक्षा उपकरण और मजदूरों के लेवर कार्ड का सत्यापन करना चाहिए और जनपद के सभी ठेकेदारों को सख्त हिदायत देते हुए सुरक्षा उपकरणों सहित मजदूरों के लिए विशेष इंतजाम करने का आदेश जारी करना चाहिए ।
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