सुरक्षा और समृद्धि के नये
युग में प्रवेश कर चुका है यूपी : योगी आदित्यनाथ
- मुख्यमंत्री
ने बागपत में ₹351
करोड़ की 311
विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास
- सीएम ने
की घोषणा, जनता
वैदिक कॉलेज को बनाएंगे विश्वविद्यालय, युवाओं को नहीं जाना होगा दिल्ली
- छपरौली
चीनी मिल को शुरू करके डबल इंजन की सरकार ने दी है चौधरी चरण सिंह को सच्ची
श्रद्धांजलि : योगी
- मुख्यमंत्री
ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को टैबलेट, स्मार्ट
फोन और प्रमाण पत्र का किया वितरण
बागपत, 26
अक्टूबर। उत्तर प्रदेश सुरक्षा और समृद्धि के नये युग में प्रवेश कर चुका है। यहां
हर बहन सुरक्षित है, हर व्यापारी उत्पीड़न से मुक्त है। बिना भेदभाव के
विकास की योजनाओं का लाभ हर तबके को दिया जा रहा है। आज कोई किसी किसान की जमीन पर
जबरन कब्जा नहीं कर सकता है, कोई किसी युवा के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं
कर सकता, जो
ऐसा करने की कोशिश भी करता है उसे सूद समेत अपने किये की कीमत चुकानी पड़ती है। ये
बातें गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत में ₹351 करोड़
की 311
विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह के दौरान जनसभा को संबोधित करते
हुए कही।
डबल इंजन सरकार ने अपने
कार्यों से दी चौधरी साहब को सच्ची श्रद्धांजलि
अपने उद्बोधन में
मुख्यमंत्री ने जनता वैदिक कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने की बात कहते हुए जल्द से
जल्द इसका प्रस्ताव भेजने के लिए कहा। सीएम योगी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा
कि बागपत विकास की नई ऊंचाई को छूने के लिए उतावला दिखाई दे रहा। उन्होंने कहा कि
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने भारत के विकास की अधारशिला भारत के गांव को
बताया था और 2014
में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम पद की शपथ लेने के साथ ही विकास की धुरी
गांव, गरीब, युवा और
महिलाओं को बनाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया। आज उन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि
बिना भेदभाव के विकास की योजनाएं चल रही हैं। डबल इंजन की सरकार ने चौधरी साहब को
सच्ची श्रद्धांजलि देने का कार्य किया है।
सुरक्षा हमारी प्राथमिकता
है : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि
अच्छा लगता है जब बागपत का नौजवान सरकारी नौकरी प्राप्त करता है। ये अवसर पहले ही
मिलना चाहिए था। सीएम योगी ने कहा कि 20-25 साल तक यहां के नौवजवानों के साथ
भेदभाव होता था। मगर डबल इंजन सरकार में भेदभाव किसी के साथ नहीं होता, विकास की
योजना भी प्रभावी ढंग से लागू होती है और अराजकता और गुंडागर्दी फैलाने की छूट
किसी को नहीं मिलती। सीएम ने कहा कि सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि
बागपत के युवा ऊर्जा से भरपूर हैं। इनकी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ देश और प्रदेश के
विकास में दिखाई देता है, इसलिए युवा को अवसर मिलना चाहिए।
जल्द बागपत चीनी मिल का
एक्सपेंशन करेंगे : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि
हमारी सरकार ने छपरौली चीनी मिल का उद्धार करके चौधरी चरण सिंह साहब को सच्ची
श्रद्धांजलि देने का कार्य किया है। जल्द ही बागपत चीनी मिल का एक्सपेंशन भी
करेंगे। सीएम ने बताया कि 2017 में जब उन्होंने सत्ता संभाली थी तब 2010 से
गन्ना किसानों को गन्ने के मूल्यों का भुगतान नहीं हुआ था। आज हर साल गन्ना के
मूल्य का भुगतान हो रहा है। सीएम ने आश्वस्त किया कि गन्ना मूल्य का भुगतान हर हाल
