नव वर्ष उत्सव पांचवा दिवस
प्रभु हर प्रार्थी के सहायक सखा हैं
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आर्यवीर दल के तत्त्वावधान में ओम् भवन में आयोजित नववर्ष महोत्सव के पांचवें दिन यज्ञ, भजन व प्रवचन के कार्यक्रम सम्पन्न हुए
इस अवसर पर वैदिक विद्वान् आचार्य विष्णुमित्र वेदार्थी के ब्रह्मत्व में अथर्ववेद के मन्त्रों से सुमंगली यज्ञ का अनुष्ठान किया गया | इस यज्ञ में गुरुकुल सुलतानपुर के ब्रह्मचारियों ने अथर्ववेद के मन्त्रों का पाठ किया व आर्य वीर दल देवी पाटन परिमंडल के संचालक श्री चंद्र केतु आर्य, संतोष आर्या, मदन गोपाल शास्त्री, राम फेरन मिश्र,वृन्दा तिवारी, हरिकांत मिश्रा ,सत्य प्रकाश शुक्ला, अरुण कुमार शुक्ला, आर्यव्रत आर्य, मोहिनी आर्या, डा० दिनेश, डा० सविता आर्या, हिमांशु आर्य, रामस्नेही आर्य, माधुरी आर्या ने यजमान के आसन को सुशोभित करके बारी-बारी से हवन किया |
यज्ञोपरान्त विराट् सम्मेलन में आचार्य विष्णुमित्र वेदार्थी ने प्रार्थना विज्ञान विषयक अपने व्याख्यान में कहा कि सहायता की इच्छा करने को प्रार्थना कहते हैं | प्रार्थना करने का अधिकारी बनने के लिये जीव को प्रार्थना करने से पहले अपना पूर्ण पुरुषार्थ अवश्य करना चाहिये |
उन्होंने कहा कि जैसे हम अपने सांसारिक व्यवहार में माता- पिता, गुरु,राजा आदि सामर्थ्यवान् लोगों से प्रार्थना करते हैं वैसे ही सन्ध्या काल में परमात्मा से उत्तम कार्यों को सिद्ध करने के लिये प्रार्थना करनी चाहिये | ईश्वर से प्रार्थना करने पर उपासक को प्रभु की सहायता प्राप्त होती है, अभिमान का नाश होता है और आत्मा का बल इतना बढ़ जाता है कि यदि उपासक को कभी अपने कर्मों के अनुसार बड़े से बड़ा कष्ट भी आ जाये तो उस कष्ट को सहन करने की शक्ति प्राप्त हो जाती है |
*इस अवसर पर आर्य भजनोपदेशिका पण्डिता शशि आर्या ने “ मत बोलो वचन कठोर…“ “ जिस दिन घमण्ड अपने सर से उतार देगा… “ “ प्यारा है दयानन्द प्यारा…इत्यादि मनोहर व उत्प्रेरक गीतों से श्रोताओं को मन्त्रमुग्ध किया |
बताते चलें यह कार्यक्रम सृष्टि नव वर्ष 1,96,08,53,125 के स्वागत में 31 मार्च को बलिदानी पार्क बलरामपुर में श्रावस्ती सांसद मा. राम शिरोमणि वर्मा तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री मा. हनुमत सिंह को मुख्य यजजमान बनाकर शुभारंभ किया गया! तभी से अथर्ववेद के संपूर्ण 5977 मंत्र से पारायण यज्ञ किया जा रहा है जिसका समापन नव वर्ष की आगमन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्थात 9 अप्रैल को प्रातः 8:00 बजे किया जाएगा
! समापन में जनप्रतिनिधियों द्वारा बाहर से आए हुए विद्वानों का स्वागत किया जाएगा तथा विद्वानों द्वारा जन प्रतिनिधियों और मीडिया के राष्ट्रभक्तों को प्रशस्ति पत्र भेंट करके आशीर्वाद दिया जायेगा। उक्त बातें अशोक आर्य ने दी है।
उमेश चन्द्र तिवारी
9129813351
हिंदी संवाद न्यूज़
बलरामपुर
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