राजकुमार गुप्ता 
मथुरा/ बलदेव राया रोड पर खानपुर चौराहे स्थिति श्री कृष्ण प्रेम वाटिका में भारतीय किसान यूनियन चढूंनी की महापंचायत अयोजित हुई । महापंचायत में भाकियू चढूंनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढूंनी ने जमकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा किसानों की जमीन छीनने की तैयारियां शुरू हो रहीं हैं। सभी किसान एकजुट होकर लंबी लड़ाई को तैयार रहें। इससे पहले भाकियू  चढूंनी राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढूंनी का राया पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अलीगढ़ से कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पीपली हरियाणा में 23 नवम्बर की जनाक्रोश रैली की तैयारियों  का जायजा लेने प्रथम बार मथुरा में कार्यकर्ताओं से संवाद करने खानपुर चौराहे स्थिति श्री कृष्ण प्रेम वाटिका पहुंचे। राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर  के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता सुबह से ही राया रोड पर खड़े थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष का काफिला मथुरा की सीमा में प्रवेश करते ही भाकियू कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया। कार्यक्रम स्थल पर राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूंनी का स्वागत राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान ने कृषकों के आराध्य बलदाऊ का प्रतीक हल भेंट कर किया। उनके मंच पर पहुंचते ही किसान नेताओं ने तिरंगा लहराया और जय जवान, जय किसान के नारे लगाए। किसानों को संबोधित करते हुए भाकियू चढूंनी राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूंनी बीजेपी पर जमकर बरसे। केंद्र सरकार पर एमएसपी के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाया। किसानों को अपनी जमीन बचाने को लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार रहना होगा। सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा रही है, किसानों, युवाओं को कुछ नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा वह किसानों के हर आंदोलन में उनके साथ खड़े हैं, जब तक समस्या का निस्तारण नहीं हो जाता है तब तक वह पीछे नहीं हटने वाले हैं। जब किसान दिल्ली सरकार को हिला सकते हैं तो फिर प्रदेश सरकार को भी झुका सकते। उप्र में वह अलग से आंदोलन करेंगे। इसके लिए पीपली हरियाणा में केंद्र सरकार के खिलाफ 23 नवंबर की जनाक्रोश रैली में मथुरा के किसान बड़ी संख्या में हिस्सा लें, उसी दिन आरपार की लड़ाई का ऐलान होगा। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान, मण्डल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर, जिलाध्यक्ष रामफल सिंह ने कहा आलू किसानों  की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा। किसान कर्ज से लदे हैं। प्रदेश प्रभारी सूबे सिंह डागर ने कहा उत्तर प्रदेश में गन्ने का भाव सबसे कम है और फिर भी भुगतान नहीं किया जाता है। छह हजार करोड़ से ज्यादा उप्र की शुगर मिलों पर किसानों का बकाया है। मिलों के भुगतान नहीं होने से किसान कर्ज लेने को मजबूर है। सरकार व प्रशासन बात तक नहीं सुनती। किसान असहाय महसूस कर रहा है। तहसीदार महावन को मा मुख्यमंत्री एवम मा प्रधानमंत्री को प्रेषित ज्ञापन तहसीलदार महावन को सौंपा गया।अध्यक्षता महावीर सिंह एवम संचालन रामवीर सिंह तोमर ने किया। ये रहे मौजूद।राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान, मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर, जिला अध्यक्ष रामफल सिंह, प्रदेश प्रभारी सूबे सिंह डागर, प्रदेश अध्यक्ष सोनपाल सिंह चौहान, डा सतीश चन्द्र, कुंतभोज रावत, हीरो काका,  बिल्ला सिंह, राधेश्याम सिकरवार, प्रेम सिंह सिकरवार, पुष्पेंद्र सिंह चौधरी, गौरव तोमर, जगदीश निषाद , जयपाल सिंह चौधरी, रामकुमार निषाद,  सेनापति कुंतल,  विजयपाल सिंह चौधरी, उदयवीर सिंह तोमर, भूले सिंह फौजी, श्यामवीर सिंह सिकरवार ओमवीर मास्टर, भुल्ली सिंह उर्फ मान सिंह, चरण सिंह, प्रेम सिंह पवार, संदीप कुमार, सोनवीर सिंह, बलदेव सिंह सिकरवार, मोहन सिंह प्रधान, प्रकाश तोमर, प्रताप सिंह प्रधान, सोहन सिंह सिकरवार, छत्रपाल सिंह, मेहताब सिंह, भूरी प्रधान, रतन सिंह, तुला राम, चौधरी मनोज कुमार, हीरा सिंह चौधरी, धारी सिंह, भजन लाल, अर्जुन सिंह, राधेश्याम पहलवान, बिपती सिंह, निरंजन सिंह, डा सोनवीर सिंह, राम भरोसी, पंचम, सिंह, निरंजन सिंह आदि उपस्थित रहे।  राजकुमार गुप्ता हिन्दी संवाद न्यूज़ ब्यूरो चीफ मथुरा 

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