*दहेज मुक्त होगा समाज अपना _सन्त रामपाल जी महराज**दहेज मुक्त होगा समाज अपना _सन्त रामपाल जी महराज*लखीमपुर शहर के रामवाटिका मैरिज लान में जगतगुरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज के सानिध्य में विशाल सत्संग, दहेज मुक्त विवाह, सकुशल सम्पन्न हुआ सत्संग प्रवचन पवित्र गीता जी, पवित्र वेद, पवित्र पुराण, बाइबल, कुरान शरीफ आदि से प्रमाणित ज्ञान के आधार पर हुआ। सत्संग में सन्त रामपाल जी महाराज ने बताया कि हम सभी कबीर परमात्मा की सन्तान है और हम सभी काल लोक में आने से पहले अपने पिता कबीर साहेब के साथ सतलोक में रहते थे जहां कोई दुख नहीं, सतलोक में जन्म और मरण नहीं, सतलोक में सिर्फ और सिर्फ सुख है सतलोक चलने के लिए शास्त्र अनुकूल साधना करनी चाहिए। सभी आत्मायें कबीर साहेब के पुत्र-पुत्री हैं लेकिन एक दूसरे की देखा-देखी में दहेज जैसी कुप्रथा का प्रचलन हो गया और बेटी पक्ष न चाहते हुये बेटी के जन्म के तुरन्त बाद दहेज़ देने के लिए धन जोड़ने लगते हैं या फिर गलत तरीके से धन कमाने लगते है दहेज की वजह से हजारों बेटियों को गर्भपात द्वारा मार दिया जाता है, जबकि विवाह संयोग से होता है हम सभी के कर्म कबीर परमेश्वर की भक्ति द्वारा समाप्त होंगें। कबीर परमेश्वर ही सबका धारण-पोषण करते हैं। अब बेटा-बेटी व परिवार पूर्ण रूप से शास्त्र अनुकूल साधना करेगे तो उनके पापकर्म आपरूप ही कम होंगे और सुखी होगें। जिला कार्डीनेटर रवि कुमार वर्मा ने बताया कि लखीमपुर जिले के गाँव-गाँव से सन्त रामपाल जी के हजारों अनुयाईयों ने सत्संग मे भाग लिया। सन्त रामपाल जी द्वारा प्रदत्त साधना विधि से भक्ति करके लखीमपुर खीरी के हजारों परिवार दहेज लेन देन, नशा, चोरी, व्यभिचार, जाति-पाति, पाखण्डपात आदि को त्याग कर सुखमय जीवन जी रहे हैं। इसी क्रम में आज विशाल सत्संग हुआ जिसमें 4 जोडो का विवाह बिना बैन्ड वाजा, बिना ही घोड़ी, बिना कोई रीति-रिवाज, बिना दान दहेज के गुरुवाणी द्वारा सम्पन्न हुआ। अभिषेक दास पुत्र देवेन्द्र वर्मा संग शिवानी दासी पुत्री ओमकार, पिंकू दास पुत्र बनवासी सिह संग पूजा दासी पिता करतार सिंह, अनुज दास पुत्र हरिपाल दास संग अनुराधा पुत्री रमेश कुमार, अमित दास पुत्र अशरफी संग रीता पुत्री सुन्दर का विवाह सम्पन्न हुआ। चारों जोड़ो ने बताया कि हम सभी कई वर्षों से जगतगुरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर भक्ति कर रहे हैं हम बहुत खुश हैं जो हमारा विवाह बिना दानदहेज के सन्त रामपाल जी के नियमों पर चलकर हुआ। हम और हमारे परिवार सन्त रामपाल जी द्वारा बताई भक्ति करके बहुत खुश हैं और सभी दुख समाप्त हो गये।
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