में होगा। किसी को चिंतित होने की आवश्यक्ता नहीं है। डबल इंजन की सरकार
अन्नदाताओं की सरकार है।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस
वेखोलेगा विकास के नये द्वार : योगी
सीएम योगी ने कहा कि पहले
कभी कोई सोचता भी नहीं था कि यहां हाईवे बनेगा। आज यहां दिल्ली-देहरादून
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे हाईवे बन रहा है। ये हाईवे इस पूरे क्षेत्र में विकास
लेकर आएगा, रोजगार
के नये अवसर सृजित होंगे। यहां की जमीन के दाम आसमान छूने लगेंगे। युवाओं का पलायन
रुकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये डबल इंजन की सरकार निर्णय लेने वाली सरकार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता वैदिक कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने से यहां नये विषय
पढ़ाए जाएंगे। आस पास के जनपदों के युवाओं को उच्च शिक्षा का लाभ मिलेगा। बागपत
में जल्द मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी होगा। यहां के युवाओं को आधुनिक विषयों को
पढ़ने का अवसर मिलेगा।
परियोजनाओं से हर तबके को
मिलेगा लाभ : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल
इंजन की सरकार अन्नदाताओं, कारीगरों, खिलाड़ियों
को सम्मान देने वाली सरकार है। यूपी में पिछले 1 साल में
5
सौ खिलाड़ियों को पुलिस में नौकरी दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोकार्पित
और शिलान्यास होने वाली परियोजनाएं, सड़क, स्वास्थ्य, पर्यटन
और शिक्षा से जुड़ी हुई हैं। इनसे हर तबके को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कांवड़
यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि किसी पर्व को बैन करना गलत है। हमें अनुशासन के
साथ पर्व और त्योहारों की मर्यादा का पालन करते हुए समृद्धि के नये युग का स्वागत
करना होगा।
सीएम ने किया प्रदर्शनी का
अवलोकन, छात्राओं
को बांटे टैबलेट और स्मार्टफोन
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने
विभिन्न विभागों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। वहीं उन्होंने बाल
विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से बच्चों का अन्नप्राशन कराया और गर्भवती
महिलाओं को पुष्टाहार वितरित किया। साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के
लाभार्थियों को टैबलेट, स्मार्ट फोन और प्रमाण पत्र का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने कन्या सुमंगला योजना, आयुष्मान भारत योजना, पीएम
स्वनिधि योजना,
पॉली
और पैक हाउस का लाभ प्राप्त करने वालों को प्रमाणपत्र वितरित किया। इसके अलावा
मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 10 लाख
रुपया का चेक वितरित किया। सीएम योगी ने छात्राओं को टैबलेट और स्मार्टफोन का
वितरण भी किया।
इस अवसर पर सांसद डॉ
सत्यपाल सिंह,
प्रदेश
सरकार में मंत्री केपी मलिक, जिला प्रभारी मंत्री जसवंत सैनी, भाजपा के
क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येन्द्र सिसोदिया, जिलाध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय, विधायक
योगेश धामा, मंजू
श्रीवास, एमएलसी
श्रीचंद शर्मा,
क्षेत्रीय
महामंत्री विकास अग्रवाल, पूर्व विधायकगण सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ
नेतागण मौजूद रहे।
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डिजीलॉकर पर फैमिली आईडी
को एक्सेस कर सकेंगे प्रदेश के नागरिक
लाभार्थियों को डिजिटल
टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए योगी सरकार की एक और पहल
डिजीलॉकर पर लाइव हुआ
फैमिली आईडी, रजिस्टर्ड
इंडिविजुअल कर सकेंगे लॉगिन
फैमिली आईडी को वेरिफाइड
