। बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी की अध्यक्षता मे मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में आयोजित हुई SAANS (सोशल अवेयरनेस एन्ड एक्शन टू न्यूट्रॉलाइज़ न्यूमोनिया सक्सेसफुल्ली ) प्रोग्राम के अंतर्गत स्टॉफ नर्सेंस एवं मेडिकल आफ़ीसर का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया l
प्रशिक्षण मे मण्डल स्तर से डाo जयंत कुमार, संयुक्त निदेशक देवीपाटन मण्डल गोण्डा, राहुल कुमार मण्डलीय कार्यक्रम प्रबंधक एन•एच•एम• देवीपाटन मण्डल गोण्डा द्वारा प्रशिक्षण का पर्यवेक्षण भी किया गया l प्रशिक्षण कार्यशाला में ब्लॉक रेहरा बाजार, तुलसीपुर, एवं हरैय्या सतघरवा के स्टॉफ नर्स एवं मेडिकल आफ़ीसर द्वारा प्रतिभाग किया गया l प्रशिक्षण कार्यशाला में 0-5 वर्ष तक के बच्चों मे न्यूमोनिया की पहचान, उपचार, रेफरल मैंनेजमेंट और डोजेज के बारे मे विस्तार से बताया गया ।
डाo मुकेश कुमार रस्तोगी द्वारा प्रशिक्षण के महत्व के बारे मे विस्तार से जानकारी दी गयी।उन्होंने बताया कि देश में हर साल लाखों बच्चे निमोनिया का शिकार होते हैं। निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक ऐसा संक्रमण है जो बैक्टीरिया, फंगस, और वायरस की वजह से होता है। इस बीमारी में इंसान के फेफड़ों में सूजन आ जाती है और उनमें लिक्विड भरने लगता है। निमोनिया किसी भी उम्र के इंसान को अपना शिकार बना सकता है। हालांकि पांच साल तक के बच्चों में इसका खतरा ज्यादा होता है। निमोनिया का सही इलाज ना होने पर ये जानलेवा भी हो सकता है। डॉ बी पी सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ आकांक्षा सिंह, दीपा पाण्डेय और रीता सिंह द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का संचालन श्री विनोद कुमार त्रिपाठी, जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता एन•एच•एम• द्वारा किया गया l

*वी. संघर्ष हिंदी संवाद न्यूज़*
बलरामपुर
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