जौनपुर। श्रीमद्भागवत कथा में शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुन श्रद्धालु हुए भाव विभोर
बदलापुर, जौनपुर। तहसील क्षेत्र के कठार ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान अवनीश सिंह के आवास पर चल रहे श्रीमद्भागवत के तीसरे दिन शुक्रवार को शिव पार्वती विवाह का प्रसंग सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।
कथा व्यास श्री दासानुदास चंदन कृष्ण शास्त्री जी महराज ने श्रोताओं को भगवान शिव एवं माता पार्वती के विवाह की कथा सुनाते हुए कहा कि माता पार्वती बचपन से ही भगवान भोलेनाथ को चाहती थी, इसलिए भोलेनाथ से माता पार्वती का विवाह हुआ। कहा कि भोलेनाथ व पार्वती के विवाह के पहले से ही तारकासुर राक्षस का तीनों लोकों में अत्याचार था और उसका वध भोलेनाथ व माता पार्वती के पुत्र से होना संभव था। इसलिए भोलेनाथ व माता पार्वती का विवाह पहले से तय था। मानस मंजरी शाकंभरी ने बताया कि भगवान श्री राम सुबह उठकर माता-पिता और गुरु को प्रणाम किया करते थे। उन्होंने कहा कि माता पिता और गुरु को प्रणाम करने से जो आशीर्वाद मिलता है उसमें परिणाम बदलने की उर्जा रहती है। इस मौके पर मुख्य यजमान पूर्व प्रधान राम बहादुर सिंह, मनमोहन सिंह, प्रेम नारायण सिंह, आनंद सिंह, ग्राम प्रधान कठार अवनीश सिंह, श्वेतरंजन त्रिगुनायक, महराजगंज ब्लॉक प्रमुख विनय सिंह, दिनेश सिंह, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, सुजीत त्रिगुणायत, अमित सिंह, कमलेश तिवारी, सुरेंद्र सिंह, राजेश माली, शुभम पाल आदि मौजूद रहे।
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