डॉक्यूमेंट्स की तरह किया जा सकेगा इस्तेमाल
योजनाओं का लाभ लेने के
लिए फैमिली ई-पासबुक राज्य के सभी परिवारों के लिए उपलब्ध
लखनऊ, 26
अक्टूबर। योगी सरकार अपनी विभिन्न योजनाओं को डिजिटल टेक्नोलॉजी से जोड़ने पर फोकस
कर रही है। इसी के तहत सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना 'फैमिली
आईडीः एक परिवार एक पहचान'को डिजिलॉकर पर लाइव कर दिया है। इसका मतलब ये
कि अब प्रदेश के नागरिक डिजिलॉकर पर भी अपनी फैमिली आईडी को एक्सेस कर सकेंगे।
प्रदेश में वो सभी लोग जिनका फैमिली आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन हो चुका है, वो
डेस्कटॉप या मोबाइल फोन के जरिए डिजिलॉकर पर जाकर अपनी फैमिली आईडी को एक्सेस कर
पाएंगे। उल्लेखनीय है कि फैमिली आईडी का उद्देश्य अप्रयुक्त योजनाओं में पात्र
लाभार्थियों की पहचान के माध्यम से योजनाओं का बेहतर कवरेज देना, डुप्लीकेट
और फर्जी लाभार्थियों को हटाना और प्रमाण के बोझ को कम करके नागरिकों के लिए
योजनाओं में आवेदन का सरलीकरण करना है।
लाभार्थी और उसके परिवार
का पूरा डाटा होगा उपलब्ध
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर
मिश्र के समक्ष फैमिली आईडी को लेकर हुए प्रस्तुतिकरण में डिजिलॉकर पर फैमिली आईडी
को लाइव किए जाने की जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया कि प्रदेश के नागरिकों की
सुविधा के लिए डिजीलॉकर पर फैमिली आईडी डिजिटल कार्ड उपलब्ध कराया गया है। इस
कार्ड में लाभार्थी और उसके परिवार का पूरा डाटा उपलब्ध होगा। इसके साथ ही ये भी
बताया गया कि विभिन्न योजनाओं और इनका लाभ प्राप्त करने के लिए फैमिली ई-पासबुक
प्रदेश भर के सभी परिवारों के लिए तैयार है। फैमिली ई-पासबुक विजिबिलिटी और
अवेयरनेस में सुधार के लिए विकसित की गई है। यह पात्र लाभार्थियों को संभावित
योजनाओं को खोजने में मदद करेगी। फैमिली आईडी को आधार संख्या दर्ज कर लॉगिन किया
जाएगा, जिसके
बाद होम स्क्रीन सामने आ जाएगी। इसके बाद फैमिली डिटेल्स, स्कीम
लेजर, बेनिफिट
लेजर जैसे महत्वपूर्ण चीजों को एक्सेस कर सकेंगे। यही नहीं, आप यहां
अपने फैमिली मेंबर या खुद के लिए संभावित योजनाओं को भी खोज सकेंगे। साथ ही योजनाओं
की पूरी जानकारी भी इसमें उपलब्ध होगी।
समेकित डेटाबेस के रूप में
कार्य करेगा फैमिली आईडी
फैमिली आईडी प्रोएक्टिव
स्कीम डिलीवरी को अनलॉक करने के लिए एक समेकित डेटाबेस के रूप में कार्य करेगा।
इसके अंतर्गत एजुकेशन और स्किलिंग के तहत बेसिक एंड सेकेंडरी, हायर एंड
टेक्निकल और स्किलिंग व वोकेशनल योजनाओं का लाभ लिया जा सकेगा। इसी तरह सोशल
वेलफेयर एंड इमपॉवरमेंट के तहत एग्रीकल्चर एवं राशन, पेंशन व
स्कॉलरशिप और मेडिकल हेल्थ से जुड़ी योजनाओं में इसका इस्तेमाल हो सकेगा।
इंप्लॉयमेंट एंड माइक्रोफाइनेंस के तहत इंप्लॉयमेंट अपॉर्च्युनिटीज, क्रेडिट
लिंकेज और सोशल सिक्योरिटी में भी ये मददगार होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार 4.8 करोड़
लाभार्थियों को 13 विभागों की ओर से 42 योजनाओं
और सेवाओं में फैमिली आईडी डेटाबेस में मैप किया गया है। यही नहीं, भारत
सरकार की 4
योजनाओं के लाभार्थी डेटा को इससे जोड़ा गया। 4 अलग-अलग
एनालिटिक्स उपयोग मामलों में संभावित नए लाभार्थियों की पहचान की गई है। इस योजना
के लाभार्थियों में 3.61 करोड़ राशन कार्ड होल्डर परिवार पहले से ही
एनएफएसए डेटाबेस का हिस्सा हैं। उनका राशन कार्ड नंबर ही उनकी फैमिली आईडी है।
वहीं, नॉन
राशन कार्ड होल्डर्स परिवारों के लिए फैमिली आईडी के तहत नामांकन करने का प्रावधान
किया गया है। इसके तहत 1.42 लाख आवेदन प्राप्त हुए,जिसमें
से 55
हजार परिवार आईडी बनाई गई हैं।
क्या है डिजिलॉकर?
