मतदान हमारा कर्तव्य भी और
अधिकार भी: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को दी राष्ट्रीय मतदाता दिवस की बधाई
सीएम योगी ने सभी से की शत
प्रतिशत मतदान का संकल्प लेने की अपील
लखनऊ, 25 जनवरी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय मतदाता दिवस
की बधाई देने के साथ ही सभी से शत प्रतिशत मतदान का संकल्प लेने की अपील की।
उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से मतदान को लोकतांत्रिक अधिकार के साथ ही सभी के
लिए एक कर्तव्य भी करार दिया। अपने एक्स हैंडल पर सीएम योगी ने लिखा, "सभी
सम्मानित मतदातागणों एवं प्रदेश वासियों को 'राष्ट्रीय
मतदाता दिवस' की
हार्दिक बधाई,
पहली
बार मतदाता बने सभी युवा साथियों का अभिनंदन। मतदान हमारा कर्तव्य होने के साथ ही
अधिकार भी है। आइए, अपने लोकतंत्र को और अधिक सहभागी व मजबूत बनाने
हेतु शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प लें।"
नए मतदाताओं को पीएम के
विचार सुनने के लिए किया प्रेरित
सीएम योगी ने राष्ट्रीय
मतदाता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल मीडिया पर नए मतदाताओं
को लेकर की गई अपील को आगे बढ़ाते हुए सभी से नवमतदाता सम्मेलन से जुड़ने का आग्रह
किया। उन्होंने लिखा, "मतदान हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है...मेरी आप सभी
नव मतदाताओं से विनम्र अपील है कि अधिकाधिक संख्या में इस महत्वपूर्ण सम्मेलन से
जुड़कर प्रधानमंत्री जी के विचारों को सुनें एवं लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपना
अमूल्य योगदान दें। जय हिंद।" उल्लेखनीय है की गुरुवार को पीएम मोदी ने
नवमतदाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए युवाओं को वोटर बनने के लिए रजिस्ट्रेशन
कराने के साथ ही अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने के लिए भी प्रेरित किया।
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मोदी को चुनावी बिगुल
फूंकने की जरूरत नहीं, मोदी विकास का बिगुल फूंकता है : प्रधानमंत्री
- प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने बुलंदशहर में जनसभा को किया संबोधित
- पीएम ने
पश्चिमी यूपी को ₹20,700 करोड़ की 46
परियोजनाओं की दी सौगात
- बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध
नगर, हापुड़, बुलन्दशहर
एवं मेरठ के मिली योजनाओं की सौगात
- डेडीकेटेड
फ्रेट कॉरिडोर पर न्यू खुर्जा एवं न्यू रेवाड़ी स्टेशनों से दो मालगाड़ियों को
पीएम ने दिखाई हरी झंडी
- गन्ना
मूल्य में की गई वृद्धि पर पीएम मोदी ने की योगी आदित्यनाथ की तारीफ
- यूपी में
2017
के बाद हुए विकास कार्यों को प्रधानमंत्री ने सराहा
- गरीबी
हटाओ और सामाजिक न्याय का नारा देकर जनता को बरगलाने वालों पर पीएम ने साधा निशाना
- पीएम ने
कल्याण सिंह को किया याद, कहा राम लला प्राण प्रतिष्ठा से पूरा हुआ उनका
सपना
- देश आज
मोदी की गारंटी को 'गारंटी पूरा होने की गारंटी' मानता है
: प्रधानमंत्री
बुलंदशहर, 25 जनवरी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश को 20 हजार करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाओं की
सौगात देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्हें चुनावी बिगुल फूंकने
की जरूरत नहीं,
वो
हमेशा विकास का बिगुल फूंकते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी समाज के आखिर व्यक्ति के
कल्याण के लिए बिगुल फूंकता है। मोदी को ना पहले जरूरत थी, ना आज
जरूरत है और ना ही चुनाव का बिगुल फुंकने की आगे कभी जरूरत पड़ेगी। मोदी के लिए
जनता जनार्दन ही चुनावी बिगुल फूंकती है, जब जनता मोदी के लिए बिगुल फूंकती
है तो उन्हें अपना समय बिगुल फूंकने में नहीं लगाना पड़ता, उस समय
को वह जनता जनार्दन की सेवा करने में लगाते हैं। प्रधानमंत्री गुरुवार को यहां
पुलिस शूटिंग ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
देश ने कल्याण सिंह और
उनके जैसे अनेक लोगों का सपना पूरा किया
पीएम मोदी ने रेल लाइन, हाइवे, पेट्रोलियम
पाइपलाइन, पानी, सीवरेज, मेडिकल
कॉलेज और आद्योगिक क्षेत्र के प्रोजेक्ट्स का लोकापर्ण करते हुए कहा कि पश्चिमी
यूपी के इस क्षेत्र ने देश को कल्याण सिंह जैसा सपूत दिया है। पीएम ने कहा कि
कल्याण सिंह ने रामकाज और राष्ट्रकाज के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आज वो जहां
भी हैं अयोध्या धाम को देखकर बहुत आनंदित हो रहे होंगे। देश ने कल्याण सिंह और
उनके जैसे अनेक लोगों का सपना पूरा किया है। उन्होंने कहा कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठता
