जौनपुर। जाति धर्म के भेदभाव की बू अखबारों में नहीं आनी चाहिए: गिरीश यादव
जौनपुर। अखबारों में जाति धर्म के भेदभाव की बू नहीं आनी चाहिए बल्कि निष्पक्ष रूप से गरीबो मजलूमों की आवाज बनकर न्याय दिलाने का काम पत्रकारों की कलम को करनी चाहिए। उक्त बातें प्रदेश सरकार के मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने जनपद मुख्यालय से प्रकाशित तीन समाचार पत्र जौनपुर डेली टाइम्स, जौनपुर केशरी एवं विजय प्रताप टाइम्स के स्थापना समारोह में कहा।
उन्होंने कहा कि कोई समाचार पत्र बड़ा अथवा छोटा नहीं होता है। समाचार पत्र छापना आसान काम नहीं है। खबरें पन्नो के आधार पर नहीं पढ़ी जाती है बल्कि उसकी प्रमाणिकता पर उसकी उपलब्धि पर स्वीकार होती है, खबरो की प्रमाणिकता पर ही समाचार पत्रो को पढ़ा जाता है। श्री यादव ने कहा कि सरकार और समाचार पत्र दोनो एक दूसरे कोटि पूरक है, पत्रकार की जिम्मेदारी है कि वह सरकार की योजनाओ को जनता तक पहुंचाए और उसे प्रचारित करे। अगर गरीब वंचित को सरकार की योजनाओ का लाभ नहीं मिल रहा है तो साक्ष्य इकठ्ठा कर उसे भी मजबूती के साथ छापते हुए सरकार का ध्यान आकृष्ट करना चाहिए। समाचार पत्र में जाति धर्म मजहब की बू नहीं आनी चाहिए निष्पक्ष पत्रकारिता करने की जरूरत आज है।
इसी के साथ मंत्री श्री यादव ने प्रदेश और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओ की चर्चा करते हुए जानकारी दिया कि जनपद के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। सड़क हो या फ्लाई ओवर ब्रिज हो अथवा मेडिकल कॉलेज हो या फिर सीवर लाइन अमृत पेय जल योजना हो सभी पर तेजी से काम किया जा रहा है जल्द ही जौनपुर को केन्द्रीय विद्यालय मिलेगा, शिक्षा का स्तर उपर उठेगा और ओवर ब्रिज बनेगा जनपद को जाम से निजात मिलेगी।श्री यादव ने कहा हम कोई विजनेस नहीं करते हैं हमारा पूरा जीवन समाज की सेवा करने के लिए संकल्पित है। जनपद के हर गरीब वंचित व्यक्ति के उत्थान में अपने जीवन को लगाने का संकल्प ले लिया है। मंत्री ने अपने सम्बोधन के दौरान तीनों समाचार पत्र जौनपुर डेली टाइम्स और जौनपुर केशरी और विजय प्रताप टाइम्स परिवार के सभी सदस्यों को शुभ कामना ज्ञापित करते हुए समाचार पत्र उत्तरोत्तर विकास की कामना किया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्वांचल विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के हेड डाॅ मनोज कुमार मिश्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्ष 2020 के पहले किसी भी शोध अथवा रिसर्च में फेंक नहीं था। लेकिन आज फेंक न्यूज पत्रकारिता के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। आज पत्रकारिता के लिए एक चुनौती और भी है सुचिता और विश्वासनियता की इसके अभाव में पत्रकारिता एक रील बन कर रह जायेगी और लोग छह माह में उसे भूल जायेगे। इसी के साथ दूसरी चुनौती की चर्चा करते हुए कृतिम बुद्धिमत्ता और (एआई) और जीपीजी की चर्चा करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि इसके चलते भारत की पत्रकारिता सिमटी हुई है। आने वाले समय में आईटीसेल अवसर उत्पन्न करेगा जो हमारे लिए बड़ी चुनौतियां है। हमे इन दोनो चुनौतियों से निपटने की जरूरत है। तभी निष्पक्ष पत्रकारिता संभव होगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व दर्ज प्राप्त राज्य मंत्री एवं सहकारी बैंक के चेयरमैन वरिष्ठ भाजपा नेता कुंवर वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने सभी अभ्यागत अतिथियों और सभागार में उपस्थित जनों का मुक्त कंठ से आभार जताते हुए तीनो समाचार पत्र परिवार के लोगो का अभिवादन करते हुए समाचार पत्र के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हुए पत्रकार की विश्वासनियता और सुचिता पर अपना व्याख्यान दिया और कहा कि पहले भी समाज को मीडिया की जरूरत थी आज भी है और आगे भी रहेगी। इसलिए पत्रकार साथियों का दायित्व बनता है कि वह पूरी निष्पक्षता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करे।
समारोह को मुख्य रूप से डाॅ पीसी विश्वकर्मा, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष दिनेश टंडन, वरिष्ठ समाज सेवी विनीत सेठ, पत्रकार लोलारक दुबे, डाॅ लालबहादुर सिद्धार्थ, मंगला प्रसाद मिश्रा, प्रमोद वाचस्पति, संजय उपाध्याय आदि ने संबोधित किया।कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम की रूप रेखा जौनपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष कपिल देव मौर्य ने प्रस्तुत करते समाचार पत्र के प्रकाशन में आने वाली कठिनाईयों और प्रिन्ट मीडिया के उपर सोशल मीडिया के बढ़ते असर की चर्चा किए।अतिथियों को स्मृतिचिन्ह और अंगवस्त्रम आदि प्रदान कर सम्मानित करने का काम समाचार पत्रो के सम्पादक गण शम्भू नाथ सिंह और राकेश कान्त पान्डेय के साथ दीपक सिंह रिंकू, सरस सिंह, कौशल पान्डेय, आसिफ खान आदि ने किया।
कार्यक्रम में पत्रकार गण महर्षी सेठ, वीरेन्द्र प्रताप सिंह,आशीष पान्डेय, अवधेश तिवारी, जुबेर अहमद, आदर्श कुमार, शशि राज सिन्हा, विश्व प्रकाश श्रीवास्तव दीपक, दीपक मिश्रा, वीरेन्द्र पान्डेय, वीरेन्द्र गुप्ता, रामजी जायसवाल, हसनैन कमर दीपू आदि बड़ी संख्या में पत्रकार सहित जनपद के प्रबुद्ध नागरिक गण उपस्थित रहे। पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन साहित्यकार सभाजीत द्विवेदी प्रखर ने किया।
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