डिजिलॉकर डिजिटल इंडिया की
एक पहल है, जिसमें
हम अपने जरूरी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी को संभाल कर रख सकते हैं। डिजिलॉकर में
आपके दस्तावेज लिंक के रूप में दिखते हैं। अगर आप किसी योजना का लाभ लेना चाहते
हैं तो दस्तावेजों की हार्ड कॉपी के बजाए आप वहां एक लिंक दे सकते हैं, जिससे
आपके दस्तावेज की जांच आसानी से हो जाएगी। जो आवेदक आधार से जुड़ा होगा, उसे 10 एमबी का
व्यक्तिगत स्टोरेज स्पेस मिलता है जिसमें दस्तावेजों को यूआरएल लिंक के रूप में
सुरक्षित रखा जाता है। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल करने के लिए आपको यूजर आईडी और
पासवर्ड से लॉगइन करना होगा, जिसके बाद आप बड़ी ही आसानी से लिंक के रूप
में अपने दस्तावेज देख सकेंगे। डिजिलॉकर में दस्तावेज सुरक्षित रखने से पहले इसमें
अकाउंट बनाना होता है।
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24 जनवरी
तक होगी दलहन व तिलहन की खरीद
सरकार ने किसानों से क्रय
केंद्रों पर ऑनलाइन पंजीकरण कराने को कहा
मूंग का न्यूनतम समर्थन
मूल्य 8558
रुपये व तिल का 8635 प्रति कुंतल निर्धारित
आधार से लिंक खाते में तीन
दिन के भीतर होगा भुगतान
लखनऊ, 26
अक्टूबर। योगी सरकार ने दलहन व तिलहन की खरीद बुधवार से प्रारंभ कर दी। दलहन (मूंग
व उड़द) तथा तिलहन (मूंगफली व तिल) की यह खरीद 24 जनवरी
तक चलेगी। सरकार ने किसानों से क्रय केंद्रों पर ऑनलाइन पंजीकरण कराने को कहा है।
सरकार तीन कार्य दिवस में आधार से लिंक खाते में किसानों को भुगतान करेगी। उड़द, मूंग, मूंगफली
व तिल उत्पादक जनपदों में पीसीएफ, पीसीयू व जेफेड द्वारा संचालित क्रय केंद्रों
यह खरीद होगी।
296400 मीट्रिक
टन उड़द खरीद का लक्ष्य
योगी सरकार ने दलहन व
तिलहन फसलों के लिए खरीद का लक्ष्य तय किया है। उड़द के लिए 296400
मीट्रिक टन, मूंगफली के लिए 27148 मीट्रिक
टन, तिल के लिए 15538 मीट्रिक
टन व मूंग के लिए 3240 मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य रखा गया है। तिल का
न्यूनतम समर्थन मूल्य 8635 रुपये प्रति कुंतल, मूंग का 8558 रुपये
प्रति कुंतल, उड़द
का 6950
रुपये प्रति कुंतल व मूंगफली का 6377 रुपये प्रति कुंतल रखा गया है।
तीन दिन में किसानों को
भुगतान करेगी सरकार
दलहन व तिलहन खरीद के लिए
सरकार तीन कार्य दिवस में किसानों का भुगतान करेगी। भुगतान के लिए किसानों का बैंक
खाता आधार से लिंक होना चाहिए। पंजीकरण के समय किसानों को आधार कार्ड के साथ
मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। किसानों का ध्यान देना होगा कि पंजीकरण उसी मोबाइल
नंबर से कराना होगा, जिससे आधार व बैंक से लिंक्ड होगा। साथ ही आधार और
बैंक पासबुक में नाम, पिता के नाम व मोबाइल नंबर भी समान होने चाहिए। ऐसा
होने से पारदर्शिता पूर्वक समयावधि में योगी सरकार किसानों को भुगतान करेगी।
बॉक्स
मूंग, उड़द, मूंगफली
व तिल के उत्पादक जिले
मूंगः झांसी, ललितपुर, उन्नाव, हमीरपुर
व महोबा
तिलः झांसी, बांदा, हरदोई, हमीरपुर, महोबा, जालौन, फतेहपुर, सीतापुर, उन्नाव, लखीमपुर
खीरी, शाहजहांपुर
व रायबरेली
मूंगफलीः झांसी, महोबा, हरदोई, ललितपुर, सीतापुर, लखीमपुर
खीरी, शाहजहांपुर, उन्नाव, मैनपुरी, सहारनपुर, गोरखपुर, कन्नौज, मीरजापुर, बहराइच, देवरिया, संतकबीरनगर, फर्रुखाबाद, रायबरेली, बांदा व
महराजगंज
उड़द के उत्पाद जिले
