राजकुमार गुप्ता 
मथुरा। नए यमुना पुल में गड्ढे होने की जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने जांच शुरू करा दी है। उन्होंने सेतु निगम से इसकी रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय को भी शिकायत भेजी गई है।पिछले कुछ दिनों से कृष्णापुरी-यमुनापार मार्ग स्थित यमुना नदी पर बने पुल पर गड्ढे हो गए हैं। ये गड्ढे वाहनों के गुजरने से दिन प्रतिदिन बड़े और गहरे होते जा रहे हैं, जिनसे किसी भी दिन हादसा हो सकता है। यमुना पुल पर हुए गड्ढों को लेकर मीडिया ने दो मई के अंक में खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। डीएम कार्यालय से शुक्रवार को इस प्रकरण की जांच शुरू कराई गई। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने सेतु निगम से यमुना पुल पर गड्ढे होने की रिपोर्ट मांगी है।
गौरतलब है कि चाणक्य युवा संगठन के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य अशोक शर्मा ने यमुना नदी पर बने पुल की वर्तमान स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत की है। उन्होंने दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की और ठेकेदार के लाइसेंस निरस्त करने की मांग की है।
नए यमुना पुल का निर्माण फरवरी 2018 में हुआ था और इसकी लागत 88.22 करोड़ रुपये आई थी। मथुरा-अलीगढ़ मार्ग पर यमुना पुल की रेलिंग आदि कमजोर पड़ने पर नए पुल का निर्माण शुरू कराया गया था, लेकिन अपने निर्माण के वर्ष से लेकर अब तक कई बार नए पुल पर मरम्मत कार्य हो चुका है। नदी के ऊपर वाले हिस्से की सड़क पर गड्ढे कोई पहली बार नहीं हुए हैं, पहले भी ऐसा हो चुका है। यमुना पर पुराना और नया पुल अगल बगल बने हैं। ऐसे में हाल ही में बने छह साल पुराने पुल के जर्जर होने पर जो भी लोग इन्हें देखते हैं, वे तुलनात्मक रूप से पुराने पुल को अधिक बेहतर और मजबूत बताते हैं।
नए यमुना पुल पर गड्ढे होने की सेतु निगम से रिपोर्ट मांगी गई है। इस प्रकरण की जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
-शैलेंद्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी

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