अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2024) का तीसरा दिन
12 हजार से अधिक छात्रों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों से ली प्रेरणा
लखनऊ, 17 अप्रैल। सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में चल रहे 13वें अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2024) के तीसरे दिन आज लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों से पधारे 12,000 से अधिक छात्रों ने 91 देशों शिक्षात्मक बाल फिल्मों का आनन्द उठाया और चरित्र निर्माण की शिक्षा ग्रहण की। इससे पहले, मुख्य अतिथि श्री आफताब आलम, एसोसिएट वाइस प्रेसीडेन्ट एण्ड रीजनल कन्टेन्ट डायरेक्टर, रेडियो मिर्ची ने दीप प्रज्वलित कर तीसरे दिन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रख्यात अभिनेता अंजान श्रीवास्तव, दर्शील सफारी, अली हाजी एवं संदीप यादव ने अपनी उपस्थिति से बाल फिल्मोत्सव की गरिमा में चार चांद लगा दिये और बाल फिल्मों का आनंद उठाने पधारे हजारों छात्रों व किशोरों का खूब उत्साहवर्धन किया। विदित हो कि इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में 91 देशों की 501 शिक्षात्मक बाल फिल्में निःशुल्क प्रदर्शित की जा रही हैं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री आफताब आलम ने अपने संबोधन में कहा कि यहाँ मौजूद हर एक छात्र अपने आपमें हीरो है। किसी भी क्षेत्र में हीरो बनने के लिए फिल्मों में काम करने की जरूरत नहीं है अपितु स्वयं के जीवन में अच्छा इंसान बनने की जरूरत है और यहाँ दिखाई जा रही फिल्में युवा पीढ़ी को यही सिखाती है। बाल फिल्मोत्सव में बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पधारे प्रख्यात अभिनेता श्री अंजान श्रीवास्तव ने कहा कि सी.एम.एस. में पढ़ने वाले बच्चे बड़े ही भाग्यशाली हैं क्योंकि उन्हें बचपन से ही अच्छे जीवन मूल्यों व चारित्रिक गुणों की शिक्षा दी जा रही है। मुझे बड़ी प्रसन्नता है कि दुनिया भर की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों के माध्यम से सी.एम.एस. सभी बच्चों को अच्छी-अच्छी बातें सिखा रहा है। इसी प्रकार, अभिनेता दर्शील सफारी, अली हाजी व संदीप यादव ने भी छात्रों का मनोबल बढ़ाया।
बाल फिल्मोत्सव के तीसरे दिन आज हजारों बच्चों ने आज ए ड्राप आॅफ वाटर, एन्जल्स नेवर बैक आॅन अर्थ, ओवर द ब्रिज, व्हेन यू विश अपान ए स्टार, ए वण्डरफुल ड्रीम, इनसाइड द बाॅक्स, द नाइट बिफोर क्रिसमस, स्काईलेस स्टार, अंगुलिमाल, एजूकेशन इट्स माई राइट, अर्थ इज होम, घर किसका है, रेस्टोरेन्ट इन द टाउन, मैजिक बाक्स, द गर्ल बिहाइन्ड द मिरर आदि अनेकों मनोरंजन से भरपूर उत्कृष्ट फिल्मों का आनन्द उठाया। फिल्म देखने के बाद अधिकांश छात्रों की प्रतिक्रिया थी कि विद्यालय में नैतिक शिक्षा के पीरियड को तो हम हंसी में उड़ा देते हैं लेकिन इस प्रकार मनोरंजन के माध्यम से छात्रों को जीवन मूल्यों का ज्ञान देने का यह तरीका अत्यन्त प्रशंसनीय है। अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत आज कई विद्यालयों के छात्रों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों का आनंद उठाया, जिनमें लामार्टिनयर व्वाएज, राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी, सिटी इण्टरनेशनल स्कूल, राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय, इमिनेन्स पब्लिक स्कूल, राजकीय ममता विद्यालय, कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालय आदि प्रमुख हैं।
सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में फिल्म जगत की प्रख्यात हस्तियों ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए एक स्वर से कहा कि शिक्षात्मक फिल्में बालकों के कोमल मस्तिष्क पर सकारात्मक व गहरा प्रभाव डालेंगी और उनमें महान बनने के विचार पैदा करेंगी। इस अवसर पर प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने कहा कि बाल फिल्मों का यह महोत्सव बच्चों को अच्छे अच्छे विचारों से परिपूर्ण करने में खूब सफल हो रहा है। फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर श्री आर. के. सिंह ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को बाल फिल्मोत्सव में दिखाई जा रही शिक्षात्मक व प्रेरणादायी बाल फिल्मों को देखने को प्रेरित करें।
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