वृन्दावन।भ्रमर घाट स्थित जयसिंह घेरा में चैतन्य संप्रदायाचार्य जगद्गुरु पुरुषोत्तम गोस्वामी महाराज का जन्म शताब्दी महोत्सव "पुरूषोत्तम शती" के रूप में अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है।जिसमें कि वैष्णवाचार्य श्रीवत्स गोस्वामी महाराज के पावन में राष्ट्रपति पुरूस्कार प्राप्त रासाचार्य स्वामी फतेह कृष्ण शर्मा के निर्देशन में अष्टयाम लीला (रासलीला) का अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक मंचन किया जा रहा है।साथ ही गौडीय संप्रदाय के प्रकांड विद्वान डॉ. अच्युतलाल भट्ट के द्वारा अष्टयाम लीला कथा का श्रवण कराया जा रहा है।
अष्टयाम लीला के प्रथम दिवस प्रातः 3:30 बजे निशांत लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया।जिसमें कि प्रिया-प्रियतम की निकुंजमय जागरण लीला की प्रस्तुति हुई।
चैतन्य संप्रदायाचार्य श्रीवत्स गोस्वामी महाराज ने कहा कि निशांत लीला को कुंज भंग लीला के नाम से भी जाना जाता है।जिसमें अष्ट सखियां युगल सरकार प्रिया-प्रियतम की भाव निमग्न होकर सेवा करती हैं।जिसमें युगल सरकार की दिव्य झांकी के प्रात: कालीन दर्शन भक्तों-श्रृद्धालुओं को कराए जाते हैं।
महोत्सव में प्रख्यात भजन गायक गोविंद भार्गव, भागवताचार्य प्रेमधन लालन महाराज, रासाचार्य स्वामी राधाकांत शर्मा, अभिनव गोस्वामी, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, सुवर्ण गोस्वामी, जुगल किशोर शर्मा, भरत शर्मा, डॉ. राधाकांत शर्मा, सुरेश अग्रवाल एवं जगन्नाथ पोद्दार आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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