मुख्यमंत्री ने पुस्तक ‘नई भाजपा के शिल्पकार’ का विमोचन किया

एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में पार्टी की क्या भूमिका होनी चाहिए और पार्टी एक संगठनात्मक ढांचे से 
अलग भी कुछ है, यह भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक कौशल से जाना जा सकता : मुख्यमंत्री

जिन मूल्यों और आदर्शों को ध्यान में रखकर संस्थापकों द्वारा भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की 
गयी थी, उनका संरक्षण करने के साथ ही, सरकार बनने के बाद उन मूल्यों का प्रभावी क्रियान्वयन पार्टी ने किया

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज की भारतीय जनता पार्टी
वही कहती है, जो कर रही है और वही कर रही है, जो कहती है

प्रधानमंत्री जी ने संगठन के विकास के लिए टेक्नोलॉजी के प्रभावी उपयोग के रूप में 
ऑनलाइन सदस्यता के अभियान को आगे बढ़ाया, आज भारतीय जनता पार्टी के 18 करोड़ सदस्य हैं

टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए देश में सभी गरीबों का जनधन खाता खोला गया, 
सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान डी0बी0टी0 के माध्यम से गरीबों के खाते में धनराशि भेजी गयी

यह कार्य बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के हुआ,
यह भ्रष्टाचार पर प्रहार का सबसे सशक्त माध्यम बना

श्रीराम जन्मभूमि के 500 वर्षां से चले आ रहे विवाद का संविधान के दायरे
में सर्वसम्मति से समाधान हो सकता है, इसे प्रधानमंत्री जी ने कर के दिखाया

प्रधानमंत्री जी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का स्वयं शिलान्यास भी किया और
22 जनवरी 2024 को स्वयं भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर
में श्रीरामलला को विराजमान भी करने जा रहे

सौहार्दपूर्ण तरीके से संवाद बनाकर बड़ी से बड़ी समस्या
का समाधान हो सकता है, यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत

वर्ष 2014 से पहले जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर के राज्यों, दक्षिण भारत के राज्यों सहित अन्य राज्यों की भावनाओं 
को समझने का प्रयास ही नहीं किया गया, जब वर्ष 2014 के बाद यह कार्य 
प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किये गये तो उसके परिणाम भी सामने आये

कश्मीर से धारा 370 समाप्त हुई, कश्मीर शांति और पर्यटन
के दौर में विकास की नई ऊंचाइयों को छूता हुआ दिखाई दे रहा

पूर्वात्तर के राज्यों में अलगाववाद चरम पर था,
व्यापक संवाद के माध्यम से आज वह समाप्त हुआ

प्रधानमंत्री जी ने भारत में राजभाषा के माध्यम से अपनी बात पूरे आत्मविश्वास के साथ रखी, 
वैश्विक मंच पर भी हिन्दी में अपने भाषण से दुनिया को भारत की ओर देखने और जानने के लिए प्रेरित किया

वर्ष 2014 के बाद देश ने एक स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा के दौर को देखा,
शासन की योजनाएं बिना भेदभाव के लोगों तक पहुंचायी जा रही

‘सबका साथ, सबका विकास’ एक नारा ही नहीं बल्कि हकीकत भी बना

आज देश के 04 करोड़ गरीबों को सिर ढकने के लिए छत
मिली, 10 करोड़ लोगों को निःशुल्क गैस कनेक्शन की सुविधा दी गयी

सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के समय लीडरशिप
देने तथा उनके साथ खड़े होने का कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मार्च, 2020 से लेकर अब तक लगातार
80 करोड़ गरीबों को निःशुल्क राशन की सुविधा का लाभ
बिना भेदभाव के उपलब्ध कराया जा रहा