का कार्य संपन्न हो चुका है, अब राष्ट्र प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई देने का समय
है। हमारा लक्ष्य साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। विकसित
भारत का निर्माण भी यूपी के तेज विकास के बिना संभव नहीं है।
सरकार चलाने वालों ने
शासकों की तरह बर्ताव किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि
आजादी के बाद के दशकों में लंबे समय तक भारत में विकास को केवल कुछ ही क्षेत्रों
में सीमित रखा गया। देश का बड़ा हिस्सा विकास से वंचित रहा। इसमें भी देश की सबसे
बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश पर ध्यान नहीं दिया गया है। ये इसलिए हुआ क्योंकि
लंबे समय तक यहां सरकार चलाने वालों ने शासकों की तरह बर्ताव किया। जनता को अभाव
में रखा, समाज
में बंटवारे का रास्ता उन्हें सत्ता पाने का सरल रास्ता लगा।
यूपी में पुरानी चुनौतियों
से निपटने के साथ ही आर्थिक विकास को नई गति मिली
पीएम मोदी ने कहा कि 2017
में
डबल इंजन की सरकार बनने के बाद से यूपी में पुरानी चुनौतियों से निपटने के साथ ही
आर्थिक विकास को नई गति मिली है। भारत में दो बड़े डिफेंस कॉरिडोर पर काम हो रहा
है। इनमें से एक पश्चिमी यूपी में बन रहा है। यूपी के हर हिस्से को आधुनिक
एक्सप्रेसवे से कनेक्ट किया जा रहा है। भारत का पहला नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट
पश्चिमी यूपी में शुरू हुआ, यूपी के कई शहर मेट्रो सुविधा से जुड़ रहे
हैं। यूपी ईस्टर्न और वेर्स्टन डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का हब बन रहा है। जेवर
एयरपोर्ट बनने से इस क्षेत्र को नई ताकत और नई उड़ान मिलने वाली है। केंद्र सरकार
देश में चार नये औद्योगिक स्मार्ट शहर बनाने की तैयारी में है। इसमें से एक शहर
ग्रेटर नोएडा में बना है, जिसका उद्घाटन करने का आज मुझे अवसर मिला है।
किसानों का हित हमारी
सरकार की सार्वोच्च प्राथमिकता
प्रधानमंत्री ने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए कहा कि उन्होने नये पेराई सत्र के
लिए गन्ने का मूल्य बढ़ा दिया है। पहले किसानों को अपनी ही उपज का पैसा पाने के
लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। मगर डबल इंजन सरकार ने सुनिश्चित किया है कि मंडी
में अनाज में बेचने पर किसान का पैसा सीधे उसके बैंक अकाउंट में जाना चाहिए। डबल
इंजन सरकार ने गन्ना किसानों की समस्याओं को लगातार कम करने का प्रयास किया है।
उनकी जेब में ज्यादा से ज्यादा पैसा जाए इसके लिए इथनॉल बनाने पर जोर दिया जा रहा
है। किसानों का हित हमारी सरकार की सार्वोच्च प्राथमिकता है।
किसानों की बड़ी ताकत बनने
जा रही नमो ड्रोन दीदी योजना
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज
दुनिया में तीन हजार रुपए में किसानों को यूरिया की बोरी मिल रही है, वही भारत
में ये 300
रुपए से भी कम कीमत में मिल रही है। देश अब नैनो यूरिया बना रहा है। सरकार ने
भंडारण की सुविधा के लिए दुनिया की सबसे बड़ी योजना शुरू की है। इसके तहत पूरे देश
में कोल्ड स्टोरेज के नेटवर्क को तैयार किया जा रहा है। सरकार ने नमो ड्रोन दीदी
योजना का शुभारंभ किया है। इसमें महिला स्वयं सहायता समितियों की बहनों को ड्रोन
पायलट के रूप में ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें ड्रोन दिया जा रहा है। आने वाले
समय में ये योजना किसानों की बड़ी ताकत बनने जा रही है।
भेदभाव, भ्रष्टाचर
के बिना योजनाओं का लाभ प्रदान करना ही सच्चा सेक्युलरिज्म
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज
मोदी की गारंटी वाली गाड़ी गांव गांव में आ रही है। देश के हर नागरिक को उसके लिए
चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाना ही मोदी की गारंटी है। बिना भेदभाव, भ्रष्टाचर
के योजनाओं का लाभ शत प्रतिषत जनता को प्रदान करना ही सच्चा सेक्युलरिज्म और
सामाजिक न्याय है। आजादी के बाद कोई गरीब हटाओ का नारा देता रहा, तो कोई
सामाजिक न्याय के नाम पर झूठ बतलाता रहा। देश ने देखा कि कुछ ही परिवार अमीर हुए, सामान्य
गरीब, दलित
और पिछ़ड़ा वर्ग अपराधियों और दंगों से सहमा रहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी
सरकार के 10
वर्ष में 25
करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। जो बाकि बचे हैं उन्हें भी उम्मीद जगी
है कि वे भी जल्द ही गरीबी को परास्त कर देंगे। गांव, गरीब, युवा, महिला, किसान
सबको सशक्त करने का ये अभियान जारी रहेगा।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश
की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री
ब्रजेश पाठक, केंद्रीय
मंत्री जनरल डॉ वीके सिंह, मंत्री अरुण सक्सेना, सांसद
महेश शर्मा, डॉ.
