महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में बलिदानी पार्क बलरामपुर में 26 नवंबर 2023 को दोपहर 1:00 बजे एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया है जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती मा. दद्दन मिश्र, तुलसीपुर विधायक मा. कैलाश नाथ शुक्ल, सदर विधायक मा. पलटू राम जी , IAS गुरु डॉ. धर्म प्रकाश बाजपेई तथा नगर पालिका परिषद बलरामपुर के अध्यक्ष डॉ. धीरू सिंह सहित कई वक्त महर्षि दयानंद और आर्य समाज के कार्यों पर अपना विचार व्यक्त करेंगे !
इस अवसर पर आर्य वीर दल बलरामपुर द्वारा 200 समाजसेवियों को महर्षि दयानंद का चित्र अंकित स्मृति चिन्ह भेंट करने के बाद 51 मीडिया बन्धुओं को स्मृति चिन्ह तथा वैदिक साहित्य भेंट करके सम्मानित किया जाएगा !
विचार गोष्ठी में आर्य समाज के क्रांतिकारी कार्यों जैसे देश की आजादी, शुद्धि आंदोलन, नशा मुक्ति आंदोलन,विधवा विवाह, नारी शिक्षा तथा बाल विवाह, सती प्रथा, दहेज प्रथा, छुआछूत आदि कुप्रथाओं पर विराम लगाने आदि कार्यों का विशेष चर्चा किया जाएगा!
👍🏻 महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती विश्व स्तर पर मनाने के लिए प्रधानमंत्री मा. मोदी जी ने 97 सदस्यों की एक सरकारी समिति गठित करके उसमें स्वयं अध्यक्ष तथा गृह मंत्री अमित शाह सहित अपने मंत्रिमंडल के प्रमुख मंत्रियों, मा. योगी आदित्यनाथ जी सहित कई प्रदेश के राज्यपाल व मुख्य मंत्रियों तथा आर्य समाज व आर्यवीर दल के प्रमुख पदाधिकारियों को सम्मानित सदस्य नामित करके राजाज्ञा जारी कर दिया तथा 12 फरवरी 2023 को दिल्ली में स्वयं यज्ञ करके समारोह का उद्घाटन किया! तभी से भारत सहित पूरे विश्व में विविध कार्यक्रम चल रहे हैं तथा आर्य वीर दल द्वारा प्रत्येक कमिश्नरी मुख्यालय पर 200कुंडीय यज्ञ तथा 200 आर्य वीरों के शौर्य प्रदर्शन का कार्यक्रम चलाया जा रहा है!
*उसी श्रृंखला में 3 दिसंबर 2023 रविवार को गोंडा के भगत सिंह इंटर कॉलेज में उपरोक्त कार्यक्रम आयोजित है जिसमें क्रांतिकारी मंगल पांडे के प्रपौत्र मा. रघुनाथ पांडे अध्यक्षता करेंगे तथा देवीपाटन मंडल के 15 सांसद- विधायक व प्रशासनिक अधिकारी विशिष्ट अतिथि हैं और मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री मा. बृजेश पाठक जी को आमंत्रित किया गया है जिनकी लिखित स्वीकृति सोमवार तक प्राप्त हो जाएगी!*
कमिश्नरी मुख्यालय कार्यक्रम के बाद 13 जनवरी से 12 फरवरी 2024 तक प्रयागराज में विश्व वेद सम्मेलन तथा 201 यज्ञशालाओं में एक महीने तक लगातार चलने वाला विशाल कार्यक्रम आयोजित है जो कि 5000 वर्षों के बाद आयोजित होने वाला विश्व का प्रथम महायज्ञ है जिसमें 500 कुंतल घी तथा 150 टन हवन सामग्री द्वारा वातावरण की शुद्धि की जाएगी!इस महायज्ञ में 100000 यजमान आहुति देंगे!
आर्य जी ने आगे बताया कि प्रत्येक यज्ञशाला में एक गौ माता होगी- उसी गौ माता के दूध से बने खीर से प्रतिदिन उस हवन कुंड में बलिवैश्वदेव यज्ञ आहुति दी जाएगी! उस यज्ञ वेदी के सपत्नीक यज्ञमान ही गौ माता की सेवा करेंगे!
इस प्रकार संपूर्ण यज्ञ क्षेत्र में 201 गाएं होंगी! प्रत्येक यज्ञशाला में धनुष बाण धारी 2 आर्यवीर उपस्थित रहेंगे जो हर दृष्टि से यज्ञ की रक्षा करेंगे! कार्यक्रम में पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति का पूर्व पंजीकरण होगा =बिना परिचय पत्र के कोई भी कार्यक्रम क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा! पंजीकृत सभी यजमानों के लिए आवास, भोजन तथा जलपान आदि की निशुल्क व्यवस्था है! गिनीज बुक ऑफ़ विश्व रिकॉर्ड में इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सम्मिलित करने की स्वीकृति मिल गई है! उक्त आशय की जानकारी आर्य अशोक तिवारी प्रचार मंत्री आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश ने दी हैँ।
उमेश चंद्र तिवारी
हिन्दी संवाद न्यूज़
भारत
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