*ठंड से बचाव हेतु सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने के साथ ही निराश्रितों, असहायों एवं राहगीरों के लिए रैन बसेरों का किया गया है प्रबंध-जिलाधिकारी श्री अरविन्द सिंह*

शीत लहर एवं ठण्ड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। जिलाधिकारी अरविन्द सिंह के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा ठण्ड से बचाव के लिए गाइड लाइन यानी ठण्ड से बचाव को लेकर क्या करें, क्या न करें के बारे में बताया गया है।
         जिलाधिकारी श्री अरविन्द सिंह ने बताया कि जन सामान्य को ठण्ड से बचाने के लिए जिले में डेढ़ सौ अलाव स्थलों को चिन्हित किया गया है। इसके साथ ही बलरामपुर नगर क्षेत्र में दो जगहों पर, नगर पंचायत तुलसीपुर में एक, नगर पंचायत उतरौला में एक, नगर पंचायत पचपेड़वा में एक जगह तथा नगर पंचायत गैसड़ी में एक जगह पर निराक्षितों, असहायों एवं राहगीरों के ठहरने के लिए रैन बसेरे स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि रैन बसेरे में कोई निराश्रित, असहाय अथवा राहगीर निःशुल्क ठकर सकता है। सभी रैन बसेरों में शासन के निर्देशानुसार समुचित प्रबन्ध किये गए हैं। प्रत्येक रैन बसेरे के नोडल अधिकारी और केयर टेकर नियुक्त किये गये हें जो रैन बसेरों में समस्त आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित करायेंगे।
       जिलाधिकारी ने ठण्ड से बचाव के उपायों के बारे में बताया कि हमें लगातार समाचार पत्रों, रेडियो एवं टीवी के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहना चाहिए। कान, नाक व गले को ढक कर रखें। कई परत वाले गर्म कपड़े पहनें। कमरे को गर्म रखने के लिए जलावन यानी लकड़ी का प्रयोग कतई न करें क्योंकि इससे कमरे में धुआं फैलने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। कोयले की अंगीठी, हीटर या ब्लोअर आदि का प्रयोग आप कर सकते हैं लेकिन सावधानी बरतते हुए। कमरे की खिड़कियां खोल के रखें ताकि अंगीठी से उत्पन्न जहरीले धुएं से आपको नुकसान न हो तथा कमरे में आक्सीजन की कमी भी न होने पावे। घर के अन्दर सुरक्षित रहें। जब  तक बहुत आवश्यक न हो तब तक घर से बाहर न निकलें। स्नान हेतु गरम पानी का प्रयोग करें। विशेष परिस्थितियों के लिए ईंधन बचाकर रखें। शरीर को गरम रखने हेतु पेय पदार्थों एएवं पौष्टिक आहार का सेवन करते रहें। शरीर के अंगों का सुन्न होना, हाथ पैर, कान पर सफेद या पीले रंग के दाग पड़ने पर तुरनत डाक्टर से सम्पर्क करें। शराब या मदिरा का सेवन न करें क्योंकि यह शरीर के तापमान को कम कर देता है। कंप कपी को नजर अंदाज न करें तुरन्त डाक्टर से सम्पर्क करें और सबसे जरूरी बात यह कि अपने पशुओं को रात में ढक कर रखें तथा उन्हें सड़कों पर न चराएं।
    जिलाधिकारी श्री सिंह ने बताया कि ठण्ड से बचने के लिए सर्दियों में तिल का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा खजूर का सेवन करें खजूर में विटामिन-ए, विटामिन-बी, कैल्शियम, पोटैशियम और अन्य विटामिन्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जिससे शरीर के पर्याप्त पोषक तत्व मिलते हैं। सर्दी में अंडे का भी सेवन करना चाहिए, अंडे में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ ही गुड़, अदरक, शहद और हल्दी दूध आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है, इसका सेवन भी बहुत फायेदमंद होता है। इसके साथ ही सर्दी के दौरान कुहरे के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से भी बचने के लिए सुरखा उपायों को अपनाने की सलाह दी गई है।
👉 *इन जगहों पर बनाये गये हैं रैन बसेरे* 
ठण्ड से कोई भी व्यक्ति प्रभावित न होने पावे, इसके लिए जिले में पांच रैन बसेरे बनाये गये हैं जिसमें नगर क्षेत्र में अम्बेडकर तिराहे पर अलीगढ़ मेडिकल स्टोर के सामन स्थाई रैन बसेरा और रोडवेज बस स्टाप पर अस्थाई रैन बसेरा, नगर पालिका उतरौला में रोडवेज बस स्टाप के पास एसडीएम आवास के निकट, नगर पंचायत तुलसीपुर परिसर में तथा नगर पंचायत पचपड़ेवा में जलकल परिसर रामलीला मैदान में रैन बसेरा संचालित है जहां पर ठहरने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित हैं।

  हिंदी संवाद न्यूज़ से
  वी. संघर्ष की रिपोर्ट
    बलरामपुर। 

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