भोला सिंह, राजेंद्र
अग्रवाल, सतपाल
सिंह, सुरेंद्र
सिंह नागर, भाजपा
के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह एवं भाजपा के पदाधिकारी और नागरिक उपस्थित
रहे।
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2024 में 2014 और 2019 से भी
बड़े बहुमत के साथ बनेगी मोदी सरकारः सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए
पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किया स्वागत
बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध
नगर, हापुड़, बुलंदशहर
और मेरठ में 20,700
करोड़ से अधिक की 46 परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास एवं लोकार्पण
कुछ दिनों बाद जब देश में
आम चुनाव होंगे,
तो
यही जनता जनार्दन फिर प्रधानमंत्री के साथ खड़ी होकर 'फिर एक
बार मोदी सरकार'
के
संकल्प को दोहराएगीः सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा, खराब
मौसम के बावजूद प्रधानमंत्री का बाई रोड बुलंदशहर आगमन हमें बिना रुके, बिना
डिगे, बिना
झुके विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है
नए भारत के अंदर बिना
भेदभाव के मिल रही योजनाओं का लाभ लेकर हमारा भारत और उत्तर प्रदेश विकास के नित
नए प्रतिमान स्थापित करके आगे बढ़ रहा हैः योगी आदित्यनाथ
बुलंदशहर, 25 जनवरी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विभिन्न विकास
परियोजनाओं का शुभारंभ करने बुलंदशहर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत
किया। उन्होंने बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध
नगर, हापुड़, बुलंदशहर
एवं मेरठ जनपदों में 20,700 करोड़ से अधिक की 46 विकास
परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास के लिए पीएम मोदी का आभार जताया। उन्होंने
कहा कि आज मौसम की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद प्रधानमंत्री का बुलंदशहर की
धरती पर आगमन हम सबके लिए एक प्रेरणा है कि बिना रुके, बिना
डिगे, बिना
झुके हमें विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए जुटना है। इसी संकल्प को
आगे बढ़ाने के लिए ये जनता जनार्दन यहां आपका मार्गदर्शन प्राप्त कर रही है। कुछ
दिनों के बाद जब देश में आम चुनाव होंगे, तो ये ही जनता जनार्दन आपके साथ
फिर से खड़ी होकर फिर एक बार मोदी सरकार के संकल्प को दोहराएगी। सीएम ने कहा कि
आपके नेतृत्व में तीसरी बार फिर से देश के अंदर 2014,
2019 से भी बड़े बहुमत के साथ सरकार बनेगी। इस अवसर पर
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री को भगवान श्रीराम की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। वहीं
ओडीओपी के अंतर्गत राम मंदिर के उकेरे गए चित्र वाली खुर्जा की सेरेमिक ट्रे भी
भेंट की।
नए भारत का दर्शन देखकर
अचंभित है दुनिया
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री
का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों 500 वर्षों
के इंतजार को समाप्त करके अयोध्या में प्रभु श्रीराम लला के भव्य मंदिर का उद्घाटन
और श्रीराम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत पहला दौरा भी उत्तर प्रदेश
की धरती बलुंदशहर में हो रहा है। यह हमारा सौभाग्य है कि उत्तर प्रदेश को
प्रधानमंत्री जी का आशीर्वाद और सानिध्य मिल रहा है। आप सभी उपस्थित बहनों-भाईयों
और उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता की ओर से उनका स्वागत और अभिनंदन करता
हूं। उत्तर प्रदेश आज देश के अंदर विकास की प्रक्रिया के साथ तेजी से आगे बढ़ता
हुआ राज्य है। ये जो कुछ भी हो पा रहा है, प्रधानमंत्री
जी की कृपा, उनके
आर्शीवाद, उनका
मार्गदर्शन और नेतृत्व के कारण है। एक नए भारत के निर्माण के रूप में हम सब
भारतवासियों को उनका सानिध्य प्राप्त हो रहा है। एक नए भारत का दर्शन न केवल 140 करोड़ देशवासी कर रहे हैं, बल्कि
दुनिया भी इस अद्भुत, अविस्मरणीय और अलौकिक अवसर पर आज अचंभित है और भारत
की ओर आकर्षित हो रही है। यह हम सबका सौभाग्य है कि हमारे पास प्रधानमंत्री के रूप
में मोदी जी जैसा लोकप्रिय नेतृत्व और उनका मार्गदर्शन हमको प्राप्त हो रहा है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश को
मिल रहा 21
हजार करोड़ की परियोजनाओं का उपहार
सीएण योगी ने उपस्थित जनता
को संबोधित करते हुए कहा कि आपका स्नेह प्रधानमंत्री जी को मौसम की विपरीत
परिस्थितियों का सामना करते हुए दिल्ली से बाई रोड यहां तक ले आया है। आज दिल्ली
से बाई रोड प्रधानमंत्री जी हमारे बीच में आए हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले
अयोध्या का अद्भुत, अलौकिक, अविस्मरणीय कार्यक्रम भारतवासियों
और पूरी दुनिया ने देखा है। इस अद्भुत और अविस्मरणीय कार्यक्रम के बाद आज बुलंदशहर
और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। आज
पौष पूर्णिमा भी है और इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी के हाथों 21 हजार
करोड़ की विकास परियोजनाओं का उपहार भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्राप्त हो रहा
है। उन्होंने कहा कि पहले कोई सोचता था कि उत्तर प्रदेश के हर जिले में मेडिकल
कॉलेज होगा। पहले तो मीटर गेज को ब्रॉड गेज करने में ही दिक्कत होती थी, पैसा ही
नहीं मिलता था। आज चौथी रेलवे लाइन का भी लोकार्पण प्रधानमंत्री जी करने जा रहे
हैं। फ्रेट कॉरिडोर के एक सेक्शन का उद्घाटन भी होने जा रहा है। इसके अलावा और भी
परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो रहा है। इसमें गरीबों के लिए आवासीय योजना
हो, इंफ्रास्ट्रक्चर
से जुड़ी फोर लेन, 6 लेन सड़कें हों, बुनियादी
सुविधाओं से जुड़ी योजनाएं हो, ये सभी नए भारत के अंदर बिना भेदभाव के मिलने
वाली योजनाएं हैं जिनका लाभ लेकर आज हमारा भारत और उत्तर प्रदेश विकास की नित नई
प्रतिमान स्थापित करके आगे बढ़ रहा है।
रूफटॉप सोलर योजना और
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के निर्णय पर जताया आभार
सीएम योगी ने रूफटॉप सोलर
योजना के शुभारंभ और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत
रत्न देने के प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी के निर्णय की भी खुले मन से प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि प्रधामंत्री ने पिछले तीन दिनों में 2
महत्वपूर्ण निर्णय लिए। एक निर्णय था, एक करोड़ घरों तक रूफटॉप सोलर के
लिए एक नई योजना का शुभारंभ। इस योजना का शुभारंभ उसी दिन हुआ है, जिस दिन
अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक कार्यक्रम संपन्न हुआ।
दूसरा, सामाजित
न्याय के पुरोधा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूर ठाकुर जी को भारत रत्न देकर के
सामाजिक न्याय की इस लड़ाई में वंचितों, दबे-कुचले और पिछड़े वर्ग को
सम्मान देकर के उनके माध्यम से नेतृत्व की एक नई श्रंखला को खड़ा करना। यह अत्यंत
अभिनंदनीय है। इसके लिए हम सब आपके प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश
की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, उपमुख्यमंत्री
ब्रजेश पाठक, केंद्रीय
मंत्री जनरल डॉ वीके सिंह, मंत्री अरुण सक्सेना, सांसद
महेश शर्मा, डॉ.
