चन्दौली : चकिया क्षेत्र के किसानों ने किसी प्रकार से धान की नर्सरी तो डाल दी,वहीं जैसे-तैसे जिन किसानों ने धान की रोपाई कर दी उनकी फसलें सूख रही हैं। नहरों में करीब एक माह से पानी नहीं आया जिसके चलते नहरों में धूल उड़ रही है। किसानों ने जिला प्रशासन से नहरों में पानी छोड़े जाने की लगाई गुहार। बताते चलें कि क्षेत्र की गौरी, उतरौत, तकिया, हथेड़ी मौजाँ माइनरों में पानी नहीं है। किसान खेतों की रोपाई व धान की सिचाई के लिए परेशान हैं और वह नहरों में पानी आने का इंतजार कर रहे हैं। पानी न आने से किसानों की धान की फसल चौपट होने के कगार पर पहुंच चुकी है। किसानों से ऊपर वाला पहले ही रूठा है वहीं बची खुची कसर सरकार ने पूरी कर दी। सूख रही फसल को देख किसान परेशान हैं।
-किसानों की दर्द भरी कहानी, उन्हीं के जुबानी
उतरौत गांव के किसान दिवाकर मौर्य ने बताया कि प्रीमानसून बरसात में धान की रोपाई तो कर ली थी, लेकिन नहरों में पानी न होने की वजह से फसल सूख कर खराब हो रही है।
तकिया गांव के जय प्रकाश पटेल ने बताया कि जिन किसानों किसी तरह टयूबवेल से धान रोपाई कर ली। समय से नहरों में पानी नहीं आने से फसल की लागत बढ़ती जा रही
तकिया गांव के वंश नारायण पटेल ने बताया कि हमारे गाव तक नहीं पहुँच पा रहा नहर का पानी कुछ लोग पचवनिया रोक दे रहे तो कुछ लोग अंबर, डहीया तक रोक दे रहे ताकि पानी आगे न बढे, छोटे छोटे किसान इस नहर पर जो निर्भर हैं उनका सिंचाई कैसे होगा
हथेड़ी मौजाँ में मंजय यादव, राजेश पटेल, आनंद वर्धन दीक्षित, वीरेंद्र कुमार बुद्धू प्रजापति, और अन्य किसान परेशान हैं
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