राजकुमार गुप्ता
वृन्दावन।आनन्द वाटिका क्षेत्र स्थित सनातन संस्कार धाम में अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा की एक बैठक संपन्न हुई।जिसमें महामना "भारत रत्न" पंडित मदन मोहन मालवीय एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का जयंती महोत्सव बड़ी धूमधाम से अनेकों विप्रों-संतों एवं धर्माचार्यों की उपस्थिति में मनाया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए भागवत मंदिरम् के 
संस्थापक अध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य आचार्य बद्रीश महाराज ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई दोनों ही बड़े कर्मठ राष्ट्रभक्त, शिक्षा के क्षेत्र में अद्भुत योगदान देने वाले एवं हिंदू महासभा के द्वारा प्रत्येक हिंदू में देश की सेवा की भावनाओं को स्थापित करने वाले महापुरुष थे।
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित बिहारी लाल वशिष्ठ ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय ने वाराणसी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की एवं अखिल भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष के रूप में तथा स्वतंत्रता आंदोलन में उन्होंने बढ़ चढ़कर भाग लिया।उनके इस योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
नगर अध्यक्ष आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय का संपूर्ण जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित रहा।उन्होंने ब्रजभूमि में हासानंद गौशाला की स्थापना करके समस्त हिंदू समाज को गौ सेवा की ओर प्रेरित किया। साथ ही श्रीकृष्ण जन्म भूमि में भव्य भवन के स्थापना में भी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया।
महासभा के नगर उपाध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं आचार्य यदुनंदन महाराज ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी का नारा था कि कश्मीर हमारा है और हमारा रहेगा।धारा 370 हटाने के लिए उन्होंने बड़े प्रयत्न किये।साथ ही देश की उन्नति हेतु पूर्व प्रधानमंत्री ने जो एक रेखा खींचने का कार्य किया, उस पर आज देश आगे चलने का कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर उपस्थित जनों में बृजेश गिरि, रमेशचंद्र गौतम (मस्तराम), पण्डित बालकृष्ण शर्मा (बालो पंडित), पण्डित लक्ष्मीकांत कौशिक, आचार्य करण कृष्ण गोस्वामी, गिरिराज शरण शर्मा (कुल्लो), डॉ. राधाकांत शर्मा, आचार्य ध्रुव, रवि शर्मा (पप्पू), प्रदीप गोस्वामी, अशोक गोस्वामी, आचार्य श्रीराम शास्त्री, गुलशन चतुर्वेदी, जितेंद्र शास्त्री, बृजेश चतुर्वेदी, रोहित शास्त्री, पंडित कौशल शास्त्री, हरिओम शास्त्री, पवन शास्त्री, शैलेंद्र शर्मा एवं बृजेश शर्मा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।साथ ही महामना "भारत रत्न" पंडित मदन मोहन मालवीय एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को अपने श्रृद्धा सुमन अर्पित किए।

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