ललितपुर, बदायूं, बरेली, उन्नाव, झांसी, शाहजहांपुर, हरदोई, संभल, महोबा, सीतापुर, हमीरपुर, मुरादाबाद, जौनपुर, रायबरेली, फतेहपुर, जालौन, प्रतापगढ़, लखीमपुर
खीरी, बाराबंकी, लखनऊ, अमरोहा, कानपुर
नगर- देहात, बांदा, बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ, औरैया, बिजनौर, रामपुर, अमेठी, वाराणसी
व सोनभद्र हैं।
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उत्साह और उमंग की परंपरा
हैं भारत के पर्व-त्योहार : योगी आदित्यनाथ
- मुख्यमंत्री
ने बागपत में गोरक्षनाथ आश्रम में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का किया शुभारंभ
- बोले
मुख्यमंत्री- ज्ञान यज्ञ है श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा
- धार्मिक
स्थलों के संरक्षण से समाज में बढ़ती है सकारात्मकता : योगी आदित्यनाथ
बागपत, 26
अक्टूबर। भारत के पर्व और त्योहार उत्साह और उमंग की परंपरा के वाहक हैं, इसमें
शोक और दु:ख के लिए कोई जगह नहीं है। हमने सदैव सकारात्मक सोच के साथ भारत की
परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। ये पर्व और त्योहार भारत की ऋषि परंपरा की
साधना और सिद्धि का परिणाम हैं। अच्छा सोचो, अच्छा
करो तो परिणाम अच्छा ही आएगा। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को
बागपत के नांगल गांव स्थित श्री गुरू गोरक्षनाथ आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा
महापुराण के शुभारंभ के अवसर पर कही। इससे पहले उन्होंने आश्रम में स्थित गुरु
गोरखनाथ के मंदिर और नवदुर्गा मंदिर में दर्शन-पूजन किया। साथ ही परिसर में
रुद्राक्ष का पौधा रोपा। इसके अलावा उन्होंने भव्य सत्संग भवन का भी लोकार्पण
किया।
ज्ञान यज्ञ है
श्रीमद्भागवत महापुराण
अपने उद्बोधन में
मुख्यमंत्री ने कहा कि बागपत की धरती का महत्व महाभारत कालीन है। श्रीकृष्ण ने जिन
पांच ग्रामों को दुर्योधन से मांगा था, उसमें बागपत की धरती भी शामिल है।
सीएम योगी ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में विजयदशमी का पर्व संपन्न हुआ है। ये
सत्य, धर्म
और न्याय की विजय का पर्व है। मुख्यमंत्री ने श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के
शुभारंभ पर कहा कि ये महापुराण असल में 'ज्ञान यज्ञ' है। ये
मोक्ष और मुक्ति से जुड़ा हुआ है। हम सब मुक्ति के लिए विभिन्न धाम और तीर्थों में
जाकर कामना करते हैं। हम दान और यज्ञ भी मुक्ति की कामना से करते हैं। मुक्ति या
मोक्ष का अर्थ है, जिस संकल्प के साथ हम बढ़े हैं उसमें पारंगत हो
जाएं। अलग अलग व्यक्ति के लिए मुक्ति का अर्थ अलग अलग हो सकता है। संन्यासी के लिए
ये जन्म मरण के बंधन से छूटना है तो गृहस्थ के लिए उसके सत्कर्मों का सुफल मिलना
है। इस महापुराण में ज्ञान, भक्ति और वैराग्य तीनों मिलता है।
एक योगी जंगल में भी मंगल
कर सकता है
मुख्यमंत्री ने आश्रम के
महंत योगी अर्जुननाथ जी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने यहां देश के विभिन्न
हिस्सों से संतों, योगेश्वरों और श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया है।
कथा को लेकर लोगों में उत्साह सराहनीय है। एक योगी जंगल में भी मंगल कर सकता है।
महंत योगी अर्जुननाथ ने यहां बड़े सभागार और सरोवर का निर्माण कराया है। अब इनके
संरक्षण के लिए स्थानीय जनमानस को आगे आना होगा। धार्मिक स्थलों के संरक्षण से नई
