वृन्दावन।सेवाकुंज क्षेत्र स्थित प्राचीन ठाकुर श्रीराधा दामोदर मंदिर में विश्व गुरु श्रीजीव गोस्वामी महाराज का 426 वां तिरोभाव महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।जिसके अंतर्गत श्रील जीव गोस्वामी महाराज की समाधि स्थल का पूजन-अर्चन किया गया।तत्पश्चात अखंड श्रीहरिनाम संकीर्तन, भक्ति पारायण एवं श्रील जीव गोस्वामी पाद सूचक कीर्तन आदि के कार्यक्रम सम्पन्न हुए।
इस अवसर पर आयोजित संत-विद्वत सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मथुरा के जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि ठाकुर श्रीराधा मंदिर के अधिष्ठाता विश्वगुरु श्रील जीव महाराज गौडीय संप्रदाय की बहुमूल्य निधि थे।उनके द्वारा रचित साहित्य असंख्य व्यक्तियों में प्रेरणा व ऊर्जा का आज भी संचार कर रहा है। मैं बडभागी हूं, जो मुझे उनके तिरोभाव महोत्सव में शामिल होने व उनके सेव्य ठाकुरजी के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद शास्त्री व बड़ी सूरमा कुंज के महंत स्वामी प्रेम दास महाराज ने कहा कि श्रील जीव गोस्वामी महाराज परम् भजनानंदी, निस्पृह व वीतरागी संत थे।उनमें उच्च कोटि का वैराग्य था।उन्होंने अपना सर्वस्व प्रभु को समर्पित किया हुआ था।हम ऐसे दिव्य आचार्य चरण को अपना प्रणाम निवेदित करते हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी व पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ ने कहा कि प्रख्यात संत श्रील जीव गोस्वामी महाराज कलयुग पावनावतार चैतन्य महाप्रभु के प्रमुख पार्षद थे।उन्होंने अपनी साधना से समूचे सनातन धर्मावलंबियों को जो ठाकुर श्रीराधा दामोदर लाल जू महाराज प्रदान किए हैं, उसके लिए समस्त धर्मावलंबी उनके सदैव ऋणी रहेंगे।
श्रीराधा दामोदर मंदिर के सेवायत आचार्य कनिका प्रसाद गोस्वामी (बड़े गुसाईं) व आचार्य दामोदर चंद्र गोस्वामी ने कहा कि हमको इस बात का अत्यंत गर्व है कि श्रील जीव गोस्वामी महाराज हमारे पूर्वज थे।साथ ही गौडीय संप्रदाय के ऐसे जाज्वल्यमान नक्षत्र थे, जो कि आज भी असंख्य सनातन धर्मावलंबियों के भक्ति पथ को प्रकाशित कर रहे हैं।
महोत्सव में भक्तिवेदांत मधुसूदन महाराज, ठाकुर श्रीराधा रमण मंदिर के सेवाधिकारी दिनेश चंद्र गोस्वामी, इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष पंच गौड़ा दास महाराज, भक्ति वेदान्त भागवत महाराज, राधे श्यामानंद महाराज, भागवताचार्य गोपाल भैया महाराज, डॉ. राधाकांत शर्मा, बाल शुक पुंडरीक महाराज, चार संप्रदाय आश्रम के महंत ब्रजबिहारी दास महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. सत्यानंद दास अधिकारी गुरुजी, नवीन कृष्ण दास, कविचंद्र प्रभु, ठाकुर मदन मोहन मंदिर के सेवाधिकारी विजय किशोर गोस्वामी, महंत सुंदर दास महाराज, संत विद्याधर दास, पूर्व प्राचार्य शिवकुमार गोयल, लालू शर्मा, पण्डित ईश्वर चंद्र रावत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।मंदिर के सेवायत आचार्य कनिका प्रसाद गोस्वामी महाराज (बड़े गुसाईं) ने संभी अतिथियों का सम्मान ठाकुरजी का चित्रपट, पटुका प्रसादी माला आदि भेंट करके किया।तदोपरांत मथुरा के जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा सैकड़ों संतों, निर्धनों-निराश्रितों को भोजन कराकर दक्षिणा व कम्बल आदि वितरित किए गए।
रात्रि को चंडीगढ़ की सुप्रसिद्ध गायिका रुपाली के द्वारा ठाकुर श्रीराधा दामोदर लाल के समक्ष राग सेवा की गई।जिसके अंतर्गत उन्होंने संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के
मध्य ठाकुर राधा दामोदर लाल के समक्ष अपने राग गीत प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर ठाकुर राधा दामोदर लाल के समक्ष 56 भोग निवेदित किए गए।साथ ही उन्हें भव्य फूल बंगले में विराजित किया गया।
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