लखनऊ : 27 अक्टूबर, 2023 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में पार्टी की क्या भूमिका होनी चाहिए और पार्टी एक संगठनात्मक ढांचे से अलग भी कुछ है, यह भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक कौशल से जाना जा सकता है। विगत 9-10 वर्षों में भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में हमारे सामने है। जिन मूल्यों और आदर्शों को ध्यान में रखकर संस्थापकों द्वारा भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की गयी थी, उनका संरक्षण करने के साथ ही, सरकार बनने के बाद उन मूल्यों का प्रभावी क्रियान्वयन पार्टी ने किया है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में वरिष्ठ पत्रकार श्री अजय सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘नई भाजपा के शिल्पकार’ का विमोचन करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अक्सर राजनीतिज्ञों के बारे में अविश्वास होता है। यह तब होता है, जब कथनी और करनी में तथा आचार और विचार में समन्वय नहीं होता है। जब व्यक्ति बोलता कुछ और है और करता कुछ और है। जब सरकार बनने के पहले और सरकार बनने के बाद कार्यों में व्यापक अंतर देखने को मिलता है तो यह अविश्वास का प्रतीक बन जाता है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज की भारतीय जनता पार्टी वही कहती है, जो कर रही है और वही कर रही है, जो कहती है। आज भारतीय जनता पार्टी जिस दौर में है, उसमें कथनी और करनी में तथा आचार व विचार में कोई भेद नहीं है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम लोकतांत्रिक व्यवस्था में रह रहे हैं। लोकतंत्र की सबसे सरल व सहज परिभाषा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति श्री अब्राहम लिंकन ने दी थी। उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र जनता का जनता के लिए, जनता के द्वारा शासन है। प्रधानमंत्री जी ने स्टेच्यु ऑफ यूनिटी के निर्माण के लिए देश का आह्वान किया। वर्तमान भारत के शिल्पी के रूप में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा की स्थापना के लिए देश के हर गांव तथा हर परिवार से लौह संग्रह तथा पवित्र मिट्टी संग्रह करने का अभियान चलाया गया था। इस एकत्रित लोहे से सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा गुजरात में सरदार सरोवर के तट पर स्थापित की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टेक्नोलॉजी को पार्टी और जनता के लिए कैसे प्रभावी बना सकते हैं, यह उदाहरण प्रधानमंत्री जी ने कर के दिखाया। प्रधानमंत्री जी ने संगठन के विकास के लिए टेक्नोलॉजी के प्रभावी उपयोग के रूप में ऑनलाइन सदस्यता के अभियान को आगे बढ़ाया। आज भारतीय जनता पार्टी के 18 करोड़ सदस्य हैं। वहीं टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए देश में सभी गरीबों का जनधन खाता खोला गया। सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान डी0बी0टी0 के माध्यम से गरीबों के खाते में धनराशि भेजी गयी। यह कार्य बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के हुआ। यह भ्रष्टाचार पर प्रहार का सबसे सशक्त माध्यम बना। देश में 04 करोड़ गरीबों के मकान तथा 10 करोड़ गरीबों के शौचालय बने। इनके लिए धनराशि सीधे लाभार्थियों के खाते में चली गयी। आज विकास की बड़ी से बड़ी परियोजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचता है। बीच में कोई मध्यस्थ नहीं है। प्रधानमंत्री जी के पास योजनाओं के विचार हैं। उनके प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन की रूपरेखा भी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज नई बीजेपी का पूरे देश में विस्तार है। यह बेहतरीन संगठनात्मक ढांचे के साथ अपने मूल्यों और आदर्शों के लिए कार्य कर रही है। वर्ष 2014 के पहले अक्सर लोग राम मंदिर के बारे में प्रश्न पूछते थे, तब हम कहते थे कि मामला कोर्ट में है और उसी के आधार पर समाधान होगा। आज अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि समस्या का पूरी तरह समाधान हुआ है। प्रधानमंत्री जी ने सभी आशंकाओं और जनता की आशाओं, दोनों के समाधान का रास्ता दिया। उन्होंने स्वयं शिलान्यास भी किया और 22 