भारत //सूर्यकुमार यादव वनडे का खिलाड़ी नहीं है से लेकर सूर्यकुमार यादव संभाल लेगा तक का सफर। सूर्यकुमार यादव लखनऊ के इकाना स्टेडियम में इकलौते बल्लेबाज रहे, जिसका स्ट्राइक रेट 100 से ज्यादा था। सूर्यकुमार यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ मुश्किल विकेट पर जो पारी खेली, वह किसी भी लिहाज से कमतर नहीं कही जाएगी। भारत इस वर्ल्ड कप में पहली बार टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा था। भारत का टॉप ऑर्डर उम्मीद पर खरा नहीं उतरा और 11.4 ओवर में स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 40 रन हो गया। स्पष्ट था कि सूर्यकुमार यादव की भूमिका इस मैच में निर्णायक होगी। उन्हें सिर्फ तेजी से रन ही नहीं बनाने होंगे, बल्कि विकेट भी बचाकर खेलना होगा। रोहित शर्मा और केएल राहुल ने चौथे विकेट के लिए 111 गेंद पर 91 रन जोड़े। 39 रन बनाकर केएल राहुल के आउट होने के बाद सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे।
विकेट बैटिंग के लिए मुश्किल था। ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा था कि बड़े शॉट खेलने में महारत रखने वाले सूर्यकुमार यादव के लिए यहां टिककर रन बना पाना टेढ़ी खीर होगा। आलोचक तो कह रहे थे कि सूर्यकुमार यादव जिस स्पीड से अंदर गए हैं, उससे दोगुनी रफ्तार के साथ तुरंत वापस आएंगे। जो लोग सूर्यकुमार यादव को सस्ते में पवेलियन लौटते हुए देखना चाहते थे, सूर्या ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सूर्यकुमार यादव ने 47 गेंद पर 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 49 रनों की पारी खेली। उनका स्ट्राइक रेट 104.26 था। सूर्यकुमार यादव ने सबसे पहले रोहित शर्मा के साथ पांचवें विकेट के लिए 33 गेंद पर 32 रन जोड़े। इसके बाद सूर्यकुमार यादव ने जसप्रीत बुमराह के साथ आठवें विकेट के लिए 25 रन की साझेदारी बनाई। सूर्यकुमार यादव विकेट बचाकर टेल एंडर्स के साथ बखूबी बल्लेबाजी कर रहे थे।
जिस वक्त सूर्यकुमार यादव 49 पर पहुंचे, उनके पास सिंगल लेकर अर्धशतक पूरा करने का मौका था। पर सूर्या टीम के लिए तेजी से रन बटोरने में मशगूल थे। ऐसा लग रहा था कि उन्हें अपने अर्धशतक से कोई मतलब ही नहीं है। डेविड विली के 47वें ओवर की दूसरी गेंद ऑफ स्टंप पर फुलर लेंथ डिलीवरी थी। सूर्यकुमार यादव ने पीछे हटकर बल्ले का मुंह खोला और गेंद को कवर्स के ऊपर से सीमा रेखा पार भेजने का प्रयास किया। दुर्भाग्य से गेंद सीधा डीप पॉइंट फील्डर के हाथ चली गई। सूर्यकुमार यादव का अर्धशतक नहीं बन सका, लेकिन उन्होंने रोहित शर्मा के जाने के बाद भारतीय टीम को 200 के पार पहुंचने में अहम भूमिका निभाई। गेंदबाजों के अनुकूल विकेट पर सूर्यकुमार यादव की यह पारी लंबे अरसे तक याद रखी जाएगी। सूर्यकुमार यादव को 4 मैच बेंच पर बिठाने के बाद पांचवें मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ मौका दिया गया था, वह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से 2 रन बनाकर रन आउट हो गए थे। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ सूर्यकुमार यादव को बाहर करने की मांग की जा रही थी। सूर्यकुमार यादव ने अपनी लाजवाब बल्लेबाजी से आलोचकों का मुंह बंद कर दिया।
अब बड़ा सवाल यह हसि की चोटिल हार्दिक के अंदर आने पर क्या होगा?
कौन होगा बाहर
शमी
स्काई
या श्रेयांश अइयर
क्यूंकि इनके प्रदर्शन चर्चा मे हैँ।
साभार
लेखनबाजी
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