भोला सिंह, राजेंद्र
अग्रवाल, सतपाल
सिंह, सुरेंद्र
सिंह नागर एवं भाजपा के पदाधिकारी और नागरिक उपस्थित रहे।
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महिला स्पेशल कैम्पस
ड्राइव में 17
महिला अभ्यर्थियों का चयन
युवाओं और महिलाओं को
रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए नियमित कैम्पस ड्राइव का आयोजन कर रही योगी
सरकार
लखनऊ, 25 जनवरी।
युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध कराने हेतु योगी सरकार लगातार
प्रयत्न का रही है। इसी क्रम में गुरुवार को लखनऊ में महिला स्पेशल कैंपस ड्राइव
का आयोजन किया गया, जिसमें 17 महिला अभ्यर्थियों का चयन किया
गया।
प्रधानाचार्य राजकुमार यादव ने बताया कि राजकीय आईटीआई, अलीगंज, लखनऊ में
सीखो एवं कमाओ योजना (एनएपीएस) के तहत 2 अथवा 3 वर्षीय
डिप्लोमा प्रोग्राम के लिए टाटा मोटर्स लि. लखनऊ के द्वारा महिला स्पेशल कैम्पस
ड्राइव का आयोजन किया गया। ट्रेनिंग काउंसिलिंग एण्ड प्लेसमेन्ट आफिसर एम ए खां ने
बताया कि कैम्पस ड्राइव में कुल 54 महिला अभ्यर्थियो द्वारा प्रतिभाग किया गया
जिसमें से 17 महिला
अभ्यर्थियों का साक्षात्कार के उपरान्त चयन किया गया। सभी चयनित अभार्थियों के लिए
13605 रुपए
प्रतिमाह वेतन एवं कैन्टीन फ्री, ट्रासपोर्ट फ्री, इन्श्योरेन्स
7 लाख, मेडिकल
क्लेम 1 लाख, 3 सेट
यूनीफाॅर्म प्रतिवर्ष, जूते, पीपीई किट एवं कम्पनी द्वारा
निर्धारित छूट्टियां तथा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
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नेचर एवं बर्ड फेस्टिवल का
आयोजन कराएगी योगी सरकार
27 जनवरी
से दो फरवरी तक कई स्थानों पर होंगे विविध आयोजन
फोटोग्राफी, रंगोली, प्रदर्शनी, पेंटिंग
समेत कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकेंगे प्रतिभागी
लखनऊ, 25 जनवरी:
आम जनमानस को आर्द्र भूमि के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति जागरूक करने के लिये
प्रतिवर्ष दो फरवरी को विश्व आर्द्र भूमि दिवस मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश में
योगी सरकार के नेतृत्व में विश्व वेटलैण्ड दिवस पर बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया
जाता है। इसी क्रम में 27 जनवरी से दो फरवरी तक नेचर एंड बर्ड
फेस्टिवल-2024
मनाया जाएगा।
उन्नाव में होगा शुभारंभ, यूपी के
अनेक जिलों में विविध आयोजन कराएगी योगी सरकार
योगी सरकार की तरफ से पूरे
सप्ताह कई जनपदों में योगी सरकार अनेक आयोजन कराएगी। 27 जनवरी
को शहीद चन्द्र शेखर आजाद पक्षी विहार, नवाबगंज, उन्नाव
में बर्ड फेस्टिवल का शुभारंभ होगा। इसमें योगी सरकार की तरफ से वन राज्यमंत्री
केपी मलिक मौजूद रहेंगे।
28 जनवरी
को गोविन्द सागर बांध, ललितपुर वन प्रभाग ललितपुर, 29 जनवरी
को राज्य पक्षी सारस अभ्यारण्य, बखिरा संतकबीरनगर वन प्रभाग में फेस्टिवल का
आयोजन होगा। 30
जनवरी को लाखबहोसी पक्षी विहार, कन्नौज, लुप्तप्राय
परियोजना, 31
जनवरी को सूरजपुर वेटलैण्ड, गौतमबुद्धनगर वन प्रभाग, गौतमबुद्धनगर
में राज्य स्तरीय आयोजन होगा। पहली फरवरी को प्रयागराज संगम क्षेत्र, सामाजिक
वानिकी प्रभाग,
प्रयागराज
तथा दो फरवरी को हैदरपुर
वेटलैण्ड, मुजफ्फरनगर
वन प्रभाग में इससे जुड़े आयोजन होंगे।
अनेक प्रतियोगिताओं का भी
किया जाएगा आयोजन
बर्ड फेस्टिवल के आयोजन
में वन विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों एवं संस्थाओं यथा शैक्षिक संस्थानों, वन्यजीव
फोटोग्राफर्स आदि की सहभागिता रहेगी। साथ ही रंगोली प्रतियोगिता, वाद-विवाद
प्रतियोगिता, पोस्टर
व स्लोगन प्रतियोगिता, पेन्टिंग प्रतियोगिता, फोटोग्राफी
प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी आदि आयोजित की जाएगी। उत्कृष्ट कार्य करने वाले राजकीय
अधिकारियों/कर्मचारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
2023 में
महोबा में हुआ था आयोजन
उत्तर प्रदेश में राज्य
स्तरीय कार्यकम के रूप में 2017 में दुधवा टाइगर रिजर्व लखीमपुर खीरी, वर्ष 2019 में
नवाबगंज पक्षी विहार, उन्नाव: वर्ष 2020 में
सूरसरोवर पक्षी विहार, कीठम-आगरा एवं वर्ष 2021 में ओखला
पक्षी विहार, गौतमबुद्धनगर
में आयोजित किया गया। कोविड महामारी के कारण वर्ष 2022 में बर्ड
फेस्टिवल का आयोजन नहीं किया जा सका। वर्ष 2023 में विजय
सागर पक्षी विहार, महोबा में बर्ड फेस्टिवल को नेचर एवं बर्ड
फेस्टिवल-2023
के
रूप में आयोजित किया गया।
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वन्यजीव आवासों के एकीकृत
विकास पर भी योगी सरकार का फोकस
-सीएम
योगी के विजन अनुसार केंद्र सरकार की 'इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ
वाइल्डलाइफ हैबिटैट्स' योजना को प्रदेश में मिली गति
-4.85 करोड़
रुपए जारी कर वन्यजीव संरक्षण समेत तमाम गतिविधियों के संचालन की प्रक्रिया होगी
सुचारू
-परियोजना
के तहत होने वाले सभी निर्माण व संरक्षण कार्यों को उत्तर प्रदेश शासन की रूलबुक
अनुसार किया जाएगा पूरा
लखनऊ, 25 जनवरी।
उत्तर प्रदेश के समेकित विकास का खाका खींच रही योगी सरकार प्रदेश में वन्यजीवों
के संरक्षण व उन्हें आश्रयस्थल मुहैया कराने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है।
इस क्रम में केंद्र सरकार की 'इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ वाइल्डलाइफ
हैबिटैट्स' योजना
को भी उत्तर प्रदेश में क्रियान्वित करने पर योगी सरकार का विशेष फोकस है। प्रदेश
में वन्यजीवों को संरक्षित वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी व अन्य वन क्षेत्रों में संरक्षण
प्रदान हो सके इसके लिए वन्यजीव आवासों के एकीकृत विकास की प्रक्रिया को भी सुचारू
रखने के दृष्टिगत योगी सरकार ने प्रबंध किए हैं। इस क्रम में योगी सरकार द्वारा
पर्यावरण, वन
व जलवायु परिवर्तन अनुभाग को योजना के कार्यपालन के लिए प्रावधानित 4.85 करोड़
रुपए की धनराशि वित्तीय व प्रशासकीय स्वीकृति के बाद जारी कर दी गई है। इस
परियोजना के अंतर्गत होने वाले सभी निर्माण कार्यों को उत्तर प्रदेश शासन की
रूलबुक के अनुसार पूर्ण किया जाएगा तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक की देखरेख में सभी
निर्धारित कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। प्रधान मुख्य वन संरक्षक इस बात को भी
सुनिश्चित करेंगे कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की कोई गुणवत्ता संबंधी
शिकायत की गुंजाइश न रहे।
अंब्रेला योजना बनी वन्य
जीवों के संरक्षण का माध्यम
केंद्र सरकार की 'इंटीग्रेटेड
डेवलपमेंट ऑफ वाइल्डलाइफ हैबिटैट्स' अंब्रेला योजना में प्रोजेक्ट टाइगर (सीएसएस-पीटी), वन्यजीव
आवासों का विकास (सीएसएस-डीडब्ल्यूएच) और हाथी परियोजना (सीएसएस-पीई) की केंद्र
प्रायोजित योजना शामिल है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के टाइगर रिजर्व्स व
संरक्षित वन क्षेत्रों में हो रहा है। योजना के अंतर्गत शामिल गतिविधियों में
कर्मचारी विकास और क्षमता निर्माण, वन्यजीव अनुसंधान और मूल्यांकन, अवैध
शिकार विरोधी गतिविधियाँ, वन्यजीव पशु चिकित्सा देखभाल, मानव-पशु
संघर्ष को संबोधित करना और पर्यावरण-पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल है। इसके
अतिरिक्त, संरक्षित
क्षेत्रों से अन्य क्षेत्रों में समुदायों के स्थानांतरण के लिए राज्यों को
वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। इस योजना के तीन घटक हैं जिनमें संरक्षित
क्षेत्रों (राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य, संरक्षण
रिजर्व और सामुदायिक रिजर्व) को सहायता प्रदान करना, संरक्षित
क्षेत्रों के बाहर वन्यजीवों का संरक्षण व गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों और
आवासों को बचाने के लिए पुनर्प्राप्ति कार्यक्रम शामिल है।
कई अन्य योजनाएं भी मानव
वन्यजीव संघर्ष को रोकने में हो रहीं सहायक
उत्तर प्रदेश में योगी
सरकार इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ वाइल्डलाइफ हैबिटैट्स के साथ ही कई अन्य योजनाओं
का भी संचालन कर रही है जिनके जरिए मानव वन्यजीव संघर्ष को प्रभावी ढंग से रोकने
की पहल की जा रही है। इसके अलावा, कोर/क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट से स्वैच्छिक
पुनर्वास का विकल्प चुनने वाले समुदायों को प्रोजेक्ट टाइगर (सीएसएस-पीटी) की
योजना के तहत और 800 परिवारों को वन्यजीव पर्यावास के विकास की केंद्र
प्रायोजित योजना के तहत लाभान्वित किया जाता है। इस योजना से रोजगार के अवसर पैदा
हो रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप बाघ अभयारण्यों/संरक्षित क्षेत्रों में और उसके
आसपास के लोगों का आर्थिक उत्थान हो रहा है और साथ ही स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग से
प्रतिस्थापन के साथ प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भरता में भी कमी आ रही है। इससे
आसपास रहने वाले लोगों को भी अप्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
रोजगार के अवसर भी हो रहे
पैदा
वन क्षेत्रों में संरक्षण
के लिहाज से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के जरिए योगी सरकार स्थानीय जनता को गाइड, ड्राइवर, आतिथ्य
कर्मियों और अन्य सहायक नौकरियों में सेवा करने के अवसर भी उपलब्ध करा रही है। ये
