मथुरा।वृंदावन में नाविकों ने यमुना में कूज चलाए जाने को लेकर प्रतिदिन विरोध हो रहा है। उनका कहना है क्रूज चलाए जाने से उनका कारोबार प्रभावित होगा। कंपनी ने कहा कि वो सिर्फ ऑनलाइन बुकिंग ही करेंगे इससे पारंपरिक नौकायन पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा। बताया जाता है कि वृंदावन के केशीघाट पर क्रूज के लिए प्लेटफॉर्म बनाने का नाविकों ने विरोध किया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और नाविकों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। नाविकों ने कहा कि साजिश के तहत उनके काम को खत्म किया जा रहा है।
अयोध्या क्रूज लाइन कंपनी ने
वृंदावन की यमुना नदी में कूज चलाने का टेंडर लिया है। विरोध कर रहे नाविकों ने कहा कि क्रूज चलाने से 3 हजार से अधिक नाविकों का कामकाज प्रभावित होगा। नाविक महावीर ने बताया कि उनकी पांच पीढियों का यह पारंपरिक काम है। अब धार्मिक नगरी में व्यापार को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। लेकिन यहां के स्थानीय लोगों के
काम को ही खत्म किया जा रहा है। कूज संचालन का काम देख रही कंपनी के सीईओ अतुल तेवतिया ने बताया कि इसके चलने से किसी की रोजी रोटी पर असर नहीं पड़ेगा। वह ऑनलाइन बुकिंग करेंगे और एक बार में 50 यात्री ही यात्रा कर सकेंगे। इसका संचालन केशीघाट से जुगल घाट तक किया जायेगा। इसका उद्देश्य
केवल पर्यटन को बढ़ाना है। अतुल तेवतिया ने बताया कि इसमें एक यात्रा का 450 रुपए किराया देना होगा। अयोध्या क्रूज लाइंस प्राइवेट लिमिटेड से क्रूज संचालन का एमओयू साल 2023 के आखिर में साइन किया था। ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्रूज चलाने की पहल की थी।
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