मैरी कॉम ने अपने रिटायरमेंट पर कहा कि "मुझमें अभी भी भूख है लेकिन दुर्भाग्य से उम्र सीमा खत्म हो जाने के कारण मैं किसी भी प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकती। मैं और खेलना चाहती हूं लेकिन मुझे (उम्र सीमा के कारण) छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
मुझे संन्यास लेना होगा और मैं ऐसा कर रही हूं।" मैरी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि "मैंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल किया।" मैरी मुक्केबाजी इतिहास में छह वर्ल्ड खिताब पर कब्जा करने वाली पहली महिला मुक्केबाज हैं। पांच बार की एशियाई चैंपियन 2014 एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला मुक्केबाज थीं।
उमेश चन्द्र तिवारी
हिंदी संवाद न्यूज़
भारत
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