मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयन्ती पर आयोजित ‘किसान सम्मान दिवस’ कार्यक्रम को सम्बोधित किया

मुख्यमंत्री ने कृषि उत्पादकता में उत्कृष्ट योगदान देने वाले किसानों तथा कृषि उत्पादक संगठनों और पराली प्रबन्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया

मुख्यमंत्री ने ‘किसान मित्र’ ए0आई0 चैटबॉट का शुभारम्भ, पुस्तिका ‘विकास यात्रा’ का विमोचन तथा पुस्तिका की ई-बुक का शुभारम्भ किया

चौधरी साहब ने अपने समय में अन्नदाता किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन करने के अभियान को आगे बढ़ाया : मुख्यमंत्री

हम सभी ने विगत साढ़े 09 वर्षों में बदलते हुए भारत को देखा

पहली बार देश के अन्नदाता किसानों ने इस बात को महसूस किया कि किसान सरकार के प्राथमिक एजेण्डे का हिस्सा, इसके दृष्टिगत प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जो कार्यक्रम चलाए गए, वे सबके सामने

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से उ0प्र0 में 02 करोड़ 61 लाख किसानों के बैंक खाते में 60 हजार करोड़ रु0 की राशि बिना भेदभाव पहुंची

प्रधानमंत्री जी ने देश के श्रीअन्न को दुनिया में स्थान दिलाने के लिए अन्तरराष्ट्रीय ब्रांण्डिग की

यह नए भारत का नया उ0प्र0, जहां किसान का सम्मान होता, प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही

प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए प्रदेश की वर्तमान विकास दर को तीन गुना तेजी के साथ बढ़ाना पड़ेगा

सम्मानित किये गये किसानों के खेत की फोटो कृषि विज्ञान केन्द्रों में प्रदर्शित कर अन्य किसानों को प्रोत्साहित किया जा सकता

गोवंश, प्राकृतिक खेती तथा भारत की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का आधार

निजी क्षेत्र में लगे नलकूपों को निःशुल्क बिजली देने की दिशा में कार्य किया जा रहा

डीजल से चलने वाले नलकूपों को सोलर पैनल देकर डीजल बचाने की दिशा में कार्रवाई की जा रही

प्रदेश में लगभग 22 से 23 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा प्रदान की गई

गन्ना किसानों के बैंक खाते में 02 लाख 25 हजार करोड़ रुपए से अधिक धनराशि भेजी जा चुकी, प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाएं किसानों के स्वावलंबन का आधार बन रही

प्रदेश में प्राकृतिक खेती के दृष्टिगत प्रत्येक मण्डी, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेशन की कार्यवाही चल रही

कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से न केवल खेती बाड़ी के क्षेत्र में सुगमता प्राप्त की जा सकती, बल्कि फूड प्रोसेसिंग की प्रक्रिया के साथ जुड़कर कई गुना मुनाफा कमाया जा सकता

धरती माता की सेहत की देखभाल के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही


