जौनपुर। साजिशकर्ता सहित 35 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आठ लोगों को किया गिरफ्तार
जौनपुर। चन्दवक थाना क्षेत्र के भुलनडीह दुम्मा गांव में स्थित जीवन ज्योति ईसाई प्रार्थना केन्द्र का 3 मंजिला बिल्डिंग और बाउंड्रीवाल में सरकारी खाते की जमीन की पैमाइश करने गई राजस्व टीम पर साजिश के तहत किए गए पथराव के मामले में पुलिस ने नायब तहसीलदार डोभी हुसैन अहमद की तहरीर पर ईसाई प्रार्थना केन्द्र के संचालक समेत 35 लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर 8 को गिरफ्तार भी कर लिया।
दर्ज मुकदमें में 3 साजिशकर्ता, 12 ज्ञात व 20 अज्ञात हैं। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों का चालान न्यायालय भेज दिया। नायब तहसीलदार द्वारा दिए गए तहरीर के आधार पर पुलिस ने साजिशकर्ता संचालक के आरोप में भुलनडीह गांव निवासी दुर्गा यादव पुत्र संपत, उनकी पत्नी लीला देवी व दामाद प्रशांत यादव उचौरी, खानपुर, गाजीपुर के अलावा कैलाश पुत्र श्रवण निवासी कछवन, कमलेश गौतम पुत्र सतिराम, महेंद्र गौतम पुत्र श्रीनाथ निवासी अटहरपार, सुरेंद्र राम पुत्र रामराज निवासी रेहारी, प्रीति शिबू पुत्री दुर्गा यादव, मनीष यादव पुत्र दुर्गा, जय प्रकाश यादव पुत्र संपत, अभिषेक यादव पुत्र जय प्रकाश, विजय मौर्य पुत्र रामलाल निवासी भुलनडीह, सोनू यादव पुत्र राजनाथ निवासी गाजीपुर, रजनीश पुत्र विजय प्रताप व विजय प्रताप पुत्र जयराम निवासी खुज्झी व 20 अज्ञात के विरुद्ध आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 332, 333, 353, 336, 323, 504, 506, 307, 324, 427, 34/34, 120 B, EXCLA के तहत मुकदमा दर्ज कर महेन्द्र गौतम, कमलेश गौतम, जय प्रकाश यादव, अभिषेक यादव, सोनू यादव, विजय मौर्य, रजनीश व विजय प्रताप को दबिश देकर रात्रि में गिरफ्तार कर लिया।
मालूम हो कि भूलनडीह दुम्मा गाँव में जीवन ज्योति ईसाई प्रार्थना केन्द्र की 3 मंजिला बिल्डिंग और बाउंड्रीवाल युक्त कैम्पस सरकारी जमीन जो दलित समाधि स्थल के नाम से सरकारी अभिलेख में दर्ज आराजी नंबर 120 रकबा 36 एयर और बंजर खाते की सरकारी भूमि आराजी नंबर 122 व 591 दोनों मिलाकर रकबा 53 एयर है। उसी जमीन की नापी के लिए राजस्व विभाग की तरफ से 25/9/23 को नोटिस ईसाई प्रार्थना केन्द्र के गेट पर चस्पा करने के बाद ग्राम पंचायत प्रधान और इस जमीन से सटे अन्य काश्तकारों को भी नोटिस दी गई थी कि 29/9/23 को नापी पैमाईश होगी। अपील भी किया गया था कि आप लोगों इस नापी पैमाइश में राजस्व टीम का सहयोग करें, परंतु वहाँ ईसाई प्रार्थना केन्द्र के मनबढ़ कारिन्दों ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया।
अब देखना यह है कि शासन और जिला प्रशासन ईसाई प्रार्थना केन्द्र की इस धर्म परिवर्तन कराने वाली फैक्ट्री को जो गरीब व अनपढ़ लोगों को पैसे का लाचार प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराते हैं, को कैसे नेस्तनाबूत करती है?
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