जनवरी 2024 को स्वयं भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में श्रीरामलला को विराजमान भी करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 तथा 2019 में प्रधानमंत्री जी ने श्रीराम जन्मभूमि के मुद्दे को चुनावी एजेण्डे का हिस्सा नहीं बनाया था, बस यही कहा था कि हम संविधान के दायरे में रहकर समस्या का समाधान करेंगे। श्रीराम जन्मभूमि के 500 वर्षां से चले आ रहे विवाद का संविधान के दायरे में सर्वसम्मति से समाधान हो सकता है, इसे प्रधानमंत्री जी ने कर के दिखाया है। सौहार्दपूर्ण तरीके से संवाद बनाकर बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो सकता है। यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। प्रधानमंत्री जी ने इस ताकत का प्रभावी ढंग से उपयोग किया है। प्र्रधानमंत्री जी नयी बीजेपी के साथ ही नये भारत के भी शिल्पी हैं। उन्होंने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को प्रभावी ढंग से लागू किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें भारत के अलग-अलग भागों में जाने तथा वहां की परिस्थितियों को नजदीक से देखने और समझने का अवसर मिला है। यह आश्चर्य का विषय है कि वर्ष 2014 से पहले जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर के राज्यों, दक्षिण भारत के राज्यों सहित अन्य राज्यों की भावनाओं को समझने का प्रयास ही नहीं किया गया। जब वर्ष 2014 के बाद यह कार्य प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किये गये तो उसके परिणाम भी सामने आये।
आज कश्मीर से धारा 370 समाप्त हुई। कश्मीर शांति और पर्यटन के दौर में विकास की नई ऊंचाइयों को छूता हुआ दिखाई दे रहा है। अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोग भी भारत का हिस्सा बनाये जाने की मांग करते हैं। कश्मीर के विषय में एक लम्बी रेखा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में नई सरकार और नई भाजपा के माध्यम से खींची गयी है। आजादी के तत्काल बाद जम्मू-कश्मीर तथा पूर्वात्तर के कई राज्यों में परमिट सिस्टम लागू कर दिया गया था। डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी को कश्मीर के लिए अपना बलिदान देना पड़ा था। उन्होंने उस समय ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ का नारा दिया था। आज जम्मू-कश्मीर से धारा-370 सदैव के लिए समाप्त हो गयी है। कश्मीर लोकतंत्र और विकास की नई धारा के साथ आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वात्तर के राज्यों में अलगाववाद चरम पर था। व्यापक संवाद के माध्यम से आज वह समाप्त हुआ है। वहां के निवासियों को गौरव की अनुभूति होती है। वर्ष 2014 के पहले पूर्वात्तर भारत तथा वर्ष 2014 के बाद पूर्वात्तर भारत में जमीन-आसमान का अन्तर देखने को मिलता है। आज पूर्वात्तर के अधिकांश राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं। अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, असम तथा मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है तथा मेघालय और नागालैण्ड में भाजपा सहयोगी दल के रूप में है। इन राज्यों में बेहतर संवाद के माध्यम से योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री जी तथा भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में पूर्वात्तर भारत के लोगों में यह भाव उत्पन्न हुआ है कि वे भी स्वतंत्र देश के नागरिक हैं और भारत उनका देश है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों में भाषा को लेकर अक्सर विवाद होता था। आज यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो गयी है। आज प्रधानमंत्री जी भारत में राजभाषा के माध्यम से अपनी बात पूरे आत्मविश्वास के साथ रखते हैं। वहीं वैश्विक मंच पर भी हिन्दी में अपने भाषण से दुनिया को भारत की ओर देखने और जानने के लिए प्रेरित करते हैं। पहले उत्तर भारत के हिन्दी बेल्ट के राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी में थे। आज उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश बीमारू राज्य से उबर चुके हैं। राजस्थान में इस दिशा में तेजी से प्रयास किया गया है। हमें भी विकास की मुख्यधारा से जुड़ते हुए देश को आर्थिक