ऊर्जा मिलती है। यहां विभिन्न धार्मिक आयोजनों से जुड़ने का आप सभी को अवसर
मिलेगा। इससे समाज में सकारात्मकता बढ़ेगी। खुशहाली आएगी और अव्यवस्था समाप्त
होगी। यही हमारे जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने श्रीमद्भागवत पुराण
की कथा वाचिका व्यासपीठ पर विराजमान सुश्री नीरज शर्मा की प्रशंसा करते हुए वेदों
का उदाहरण भी दिया, जिसकी तमाम ऋचाएं विदूषियों द्वारा रची गई हैं।
इसके लिए सीएम योगी ने नारी शक्ति का वंदन अभिनंदन किया।
इस अवसर पर सांसद सत्यपाल
सिंह, प्रदेश
सरकार में मंत्री केपी मलिक, नाथ संप्रदाय के प्रमुख संतों में मुख्य रूप
से महंत कृष्णनाथ जी, समुद्रनाथ जी, महंत
शेरनाथ जी महाराज, कार्यक्रम के आयोजक महाराज अर्जुननाथ के अलावा
देशभर से पधारे नाथ संप्रदाय और षड्दर्शन से जुड़े संतजन उपस्थित रहे।
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हर जरूरतमंद का मिले आवास
व इलाज : मुख्यमंत्री
जनता दर्शन
200 लोगों की समस्याएं सुनीं सीएम
योगी ने, निस्तारण
के लिए दिए निर्देश
सभी की समस्याओं का होगा
समयबद्ध व पारदर्शी निस्तारण
गोरखपुर, 26
अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिन
जरूरतमंदों को अभी पक्का मकान नहीं मिल पाया है, उन्हें
प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के दायरे में लाकर पक्के आवास
की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। आयुष्मान कार्ड बनवाकर इलाज की उचित व्यवस्था
सुनिश्चित कराई जाए। कार्ड न होने की दशा में गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए
विवेकाधीन कोष से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
सीएम योगी ने उक्त निर्देश
गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनते हुए
दिए। मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन
में मुख्यमंत्री कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक खुद पहुंचे। सबकी समस्याओं को
सुनते हुए आश्वस्त किया हर समस्या का समयबद्ध, पारदर्शी
व संतुष्टिपरक निस्तारण किया जाएगा।
जनता दर्शन में
मुख्यमंत्री ने करीब 200 लोगों की समस्याएं सुनीं। इसमें बड़ी संख्या
महिलाओं की रही। इस दौरान एक महिला ने आवास की समस्या बताई। इस पर मुख्यमंत्री ने
तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला की समस्या को संवेदनशीलता से देखें।
महिला को प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास
उपलब्ध कराया जाए। जमीन कब्जा करने की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में
कड़ी कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। राजस्व व पुलिस से संबंधित मामलों में
प्रभावी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी जन कल्याण के कार्यों को सदैव
प्राथमिकता पर रखें और हर पीड़ित की समस्या का त्वरित निस्तारण करना सुनिश्चित
करें।
इलाज में आर्थिक सहायता की
गुहार लेकर पहुंचे लोगों को सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि पैसे के अभाव में किसी
इलाज नहीं रुकने पाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस्टीमेट की
प्रक्रिया को प्राथमिकता पर पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध कराएं। शासन से इलाज में
भरपूर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
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