मा0 मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालन प्रोत्साहन योजना हेतु लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र दिये गये

मैत्री कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन स्वरूप 62.52 लाख रूपये की धनराशि डीबीटी के माध्यम से दी गयी
-पशुधन मंत्री श्री धर्मपाल सिंह
लखनऊ: 24 जनवरी, 2024



उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां पशुपालन निदेशालय के परिसर में स्थित पशु जैविक औषधि संस्थान के पुनर्रोद्धार एवं आधुनिकीकरण कार्य का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 15 करोड रुपये की लागत की कार्य योजना से संस्थान द्वारा 31 दिसम्बर, 2024 तक गलाघोटू, बी0क्यू0, ईटीवी एवं स्वाइन फीवर वैक्सीन का उत्पादन प्रारम्भ होगा और भविष्य में प्रदेश वैक्सीन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा। श्री सिंह ने कार्यक्रम में वर्चुअली रूप से प्रदेश के 37 जनपदों में 118.49 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले 74 वृहद गो संरक्षण केन्द्रों का भी शिलान्यास किया। जिसमें करीब 30 हजार निराश्रित गोवंश को आश्रय प्राप्त होगा। पशुधन मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने उ0प्र0 स्थापना दिवस के अवसर पर पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं शुभारम्भ किया।
श्री सिंह ने इस अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के तहत 05 लाभार्थियों मलिहाबाद की श्रीमती खुशबू एवं श्री पीयूष कुमार सिंह को 10 हजार रुपये, श्री अनुपम कुमार द्विवेदी श्री वीरेन्द्र कुमार तथा चन्द्र शेखर को 15 हजार रुपये की धनराशि बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से अंतरित की। उन्होंने चयनित लाभार्थियों से संवाद किया और प्रशस्ति पत्र वितरित करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा देशी नस्ल की गायों को संरक्षित करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। योजना के तहत स्वदेशी नस्ल के उच्च गुणवत्तायुक्त स्वदेशी गायों के दुग्ध उत्पादन के दृष्टिगत उनके नस्ल के आधार पर 15000 रूपये अथवा 10000 रूपये का पुरस्कार संबंधित गौवंश के पशुपालक को जीवनकाल में एक बार देय होगा तथा एक पशुपालक को अधिकतम 02 गोवंश हेतु पुरस्कार दिया जायेगा।
पशुधन मंत्री ने मुख्यमंत्री स्वदेशी गो-संवर्द्धन योजना अंतर्गत 06 लाभार्थियों को चयन पत्र दिये और वाराणसी, अयोध्या, बरेली, गोरखपुर, प्रयागराज व ललितपुर के लाभार्थियों से संवाद कर उनके सुझाव प्राप्त किए और उनकी समस्याओं का निदान किया। इस योजना में लाभार्थी द्वारा 02 स्वदेशी गोवंश का क्रय प्रदेश के बाहर से किया जायेगा तथा उसका बीमा कराया जायेगा। योजना में कुल 02 लाख रूपये तक का व्यय 40 प्रतिशत (अधिकतम 80 हजार) अनुदान लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजा जायेगा।
श्री सिंह ने उ0प्र0 पशुधन विकास परिषद द्वारा विभिन्न जोनल केन्द्रों, जनपद स्तर तक उच्चगुणवत्तायुक्त अतिहिमीकृत वीर्य स्ट्राज एवं तरल नत्रजन उपलब्ध कराये जाने के लिए 90 लाख रूपये की लागत से 09 बहुउद्देशीय वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें गो व महिषवंशीय पशुओं में कृत्रिम आच्छादन में बढ़ोत्तरी होगी। उ0प्र0 पशुधन विकास परिषद द्वारा राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान योजना में कार्यरत लगभग 6.5 हजार मैत्री (मल्टीपरपज आर्टीफिशियल इन्सेमीनेशन टेक्नीशियन ऑफ रूरल इंडिया) द्वारा पशुपालक के द्वार पर किये जा रहे कृत्रिम गर्भाधान, गर्भ परीक्षण एवं उत्पन्न संतति के डिजिटल रिकार्ड के आधार पर प्रोत्साहन राशि लगभग 15 करोड़ का भुगतान मैत्री के खाते में डीबीटी प्रक्रिया द्वारा अंतरित किया जाना प्रस्तावित है। इसके तहत मंत्री जी द्वारा 20 मैत्रियों को प्रोत्साहन राशि 62.52 लाख रुपये धनराशि का अंतरण प्रतीक स्वरूप चेक देकर किया गया।
पशुधन मंत्री ने जनपद फिरोजाबाद, रायबरेली तथा मथुरा में एक-एक नवीन पशुचिकित्सालय, जनपद शाहजहॉपुर के ग्राम सलिया, तहसील सदर में पशु चिकित्सा पाली क्लीनिक की स्थापना, अतिहिमीकृत वीर्य उत्पादन केन्द्र रहमान खेड़ा लखनऊ के परिसर में विशिष्ट प्रयोगशाला के निर्माण हेतु 168 करोड़ रूपये की परियोजना का भी वर्चुअली शिलान्यास किया। इस योजना के शुरू होने से प्रदेश को 05 लाख डोज वर्गीकृत वीर्य प्रतिवर्ष, कुल 05 वर्ष में 25 लाख डोज वर्गीकृत वीर्य का उत्पादन हो सकेगा।
इस अवसर पर पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डा0 रजनीश दुबे ने उ0प्र0 स्थापना दिवस के अवसर पर पशुधन मंत्री द्वारा पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं निर्माण कार्यों के शिलान्यास एवं शुभारम्भ हेतु आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मंत्री जी के दिशा-निर्देशन में विभाग की योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुंचाया जा रहा है और पशुपालन एवं दुग्ध विकास विभाग किसानों एवं पशुपालकों की आय को दोगुना करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन भली भांति कर रहा है।
कार्यक्रम में पशुधन विभाग के विशेष सचिव श्री देवेन्द्र पांडेय, श्री अमरनाथ उपाध्याय, दुग्ध आयुक्त श्री शशिभूषण लाल सुशील, विशेष सचिव दुग्ध श्री राम सहाय यादव, पशुपालन विभाग के निदेशक डा0 ए0के0 जादौन, एलडीवी के कार्यकारी अधिकारी डा0 नीरज गुप्ता, अपर निदेशक डा0 जे0के0 पाण्डेय, विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित मैत्री कार्यकर्ता एवं विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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