योजनाएं विभिन्न पर्यावरण-विकास परियोजनाओं के माध्यम से लोगों को आत्मनिर्भर
बनाने की दिशा में विभिन्न कौशल प्रदान करने को बढ़ावा देती हैं, जिससे वे
स्वरोजगार के लिए सक्षम हो सकेंगे। इन योजनाओं के कारण पर्यटक यात्राओं के माध्यम
से संसाधन सृजन होगा, जिससे बाघ स्रोत क्षेत्रों और वन्यजीव संरक्षण के
लिए महत्वपूर्ण अन्य क्षेत्रों को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा जीवन
समर्थन प्रणालियों को बनाए रखने के साथ-साथ भोजन, पानी और
आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद मिलती है।
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अयोध्या में सीएम योगी के
प्रयासों का दिखने लगा असर, श्रद्धालुओं को हो रहे श्रीरामलला के सुगम
दर्शन
- श्रद्धालुओं
की सहूलियत के लिए सीएम ने गठित की है अधिकारियों की उच्चस्तरीय कमेटी
- अयोध्या
नगर से लेकर मंदिर परिसर तक रामभक्तों के लिए व्यवस्था में अलर्ट मोड पर योगी
सरकार
अयोध्या, 25 जनवरी।
श्रीरामजन्मभूमि में प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत अयोध्या में
दर्शनार्थियों की भारी आवक देखने को मिल रही है। प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के बाद
पहली बार आमजन मानस के लिए खोले गए मंदिर में लगातार दर्शनार्थी पहुंचकर सुगम
दर्शन का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। तीसरे दिन भी जन्मभूमि मार्ग पर दर्शनार्थियों
की अटूट कतार बनी रही, लेकिन पहले दिन की अपेक्षा गुरुवार को यहां आपाधापी
बिल्कुल भी नहीं दिखी। मंदिर के उद्घाटन के बाद से ही रामभक्तों की सहूलियत को
ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों का असर दिखने लगा है।
सीएम द्वारा गठित उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में प्रशासन और पुलिसबल व्यवस्था
सुधारने में लगातार जुटा हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ द्वारा जिस तरह ग्राउंड जीरो पर उतरकर प्रशासन व मंदिर ट्रस्ट के साथ
बैठक करके निर्देश दिये गए उससे स्थिति में बहुत सुधार आया है। इसके कारण मंगलवार
को 5
लाख और बुधवार को करीब ढाई लाख से ज्यादा दर्शनार्थियों ने सुगम दर्शन प्राप्त
किये। वहीं गुरुवार को दर्शनार्थियों को दर्शन लाभ प्राप्त करने में कही कोई
दिक्क़त नही दिखाई दी।
प्राण प्रतिष्ठा आयोजन बाद
प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के लिए पूरे देशभर से रामभक्त बड़ी संख्या में अयोध्या
पहुंच रहे हैं। शुरुआती दो दिन में ही तकरीबन 8 लाख
रामभक्त अपने आराध्य के दर्शन कर चुके हैं। ये सभी श्रद्धालु अब अपने अपने गंतव्य
की ओर लौटने लगे हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद जिला
प्रशासन और पुलिसबल लौटने वाले श्रद्धालुओं को सुव्यवस्थित ढंग से भेजने के कार्य
मे जुटा है, साथ
ही आ रहे नए रामभक्तों को सुगम दर्शन भी कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी के
निर्देश पर बनी कमेटी
अयोध्या में श्रीरामलला के
सुगम दर्शन व श्रद्धालुओं की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के
निर्देश के बाद एक कमेटी गठित की गयी, जिसके निर्देशन में
श्रीरामजन्मभूमि परिसर मे समस्त व्यवस्थाएं मैनेज की जाए रही हैं। इस कमेटी मे
उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की अगुवाई में मुख्य सचिव, डीजीपी व
मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव के साथ नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव शामिल हैं।
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अयोध्या : 25 हजार
श्रद्धालुओं के रुकने के लिए तैयार हो रही टेंट सिटी
- अयोध्या
ग्रीनफील्ड टाउनशिप मे तैयार हो रही है वृहद टेंट सिटी
अयोध्या 25 जनवरी।
श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा बाद दर्शनार्थियों की आने वाली अपार संख्या के लिए
योगी सरकार का बड़ा प्लान मूर्त रूप ले रहा है। मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने भगवान
श्रीरामलला मंदिर के दर्शन के लिए बहुत बड़ी संख्या में बाहर से आने वाले
श्रद्धालुओं को ठहराने और उनकी मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए ग्रीन
फील्ड टाउनशिप क्षेत्र में उप्र राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा बनाए जा रहे टेंट
सिटी का निरीक्षण किया।
इस टेंट सिटी में लगभग 25 हजार
श्रद्धालु एक साथ ठहर सकते हैं। उन्होंने सभी डॉरमेट्री में स्थित बेड्स की
नम्बरिंग करने,
पर्याप्त
मात्रा में मोबाइल चार्जिंग पॉइंट की उपलब्धता के साथ ही सभी व्यवस्थायें समुचित
रखने के निर्देश दिए। मण्डलायुक्त ने कहा कि डॉरमेट्री और परिसर में इलेक्ट्रिक और
