उतरौला(बलरामपुर) कोतवाली उतरौला के ग्राम जुनेदपुर निवासी ममता ने लिखित शिकायत कर आरोप लगाया है कि उसकी पुत्री उषा का करीब 3 वर्ष पूर्व ग्राम रमवापुर के रंगीलाल के साथ हिंदू रीति रिवाज के अनुसार विवाह किया था। आरोप है कि विवाह के कुछ समय बाद पति और ससुराल वाले पीड़िता की पुत्री से उषा से सोने की अंगूठी व गले की चेन की मांग कर रहे थे।
मना करने पर ससुराल वाले पीड़िता की पुत्री को लात घुसो से पीटते थे। 25 अक्टूबर को रात्रि तीन बजे ससुराल वालों ने पीड़िता की पुत्री को जबरन कमरे में बंद करके ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दिया।
अगले दिन 26 अक्टूबर को शाम छ बजे ससुराल वालों ने मायके वालों को फोन कर यह सूचना दिया कि तुम्हारी पुत्री का देहांत हो गया है। जब मायके वाले लड़की के ससुराल पहुंचे तो उषा को पूरी तरह जली हुई मृत्यु अवस्था में पाया। जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि ससुराल वालों ने पीड़िता की पुत्री को जानबूझकर जलाकर मार दिया है। पुलिस ने मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए मृतक उषा के पति रंगलाल के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच क्षेत्राधिकार उतरौला को सौंप दी गई है। और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के पश्चात शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे उतरौला के अंबेडकर चौराहा पर शव पहुंचते ही नाटकीय मोड़ सामने आया।
ससुराल वाले लाश अपने घर ले जाने व मायके वाले शव को अपने घर ले जाने पर अड़ गए। प्रभारी निरीक्षक उतरौला संजय कुमार दुबे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे दोनों पक्षों को समझाने बुझाने के बाद मृतिका का शव मायके वालों के सुपुर्द कर दिया।
असगर अली
उतरौला
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