ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 04 जनपदों के 28 लोगों को होम-स्टे की बारीकियों के बारे में दिया गया प्रशिक्षण
229 गॉवांे के लोगों को विभिन्न चरणों में प्रशिक्षित किया जायेगा
-जयवीर सिंह
लखनऊ: 24 जून 2024
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के सौजन्य से काशीराम पर्यटन प्रबंध संस्थान, लखनऊ में गत 19 जून से 23 जून, 2024 तक होम स्टे प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत पीलीभीत, गाजियाबाद, मेरठ और प्रयागराज के 28 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा प्रशिक्षणार्थियों को जनपद सीतापुर स्थित विंटेज विलेज का भ्रमण भी कराया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के ज्ञान और कौशल में वृद्धि लाना है। होम-स्टे सेक्टर में आमदनी की बेहतर संभावनायें हैं। युवा घरेलू एवं अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों को अच्छी सुविधा देकर उन्हें ग्रामीण पर्यटन के लिए आकर्षित कर सकें।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि 05 दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षणार्थियों को होम स्टे से जुड़े नियम-कानून के बारे में जागरूक करना, ग्रामीण परिवेश में रहकर भी होम-स्टे को प्रभावी ढंग से संचालित करने, बेहतर ढंग से सुसज्जित करना, कम्युनिकेशन, मार्केंटिंग, एकाउंटेंसी के बुनियादी कौशल, स्थानीय व्यंजनों, हस्तशिल्प, कलाकृति, स्थानीय तीज-त्योहारों के बारे में जानकारी, बेहतर आतिथ्य सेवा, स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करना आदि के बारे में प्रशिक्षित किया गया, जिससे कि लाभार्थी कुशलतापूर्वक अपने होम-स्टे का संचालन कर आगंतुकों को यादगार अनुभव प्रदान कर सकें।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इन चयनित गांवों को पर्यटन गांवों के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां ठहरने की व्यवस्था स्थानीय समुदाय द्वारा होमस्टे के रूप में प्रदान की जाएगी। जो स्थानीय भ्रमण, स्थानीय व्यंजन, लोक गीत-नृत्य, स्थानीय सांस्कृतिक एवं परंपराओं का अनुभव प्रदान करेंगे। इस ट्रेनिंग मोड्यूल में थ्योरी के साथ प्रशिक्षणार्थियों को हैंड्स ऑन एक्सपीरियंस भी दिया गया। इसी क्रम में प्रशिक्षणार्थियों को सीतापुर स्थित विंटेज विलेज में एक्सपोज़र विजिट भी कराया गया, जिससे सभी प्रतिभागी संतुष्ट रहे और उन्हें विंटेज विलेज मॉडल देखकर एक अलग अनुभव मिला, जिससे वो अपने होम-स्टे को मूर्त-रूप देते हुए कुशलता से संचालित कर सकते हैं।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के साथ अध्ययन सामग्री, समूह फोटो और किट प्रदान की गयी और प्रशिक्षणार्थियों का मूल्यांकन भी किया गया। पीलीभीत से आए विजय मंडल ने बताया की इस ट्रेनिंग से उन्हें बहुत कुछ नया सीखने को मिला है, जिसे वो अपने होम-स्टे के संचालन में ध्यान रखेंगे। श्रृंगवेरपुर धाम प्रयागराज से आए अमित द्विवेदी ने बताया की ट्रेनिंग बहुत उपयोगी रही। हर्ष यादव ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सभी मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को होम-स्टे से जुड़े पर्यटन विभाग की विशेष सचिव ईशा प्रिया ने बताया की विभाग की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘कृषि-ग्रामीण और गंगेय-ग्राम ग्रामीण पर्यटन’ के माध्यम से चयनित 229 गांवों के लोगों के लिए अलग-अलग चरणों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाना प्रस्तावित है। हम एक व्यापक पर्यटन रणनीति विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो सभी हितधारकों को लाभ पहुंचाए।
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