लखनऊ : 23 दिसम्बर, 2023


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि भारत माता के महान सपूत, महान किसान नेता तथा देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की आज 121वीं पावन जयन्ती है। चौधरी साहब ने देश के अन्नदाता किसानों के लिए बहुत सारी महत्वपूर्ण बातें कहीं थी। विधि में विशेषज्ञता के बावजूद किसान और कृषि पृष्ठभूमि होने के कारण कृषि से सम्बन्धित विभिन्न मुद्दों पर उनकी स्पष्ट राय थी। उनका कहना था कि जब तक किसान गरीब रहेगा, भारत अमीर नहीं हो सकता। ग्रामीण भारत ही असली भारत है। भारतवर्ष की समृद्धि का मार्ग, देश के खेत और खलिहानों से होकर जाता है। जागरूक जनशक्ति ही सबसे बड़े लोकतंत्र का आधार है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण सिंह की 121वीं जयन्ती पर आयोजित ‘किसान सम्मान दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कृषि उत्पादकता में उत्कृष्ट योगदान देने वाले किसानों को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र तथा प्रतीकात्मक चेक प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने कृषि उत्पादक संगठनों और पराली प्रबन्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के किसानों के तकनीकी उन्नयन के लिए ‘किसान मित्र’ ए0आई0 चैटबॉट का शुभारम्भ किया। उन्होंने किसानों की यशगाथा को प्रस्तुत करने वाली पुस्तिका ‘विकास यात्रा’ का विमोचन तथा इस पुस्तिका के ई-बुक प्रारूप का शुभारम्भ भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चौधरी साहब ने किसानों के कल्याण हेतु अनेक कार्य किये, इनमें बिचौलियों द्वारा किसानों का शोषण बन्द कराने के लिए मण्डी बिल पारित कराना, प्रदेश में होल्डिंग अधिनियम का समेकन, लघु एवं सीमांत श्रेणी के किसानों के साढे़ तीन एकड़ तक के भूखण्डों को भू-राजस्व के भुगतान से छूट दिलाना, उर्वरकों को बिक्री कर से मुक्त करना, काम के बदले अनाज कार्यक्रम की शुरुआत तथा राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक की स्थापना जैसे अनेक कार्य सम्मिलित हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चौधरी साहब ने अपने समय में अन्नदाता किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन करने के अभियान को आगे बढ़ाया था। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2001 में चौधरी साहब के सपनों को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए उनके जन्मदिवस को किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाने के लिए जिस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया था, आज वह नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी ने विगत साढ़े 09 वर्षों में बदलते हुए भारत को देखा है। पहली बार देश के अन्नदाता किसानों ने इस बात को महसूस किया है, कि किसान सरकार के प्राथमिक एजेण्डे का हिस्सा है। इसके दृष्टिगत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जो कार्यक्रम चलाए गए हैं, वे हम सबके सामने हैं। इनमें किसानों की उपज को सुरक्षा की गारण्टी देने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, किसानों को किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े, इसके लिए लागत का डेढ़ गुना दाम एम0एस0पी0 के माध्यम से उपलब्ध कराना आदि सम्मिलित है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से अब तक 15 किस्तें अन्नदाता किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन करते हुए उनके बैंक खाते में पहुंच चुकी हैं। केवल उत्तर प्रदेश में 02 करोड़ 61 लाख किसानों के बैंक खाते में 60 हजार करोड़ रुपए की राशि बिना भेदभाव के पहुंच चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है, जहां किसान का सम्मान होता है। प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। किसानों के परिश्रम और पुरुषार्थ के सामने शासन नतमस्तक होकर उन्हें सम्मान देता है। किसानों का परिश्रम और पुरुषार्थ न केवल प्रदेश का सम्मान बढ़ा रहा है, बल्कि प्रदेश की विकास यात्रा का हिस्सा बनकर, प्रदेश को देश की बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने में अपना योगदान दे रहा है। किसानों के परिश्रम का परिणाम है, कि प्रदेश की कृषि विकास दर 09 प्रतिशत तक पहुंच गई है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप प्रदेश को वर्ष 2027-28 तक 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए प्रदेश की वर्तमान विकास दर को तीन गुना तेजी के साथ बढ़ाना पड़ेगा। प्रदेश में यह कार्य सम्भव है तथा इस सम्भावना को मजबूत करने के लिए परम्परागत खेती करने के साथ-साथ सब्जियां, स्ट्रॉबेरी, ड्रैगन फ्रूट के उत्पादन तथा नेचुरल फार्मिंग की दिशा में कार्य किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कल की बैठक में अनेक फैसले लिए गए हैं। निजी क्षेत्र में लगे नलकूपों को निःशुल्क बिजली देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, जिससे किसानों पर अतिरिक्त बोझ कम किया जा सके। डीजल से चलने वाले नलकूपों को सोलर पैनल देकर डीजल बचाने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है। इसके अन्तर्गत प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी को बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। अन्नदाता किसानों की फसल को जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग की कार्यवाही के लिए कल कृषि और वन विभाग के साथ बैठक की गई तथा इस कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विभिन्न सुधारों द्वारा कृषि को लाभकारी बनाया जा सकता है। इसके दृष्टिगत प्रदेश में बहुत सारे प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रदेश में लगभग 22 से 23 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा प्रदान की गई है। विगत 06-साढ़े 06 वर्षों में गन्ना किसानों के बैंक खाते में 02 लाख 25 हजार करोड़ रुपए से अधिक धनराशि भेजी जा चुकी है। धान और गेहूं की सीधी खरीद की जा रही है। अन्नदाता किसानों को एम0एस0पी0 का लाभ डी0बी0टी0 के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है। किसानों को उनके प्रश्नों का उत्तर किसान मित्र ए0आई0 चैटबॉट के माध्यम से उनके स्मार्टफोन द्वारा प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा यदि किसान सही तरीके से कृषि कार्य करता है, तो कृषि घाटे का सौदा नहीं बनती है। प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाएं किसानों के स्वावलंबन का आधार बन रही हैं। प्रदेश में प्राकृतिक खेती के दृष्टिगत प्रत्येक मण्डी, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विश्वविद्यालय में सर्टिफिकेशन की कार्यवाही चल रही है। किसानों को उपज का ज्यादा दाम उपलब्ध कराने की दिशा में अनेक कार्य किए जा रहे हैं। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा श्री अन्न को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2023 को संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार अन्तरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित करते हुए देश के श्रीअन्न को दुनिया में स्थान दिलाने के लिए अन्तरराष्ट्रीय ब्रांण्डिग की है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश व प्रदेश में विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इसके माध्यम से लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक तथा लाभान्वित किया जा रहा है। 02 करोड़ ड्रोन दीदी तैयार करने की दिशा में कार्यवाही की जा रही है। कृषि क्षेत्र में किसान अब तक फर्टिलाइजर, पेस्टिसाइड आदि के छिड़काव का कार्य हाथ से करते थे। 01 एकड़ खेती में छिड़काव करने में 01 घण्टे से अधिक समय लगता था। अब ड्रोन के माध्यम से 01 घण्टे में 100 एकड़ खेती में छिड़काव किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से न केवल खेती बाड़ी के क्षेत्र में सुगमता प्राप्त की जा सकती है, बल्कि इनके माध्यम से फूड प्रोसेसिंग की प्रक्रिया के साथ जुड़कर कई गुना मुनाफा कमाया जा सकता है। यदि किसी उपज का बाजार मूल्य कम है, तो उसे वेयरहाउस में सुरक्षित रखा जा सकता है तथा उचित मूल्य मिलने पर वेयरहाउस से बाजारों तक पहुंचाया जा सकता है। इसके लिए कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से प्रत्येक विकास खण्ड स्तर पर वेयरहाउस निर्माण की कार्यवाही को तेजी के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिस धरती माता के माध्यम से आजीविका चलाने और पेट भरने का कार्य किया जाता है। उस धरती माता की सेहत की देखभाल के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज जिन किसानों को सम्मानित किया गया है, उन्होंने कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। इन सफलतम किसानों के खेत की फोटो कृषि विज्ञान केन्द्रों में प्रदर्शित कर अन्य किसानों को प्रोत्साहित किया जा सकता है। इन किसानों  के अनुभव का लाभ देने के लिए इनका उद्बोधन भी कराया जाना चाहिए, ताकि किसान प्रोत्साहित होकर कम लागत में अच्छा उत्पादन कर सकें।
श्री वीरेन्द्र सिंह 88 कुन्तल प्रति हेक्टेयर, श्री मोलहे राम 84 कुन्तल प्रति हेक्टेयर तथा श्री हरि राम ने 78 कुन्तल प्रति हेक्टेयर गेहूं का उत्पादन किया है। श्री सोनू पटेल 46 कुन्तल प्रति हेक्टेयर, श्री राजेन्द्र सिंह 43 कुन्तल प्रति हेक्टेयर तथा श्री मंशा राम ने 42 कुन्तल प्रति हेक्टेयर चना का उत्पादन किया है। श्री प्रमोद कुमार 55 कुन्तल प्रति हेक्टेयर, श्री भरत सिंह पटेल 54 कुन्तल प्रति हेक्टेयर तथा श्री राजा सिंह ने 50 कुन्तल प्रति हेक्टेयर मटर का उत्पादन किया है। श्री राधे श्याम 46 कुन्तल प्रति हेक्टेयर, श्रीमती रामबेटी 45 कुन्तल प्रति हेक्टेयर तथा श्री विजय कुमार ने 38 कुन्तल प्रति हेक्टेयर राई का उत्पादन किया है। श्री जयराम सिंह 110 कुन्तल प्रति हेक्टेयर, श्री शत्रुघन लाल यादव 105 कुन्तल प्रति हेक्टेयर तथा श्री बद्री प्रसाद ने 95 कुन्तल प्रति हेक्टेयर धान का उत्पादन किया है। इसके साथ ही किसानों ने मक्का, अरहर, उड़द दलहन एवं तिलहन के उत्पादन में भी अच्छा कार्य किया है। पराली प्रबन्धन के क्षेत्र में जिन अधिकारियों ने अच्छा कार्य किया है, उनको भी सम्मानित किया गया है। उत्कृष्ट कार्य करने वाले जनपद रामपुर के कृषक उत्पादक संगठन को पहला पुरस्कार, मिर्जापुर के नवचेतना एग्रो प्रोड्यूसर कम्पनी को दूसरा पुरस्कार तथा बहराइच के शिवा एफ0पी0सी0 को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। आज मण्डी परिषद द्वारा लाभार्थियों को अनुदान पर वितरित 51 ट्रैक्टर्स को झण्डी दिखाकर रवाना भी किया गया है।
 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पशुपालन विभाग निराश्रित गोवंश के लिए तीन प्रकार की योजनाएं चला रहा है। गोवंश प्राकृतिक खेती तथा भारत की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का आधार है। गो-सेवा द्वारा धर्म और कृषि के माध्यम से कर्म होता है। प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक निराश्रित गोवंश के पालन के लिए वेरीफिकेशन के माध्यम से प्रत्येक माह प्रति गोवंश 1500 रुपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है।
कार्यक्रम को कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कृषि उत्पादों से निर्मित विशेष स्मृति चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया।
प्रदेश के कृषि विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर मत्स्य मंत्री डॉ0 संजय निषाद, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयेन्द्र प्रताप सिंह राठौर, उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह, कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख, उपकार के अध्यक्ष कैप्टन (से0 नि0) विकास गुप्ता, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ0 देवेश चतुर्वेदी, कृषि निदेशक डॉ0 राजशेखर, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित शासन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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