जौनपुर। शिक्षा एक ऐसी प्रक्रिया है जो आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है: जीके द्विवेदी
जौनपुर। जनपद के तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा संचालित बी.एड्. पाठ्यक्रम लिए बी.एड. विभाग के तत्वाधान में एक दिवसीय अनुस्थापन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर जी.के. द्विवेदी विद्या शाखा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज ने कहा कि शिक्षा आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है। दूरस्थ शिक्षा के महत्व एवं स्वरूप को विस्तार पूर्वक अवगत कराते हुए पाठ्यक्रम की रूपरेखा और अध्ययन विधि पर विशेष जोर देते हुए छात्रों को स्वाध्यान एवं मूल्यांकन प्रणाली से अवगत कराया। बी.एड. विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार दुबे ने अनुस्थापन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह बी. एड् पाठ्यक्रम में नव प्रवेशी छात्रों में पाठ्यक्रम के संदर्भ में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम है, जिसके द्वारा विद्यार्थी पाठ्यक्रम की रूपरेखा एवं संभावनाओं से भली भांति अवगत हो जाते हैं।
तिलकधारी महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर समर बहादुर सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने जन शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि तिलकधारी महाविद्यालय जौनपुर में सन् 2004 से उ.प्र. राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय अध्ययन केंद्र के रूप में अपनी सेवाएं निरंतर प्रदान कर रहा है। सहायक आचार्य डॉ सीमांत राय एवं डॉ वैभव सिंह भी अपने विचार व्यक्त किया। आभार ज्ञापन डॉ प्रशांत कुमार पाण्डेय सहायक आचार्य ने किया। इस अवसर पर राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के बी. एड़. पाठ्यक्रम में सभी नव प्रवेशी छात्र उपस्थित रहे और बी.एड. पाठ्यक्रम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का समाधान प्राप्त किया।
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