फायर सेफ़्टी के सभी मानकों का अनुसरण किया जाए तथा पर्याप्त वेंटिलेशन भी रहे।
उन्होंने पीने के पानी की
उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही शौचालयों की निरंतर साफ सफाई करने और परिसर को
साफ सुथरा रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टेंट सिटी के मध्य बनी सड़कें
ऊंची-नीची हैं जिसमें बरसात होने पर जल भराव होने की संभावना है, इसलिए इन
गड्ढों को भरा जाय तथा सड़कों को रोलर चलाकर मोटरेबुल बनाया जाय।
मण्डलायुक्त ने अधिकारियों
को निर्देशित किया कि टेन्ट सिटी की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय तथा इसे
आकर्षक एवं साफ-सुथरा बनाया जाय। सम्पूर्ण टेन्ट सिटी परिसर में नियमित रूप से
अच्छी साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय तथा आगन्तुकों के लिए अच्छे शौचालय
एवं शुद्ध पेयजल के साथ ही समस्त आधारभूत सुविधाएं सुगमता से एवं अच्छी गुणवत्ता
के साथ उपलब्ध करायी जाय।
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने
काशी में गढ़े विकास के नए आयाम
-प्राचीन काल
से ही संस्कृति,धर्म, अध्यात्म
और विरासत के लिए विश्व में मशहूर रही काशी के समग्र और सुव्यवस्थित विकास को
सुनिश्चित कर रही योगी सरकार
-विश्व
पर्यटन के मानचित्र पर तेजी से लाकर दुनिया के सामने लाकर नव्य-भव्य काशी की
तस्वीर को कर रही पुख्ता
-काशी में
171.30
करोड़ रुपए की कुल 87 पर्यटन विकास परियोजनाओं पर हुआ कार्य, ज्यादातर
परियोजनाएं हुईं पूरी तो कई मेगा प्रोजेक्ट्स का कार्य पहुंचा अंतिम चरण में
वाराणसी, 25
वाराणसी। प्राचीन काल से ही काशी अपनी संस्कृति ,धर्म अध्यात्म और विरासत विश्व में मशहूर रही है। मगर, मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ के विजन से समग्र विकास के पथ पर अग्रसर काशी एक बार फिर अपने
नव्य-भव्य रूप के कारण दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि
भाजपा की डबल इंजन की सरकार वाराणसी में पर्यटन विकास के लिए 171.30
करोड़ रुपए की लागत से 87 कार्य परियोजनाओं की पूर्ति पर फोकस कर रही
है। इनमें से कई परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं जबकि कई मेगा प्रोजेक्ट्स का विभिन्न
चरणों में विकास जारी है। पर्यटन विकास के नए कार्यो के जरिए काशी में पर्यटन
उद्योग को नई गति भी मिल रही है। काशी के समग्र और सुव्यवस्थित विकास का ख़ाका खींच
कर योगी सरकार काशी को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर तेजी से ला रही है। पर्यटन
विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र कुमार रावत ने बताया कि पिछले 10 सालों
में 59.42
करोड़ रुपए की लागत से 37 पर्यटन के विकास कार्यो को कराया जा चुका है।
जबकि 50
पर्यटन विकास के कार्य चल रहे है जिसकी लागत 111.88 करोड़
रुपए है।
59.42 करोड़
रुपए की लागत से पूर्ण हुए प्रमुख पर्यटन विकास के कार्य
गलियों का शहर कहे जाने
वाली काशी की गलियों का सौंदर्यीकरण को आधुनिक तरीके से विकसित किया गया है। घाटों
का सौंदर्यीकरण कर श्रद्धालुओ के लिए सुविधाजनक बनाया गया है। मांर्कण्डेय महादेव
मंदिर, सारंग
नाथ तालाब, शूलटंकेश्वर
मदिर गंगा घाट व अन्य मंदिरों और घाटों, पंचक्रोशी यात्रा समेत कई धार्मिक
यात्राओं और मार्ग में पड़ने वाले मंदिरों का विकास व पुनर्रुद्धार कार्यों को
पूर्ण कराया गया है। इसके अतिरिक्त, सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो, बुद्धा
थीम पार्क, संत
शिरोमणि रविदास जी के जन्मस्थली पर जन सुविधा के कार्य, गुरुधाम
मन्दिर, क्रूज़
बोट का संचालन,
लाल
बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर पर्यटन सूचना केंद्र, नृसिंह
मठ, संकुलधारा
मठ, राजघाट
पर चेंजिंग रूम,
पिंडरा
में माँ भद्रकाली मंदिर के सौंदर्यीकरण के कार्यों को भी पूर्ण किया गया है।
111.88 करोड़
रुपए की लागत से गतिमान प्रमुख पर्यटन विकास के कार्य
ओवरऑल टूरिज्म डेवलपमेंट
के योजना के अंतर्गत काशी की चार धाम यात्रा, काशी
विष्णु, द्वादश
आदित्य यात्रा,
नव
दुर्गा, अष्ट
भैरव, नव
गौरी, विनायक, द्वादश
ज्योतिर्लिंग के लिए पवनपथ का निर्माण कार्य तथा पंचक्रोशी यात्रा के पांच पड़ाव का
पर्यटन विकास परियोजना के अंतर्गत कार्य जारी हैं। इसी प्रकार, रोहनिया, पिंडरा, शिवपुर
आदि क्षेत्रो के ग्रामीण इलाकों में प्राचीन आस्था के केंद्र मंदिरों, तालाबों
आदि का कार्य,
रामनगर
में शास्त्रीय घाट, जैन तीर्थंकर चंद्र प्रभु की जन्मस्थली चंद्रावती, सारनाथ
के सारंग नाथ मंदिर का पर्यटन विकास, तथा मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआ
बाबा आश्रम का पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण का कार्य भी जारी है। दूसरी ओर, पर्यटन
आवास गृह परेड कोठी व रही पर्यटन आवास गृह का उच्चीकरण मनारी रोड पर सरफेस
पार्किंग, संत
रविदास पार्क सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार, तेलियाना
घाट पर निषादराज की प्रतिमा, मांडवी कुंड व गणेश मंदिर, हेलीपैड
आदि पर्यटन विकास के कई कार्य अंतिम चरण में हैं।
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अयोध्या की तरह भव्य, नव्य और
दिव्य बनेगी नाथ नगरी, सुशोभित होंगे चार नाथ द्वार
शहर के चौराहों पर लगेंगे
पत्थर के यूनिपोल पर सुशोभित होंगे शिव के शुभ पवित्र प्रतीक
डेलापीर तिराहा पर त्रिवटी
नाथ और डोहरा रोड पर बनेगा बनखंडी नाथ द्वार
मुख्यमंत्री के निर्देश पर
टीडीआर नीति में मुख्य मार्गों को विकसित करने की तैयारी में बीडीए
25 जनवरी, बरेली।
मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ के निर्देश पर अब अयोध्या के बाद नाथ नगरी बरेली को भव्य, नव्य व
दिव्य बनाने की बरेली विकास प्राधिकरण ने तैयारी शुरू कर दी है। बरेली विकास
प्राधिकरण (बीडीए) ने बरेली की आधुनिकता के साथ नाथ नगरी की आध्यात्मिक विरासत को
समाहित करते हुए नाथ नगरी कॉरिडोर का विशेष डिजाइन तैयार किया है। बरेली के प्रमुख
मार्गों पर नाथ द्वार बनाये जा रहे हैं। शिव के शुभ पवित्र प्रतीक को पत्थर के यूनिपोल
पर सुशोभित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त शहर के मुख्य पांच चौराहों पर शिव के शुभ
संकेत और प्रतीकों को भी स्थापित किया जाएगा। इससे पूरे शहर में शिवमय आभा
प्रदर्शित होगी। डेलापीर तिराहे को त्रिवटी नाथ और डोहरा रोड पर बने द्वार को
बनखंडी नाथ के नाम से विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के
निर्देश पर बीडीए ने टीडीआर नीति के तहत मुख्य मार्गों को विकसित करने की तैयारी
शुरू कर दी है। 32.5 किमी के नाथ नगरी कारिडोर के मार्गों के अतिरिक्त
शहर के अन्य नाथ सर्किट से जुड़े मुख्य मार्गों को विकसित किया जा रहा है। इससे
उनका व्यावसायिक उपयोग किया जा सके। इससे बीडीए और नगर निगम की आय में वृद्धि होगी
साथ ही पूरी नगरी का सर्वांगीण विकास होगा। डिजिटल और आध्यात्मिक टूरिज्म को भी
बढ़ावा दिया जा सके।
चौकी चौराहा समेत शहर के
कई चौराहों पर लगेंगे शिव के पवित्र और शुभ प्रतीक
बरेली विकास प्राधिकरण के
उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने बताया कि नाथ नगरी के सौंदर्यीकरण के साथ ही दिव्य रूप
देने के लिए शिव के शुभ प्रतीकों में डमरू, त्रिशूल, नटराज, नंदी, त्रिपुंड
और त्रिनेत्र तैयार किए गए हैं। डोहरा रोड और बदायूं रोड पर लाल फाटक के पास नाथ
द्वार बनाया जाएगा। इसके अलावा डेलापीर तिराहा और नैनीताल रोड पर भी नाथ द्वारों
का निर्माण होगा। चौकी चौराहा, सेटेलाइट, बरेली
जंक्शन, इज्जतनगर
रेलवे स्टेशन और प्रेमनगर चौराहे पर यूनिपोल लगाकर शिव के शुभ प्रतीक चिन्हों को
सुशोभित किया जाएगा।
शहर में प्रवेश करते ही
आकर्षित करेगी नाथ नगरी की आध्यात्मिक आभा
बरेली विकास प्राधिकरण के
सचिव योगेंद्र सिंह ने बताया कि शहर में प्रवेश करते ही नाथ नगरी की आध्यात्मिक
आभा आकर्षित करेगी। नाथ नगरी की आध्यात्मिक विरासत के साथ आधुनिकता और स्मार्ट
सिटी का सामंजस्य देखने को मिलेगा। इसको लेकर बरेली विकास प्राधिकरण ने डोहरा रोड
पर बनखंडी नाथ द्वार का निर्माण किया है। इससे पूर्व अलखनाथ, मढ़ीनाथ, तपेश्वर
नाथ और धोपेश्वर नाथ द्वार निर्मित किया जा चुके हैं। डेलापीर तिराहे पर भी अब
त्रिवटी नाथ द्वार का निर्माण कराया जा रहा है। इसके प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड से
स्वीकृत करवाकर निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। महा शिवरात्रि से पूर्व इनको
स्थापित कराने की तैयारी है।
नाथ विचारधारा से मार्गों
एवं नाथ मंदिरों का होगा कायाकल्प
नाथ नगरी कॉरिडोर के
आर्किटेक्ट सुमित अग्रवाल ने बताया कि बरेली को शिवमय बनाकर आध्यात्मिक पर्यटन को
बढ़ावा देने की अवधारणा है। इसके साथ ही नाथ नगरी कारिडोर के मुख्य मार्गों का
व्यवसायिक उपयोग कर आर्थिक उत्थान को बढ़ावा दिया जायेगा। नाथ द्वार पर दैदीप्यमान
सूर्य किरणे एवं उस पर सुशोभित शिव प्रतीक युवा पीढ़ी को उसकी सांस्कृतिक विरासत
से अवगत कराएंगे।
नाथनगरी कॉरिडोर में
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही तेज हो गई है। टीडीआर
पॉलिसी के तहत सभी मुख्य मार्गों को विकसित किया जा रहा है। जिससे इसका व्यावसायिक
उपयोग कर नाथ नगरी कॉरिडोर में उपयोग कर सकें।
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