रूप से सम्पन्न और सुदृढ़ बनाने में योगदान देना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद देश ने एक स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा के दौर को देखा है। शासन की योजनाएं बिना भेदभाव के लोगों तक पहुंचायी जा रही है। पहले यह देश जाति, मत, मजहब, क्षेत्र तथा भाषा से कभी उबर ही नहीं पाता था। इससे इतर कोई मुद्दे ही नहीं होते थे। विभिन्न आधारों पर देश को विभाजित करने में लोगों ने कोई संकोच ही नहीं किया। पहले योजनाएं भी इन्हीं आधारों पर बनती थी। प्रधानमंत्री जी ने अपने पहले ही अभिभाषण में कहा कि हमारी सरकार जाति, मत, मजहब, क्षेत्र व भाषा के आधार पर कार्य नहीं करेगी, बल्कि हमारा एक ही नारा होगा-‘सबका साथ, सबका विकास’। आज यह एक नारा ही नहीं बल्कि हकीकत भी है। योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सभी को प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज देश के 04 करोड़ गरीबों को सिर ढकने के लिए छत मिली है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से 10 करोड़ लोगों को निःशुल्क गैस कनेक्शन की सुविधा दी गयी है। संकट के समय देश को कैसे नेतृत्व देना है, यह सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान सभी ने देखा है। भारत की 142 करोड़ की आबादी को संकट के समय लीडरशिप देने तथा उनके साथ खड़े होने का कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया। भारत के कोविड प्रबन्धन की तरह किसी अन्य देश का प्रबन्धन नहीं था। भारत में उस दौरान योजनाओं का लाभ पहुंचाना, राशन उपलब्ध कराना, निःशुल्क टेस्ट तथा उपचार की व्यवस्था करना, हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करना और गरीबों की देखभाल करना जैसे कार्य प्रभावी रूप से किए गए।
मुख्यमंत्री जी ने कोरोना के दौरान देश में भूख से कोई मृत्यु नहीं हुई। वर्ष 1917-18 के दौरान स्पैनिश फ्लू से 02 करोड़ से अधिक लोग मरे थे। जितने लोग फ्लू से नहीं मरे, उससे ज्यादा लोग भूख से मरे थे। बंकिम चन्द्र चटोपाध्याय ने बंगाल के अकाल की पृष्ठभूमि में आनन्द मठ की रचना की थी। इस उपन्यास ने हमें अपना राष्ट्र गीत वंदे मातरम दिया। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मार्च, 2020 से लेकर अब तक लगातार 80 करोड़ गरीबों को निःशुल्क राशन की सुविधा का लाभ बिना भेदभाव के उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि यदि देश व पार्टी के हित में से किसी को चुनना पड़े तो देश पहले है, फिर पार्टी है, उसके बाद परिवार और स्वयं का हित अंतिम है। नयी भाजपा और नये भारत के निर्माता के रूप में प्रधानमंत्री जी का यह स्वर्णिम काल चल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘नई भाजपा के शिल्पकार’ पुस्तक मूल रूप से ‘द आर्किटेक्ट ऑफ द न्यू बीजेपी’ के रूप में श्री अजय सिंह द्वारा लिखी गयी है। उन्होंने लम्बे शोध के बाद इस पुस्तक को रचा है। श्री सुनील त्रिवेदी जी ने इस पुस्तक का सहज व सरल भाषा में अनुवाद किया है। प्रभात प्रकाशन एक लम्बे समय से भारत और भारतीयता तथा भारत के राष्ट्रीय मूल्यों और मुद्दों के बारे में प्रकाशन कार्यों से जुड़ा है। मुख्यमंत्री जी ने इन तीनों विभूतियों का अभिनन्दन किया। उन्होंने यह अपेक्षा भी की कि यह पुस्तक कार्यक्रम में आए सभी लोगों तक पहुंचायी जाए। इससे लोगों को यह जानने, सीखने और समझने का अवसर मिलेगा कि संगठनात्मक कार्य कैसे होते हैं।
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, कृषि मंत्री तथा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सूर्य प्रताप शाही, ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री राकेश सचान, उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय, मत्स्य मंत्री डॉ0 संजय निषाद, औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ सहित प्रदेश मंत्रिमण्डल के सदस्य, अन्य जनप्रतिनिधिगण, ‘नई भाजपा के शिल्पकार’ पुस्तक के लेखक श्री अजय सिंह, अनुवादक श्री सुनील त्रिवेदी, प्रभात प्रकाशन के श्री प्रभात कुमार सहित साहित्यकार, पत्रकार व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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