बजाज चीनी के परिक्षेत्र ग्राम सहियापुर में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसके गन्ना सचिव के महाप्रबंधक संजीव कुमार शर्मा ने किसानों को बताया कि पेंडी़ प्रबंधन करना बहुत ही जरूरी है।
पेंडी़ प्रबंधन अपना कर कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। पेड़ी प्रबंधन में पौधा गन्ना कटते ही तत्काल सिंचाई,खाद व गुड़ाई अवश्य करें। जिससे फसल अच्छी तरह से होगी, साथ ही साथ फसल सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेधक कीटों की रोकथाम के लिए 150 एम एल कोराजन को एक एकड़ खेत के लिए 400 लीटर पानी में घोलकर उसको बनाकर गन्ने की जड़ों के पास मोटे फव्वारे से ड्रेंचिगं करें। जिससे प्रति हैक्टेयर गन्ने का उत्पादन बढ़ जायेगा। बसंत कालीन गन्ना बुवाई अधिक से अधिक क्षेत्रफल में उन्नति शील गन्ना प्रजातियों का अधिक पैदावार को देने वाली गन्ना प्राजाति को 0-0118,15023 कोल ख-14201का दो आंख के टुकड़े करके गन्ना बीज उपचार एवं भूमि उपचार कर ट्रेंच विधि से बुवाई अवश्य करें।चीनी मील अधिकारी योगेश त्रिपाठी,विजय पाण्डेय, अरविंद सिंह, रामायन पाण्डेय, कृषक गनपत यादव,रामसागर, सालिक राम,रामसेवक, रजीउद्दीन सहित अन्य लोग मौजूद रहें।
असगर अली
उतरौला
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