मकर संक्रांति के अवसर पर उतरौला बलरामपुर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर बौद्धिक प्रमुख रमेश ने कहा कि मकर संक्रान्ति सामाजिक समरसता का पर्व है। जिस प्रकार गुड़ स्वयं को अग्नि पर तपाकर व गला कर बिखरे हुए तिल के दानों को अपने साथ जोड़ लेता है
और एक स्वादिष्ट व्यंजन का निर्माण करता है,ठीक उसी प्रकार हमें भी गुड़ की भूमिका निभानी है और स्वयं को तपाकर अपने संपूर्ण हिंदू समाज को एकता के सूत्र में पिरोना है। रमेश बुद्ध उतरौला में स्थित माधव संघ भवन में आयोजित मकर संक्रान्ति उत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उपस्थित लोगों के बीच खिचड़ी भी वितरित की गई। जिला संघ चालक अभिमन्यु ने बताया कि इस दिन संघ अपने शाखा क्षेत्र की बस्तियों में जाकर सेवा सामाजिक समरसता के कार्यक्रमों का आयोजन किया है। साह नगर के कार्य वाहक आलोक कुमार ने बताया कि जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करता है और दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर प्रस्थान करता है, तो अंधकार से प्रकाश की ओर तथा अशुभ से शुभ की ओर का संकेत देता है। उन्होंने कहा कि एक खगोलीय घटना पर आधारित यह पर्व देश के प्रत्येक भाग में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है।इस दौरान राष्ट्र कल्याण यज्ञ का आयोजन भी किया गया।
इस मौके पर जिला संघ चालक अभिमन्यु,नगर संघ चालक हर्ष वर्धन,नगर कार्यवाहक राजेश, जिला शारीरिक प्रमुख आदित्य, साह जिला पर्यावरण प्रमुख रामनरेश,नगर पर्यावरण प्रमुख सुरेश, प्रदीप, अभिषेक, दीपक, विश्वनाथ, सुशील,केसरी, राम नाथ, बब्लू,संजय दर्जनों स्वयं सेवक मौजूद रहे।
असगर अली
उतरौला
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